सारंगढ़-बिलाईगढ़। जिले के सरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत बिलाईगढ़-स गांव से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने पूरे इलाके में हलचल मचा दी है। देवर द्वारा महिला से मारपीट के मामूली केस ने देखते ही देखते हाईप्रोफाइल रूप ले लिया। हैरानी की बात ये है कि पीडि़ता को इंसाफ मिलने की बजाय उस पर ही काऊंटर एफआईआर दर्ज कर दी गई। पूरा विवाद उर्मिला पटेल और उसकी सास के साथ शुरू हुआ, जब उसके देवर ने घर में घुसकर न सिर्फ गाली-गलौज, बल्कि मुक्कों से हमला करते हुए कपड़े तक फाड़ दिए।
पीडि़ता जब थाने पहुंची तो शुरुआत में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की, लेकिन मामला तब पलट गया जब कुछ कथित नेताओं के फोन आने लगे और राजनैतिक दबाव थाना परिसर में महसूस होने लगा। पुलिस पर दबाव इतना बढ़ गया कि देखते ही देखते पीडि़त पक्ष पर भी एफआईआर दर्ज करने की कवायद शुरू हो गई। जानकारी के मुताबिक जब एसडीओपी मौके पर पहुंची, तब जाकर पीडि़त पक्ष को राहत मिली। इस बीच आरोपी पक्ष के लोग थाने में पूरे दिन डटे रहे, और पीडि़ता के साथ आए एक परिजन को भी आरोपी ने चप्पल से मार दिया गया, लेकिन फिर भी थाना प्रभारी ने कार्रवाई की बात कहकर मामला टाल दिया।
हालांकि, आरोपी जयना पटेल के खिलाफ धारा 115(2), 296- 3(5)- और 351(2) के तहत केस दर्ज किया गया है, लेकिन जिस तरह से पीडि़ता को ही आरोपी बनाने की कोशिश हुई, उसने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं? अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या पुलिस निष्पक्ष जांच करेगी या फिर दबाव में किसी और को बलि का बकरा बनाया जाएगा।
सरिया में महिला से मारपीट का मामला बना हाईप्रोफाइल
राजनैतिक दबाव में पीडि़ता पर भी दर्ज हुई एफआईआर?
