रायगढ़। विवाहिता को ससुराल पक्ष के द्वारा दहेज के लिए प्रताडि़त किया जाता था। दहेज में 5 लाख कैश की डिमांड की जाती थी। जब मांग पूरी नहीं हुई तो पति ने पत्नी को मायके में छोड़ दिया। घटना के बाद पीडि़ता की रिपोर्ट पर अपराध दर्ज किया गया है। मामला महिला थाना क्षेत्र की है।
जानकारी के अनुसार, रायगढ़ जिले के जूटमिल थाना क्षेत्र में रहने वाली 22 वर्षीय महिला की शादी वर्ष 2022 में ओडिशा के रेंगाली थाना क्षेत्र के ग्राम मोहदी निवासी सुनील साहू (27 वर्ष) के साथ पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ हुई थी। विवाह के समय लडक़ी के परिवार ने अपनी सामर्थ्य के अनुसार दहेज में कई सामान दिए थे। शादी के दौरान विवाहिता के परिजनों ने अपने अनुसार दहेज में कई सामान दिए थे। तब शादी के 7-8 महीना सब कुछ ठीक था। लेकिन इसके बाद स्थिति धीरे-धीरे बदलने लगी। शादी के करीब 9 महीने बाद पति सुनील साहू, सास पद्मनी साहू, ससुर प्रदीप साहू, ननद नमीता साहू विवाहिता से दहेज में 5 लाख कैश लाने की डिमांड करने लगे।
महिला को करने लगे मानसिक प्रताडऩा
दहेज के नाम पर विवाहिता को गाली-गलौज करते हुए लगातार प्रताडि़त किया जा रहा था। वह इस प्रताडऩा को लंबे समय तक सहती रही, लेकिन जब पांच लाख रुपए की कैश देने की डिमांड पूरी नहीं हुई, तो उसके पति सुनील ने लगभग छह महीने पहले उसे मायके में छोड़ दिया और फिर कभी वापस नहीं लेने आया।
काउंसलिंग में नहीं बनी सहमति
मायके में रहने के दौरान महिला ने साहस जुटाकर महिला थाना में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने ससुराल पक्ष को बुलाकर कई बार काउंसलिंग कराने की कोशिश की। लगभग तीन से चार महीनों तक बीच-बीच में काउंसलिंग की गई, लेकिन दोनों पक्षों के बीच किसी प्रकार की सहमति नहीं बन सकी।
आगे की कार्रवाई की जा रही
इसके बाद पीडि़ता की शिकायत पर महिला थाना में पति समेत ससुराल पक्ष के 4 लोगों के खिलाफ पुलिस ने दहेज प्रताडऩा का अपराध किया है। पीडि़ता द्वारा मामले में शिकायत की गई थी, लेकिन उनके बीच सहमति नहीं बनने पर अपराध दर्ज किया गया है। ससुराल पक्ष के द्वारा कैश की डिमांड की जाती थी। फिलहाल मामले को विवेचना में लेकर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
5 लाख नहीें मिले तो पत्नी को मायके छोड़ा
दहेज लोभी पति सहित चार ससुराल वालों पर जुर्म दर्ज
