रायगढ़ जिले के सहायक कलेक्टर रहते हुए आईएएस मयंक चतुर्वेदी ने 2019 में खनिज तस्करों की नाक में दम कर रखा था। यही नहीं खनिज माफियाओं के मांद में घुसकर उनको चुनौती देने वाले मयंक चतुर्वेदी रायगढ़ कलेक्टर की कमान संभालेंगे। इससे जाहिर है कि खनिज तस्करों के अलावा माफियाओं के अब बुरे दिन आने वाले हैं। ज्ञात रहे कि 12 अप्रैल 2019 की रात को सारंगढ़ के करीब टिमरलगा क्रेशर क्षेत्र में अवैध उत्खनन और परिवहन हो रहा है. सूचना के बाद वे स्वयं पहुंचे और आईएएस मयंक, उप संचालक खनिज शिव शंकर नाग और तीन खनिज निरिक्षक राकेश वर्मा, घनश्याम दिवान और निलांबर यादव पर जानलेवा हमला हुआ और कुचलने का प्रयास किया लेकिन इन्होंने हिम्मत नहीं हारी। अवैध उत्खनन को रोकने और परिवहन पर कार्रवाई करने गए अफसरों को कुचलने की कोशिश के मामले में कोर्ट ने फैसला सुनाया. इस मामले में रायगढ़ जिले की विशेष अदालत ने चार आरोपियों को 10 -10 साल के लिए जेल का दंड दिया था।