रायगढ़। रायपुर से 16 किमी दूर गुमा बाना गांव का लीलावती देवी भगवान दास गौ सेवा सदन गौ सेवा की मिसाल बना हुआ है। चौबे कॉलोनी रायपुर निवासी सुरेश जिंदल परिवार ने अपने माता-पिता की याद में इस गौ सेवा सदन का निर्माण कराया है, जहां वर्तमान में 350 से ज्यादा गौवंश की सेवा-सुश्रुषा की जा रही है। इसका पूरा खर्च भी वे स्वयं वहन करते हैं। खास बात यह है कि गौ सेवा सदन के संचालन के लिए किसी से भी दान के रूप में कुछ भी नहीं लिया जाता। दान के इच्छुक लोगों को गौ सदन में पहुंचकर गौमाता की सेवा के लिए कहा जाता है।
शहर के प्रसिद्ध समाजसेवा व गौ सेवक महादेव प्रसाद अग्रवाल पिछले दिनों गुमा बाना गांव के लीलावती देवी भगवान दास गौ सेवा सदन पहुंचे और वहां की पूरी व्यवस्था को देखा। उन्होंने इस गौ सेवा सदन व यहां गौ माता की सेवा कर रहे कर्मचारियों व सेवकों की सेवा भावना की खूब तारीफ की। उन्होंने बताया कि इस गौ सदन का निर्माण सुरेश जिंदल परिवार ने अपने मातापिता की याद में वर्ष 2023 में कराया था। लगभग 12 एकड़ क्षेत्र में फैले इस गौ सेवा सदन में वर्तमान में 350 गायें हैं, जिन्हें रेस्क्यू कर यहां लाया गया है। इसमें 50 से ज्यादा दिव्यांग, 60 से ज्यादा कमर-पैर टूटी हुई बेड रेस्ट गायें, 20 बछड़े बिना मां के रखे गए हैं। इसके साथ स्वस्थ हो चुकी गायें भी हैं। इस गौ सदन के निर्माण के साथ ही गायों के इलाज, खाना-पीना, दवा सहित अन्य खर्च सुरेश जिंदल परिवार की ओर से ही वहन किया जाता है। इस गौ सदन की पूरी व्यवस्था गौ सेवक आदेश सोनी देखते हैं। यहां सुबह की शुरुआत व शाम का विश्राम गौ आरती के साथ होता है। यहां म्यूजिक सिस्टम लगा हुआ है, जिसमें दिनभर भजन चलता रहता है। पंडित भी गायों के बीच मंत्रोच्चार करते हैं। यहां गायों व कर्मचारियों के लिए अलग-अलग कमरे बने हुए हैं। गर्मी को देखते हुए बड़े-बड़े कूलर भी लगाए गए हैं। गौमाता के लिए चारा व दवा की भी पर्याप्त व्यवस्था है। यहां से दूध की बिक्री नहीं की जाती, बल्कि बछड़ों को पिलाई जाती है। गौ सेवा सदन की व्यवस्था उच्च कोटि की है, जिसके लिए उन्होंने सुरेश जिंदल परिवार की खूब तारीफ की। श्री अग्रवाल ने इसे प्रेरणादायक बताते हुए अन्य उद्योगपतियों की भी गौ माता की सेवा के लिए इसी तरह की पहल करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इस जीवन में हमें कुछ ऐसा कार्य करना चाहिए, जिससे अन्य लोग प्रेरणा ले सके। अंत समय में हमारे साथ यही सद्कर्म ही जाएगा। बाकी सबकुछ यहीं रह जाएगा।
गौ सेवा की मिसाल बना लीलावती देवी भगवान दास गौ सेवा सदन
12 एकड़ में बने गौ सदन में 350 से ज्यादा गौवंश की हो रही सेवा, सुरेश जिंदल ने अपने माता-पिता की याद में कराया है निर्माण
