रायगढ़। मदर एण्ड चाइल्ड अस्पताल में अब डिलिवरी के साथ महिलाओं से जुड़ी अन्य बीमारियों का भी उपचार शुरू हो गया है। ऐसे में अब पहली बार यहां हिस्टेरेक्टॉमी (गर्भाशय) की सफल सर्जरी किया गया। जिससे अब मरीज पूरी तरह से स्वस्थ है।
उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा विगत सात साल पहले एकताल रोड पर मदर एण्ड चाइल्ड अस्पताल की शुरूआत की गई थी, जिसमें अभी तक सिर्फ यहां डिलिवर व नवजात बच्चों का उपचार होता था, लेकिन गर्भाशय संबंधी गंभीर बीमारी से पीडित महिलाओं का सर्जरी नहीं हो रहा था, लेकिन अब सीएमएचओ डॉ. अनिल जगत व सिविल सर्जन डॉ. दिनेश पटेल की पहल पर डाक्टर व स्टाफ बढ़ते ही जटील बीमारियों का भी उपचार शुरू हो गया है। ऐसे में ग्राम हरदी निवासी रागिनी महिलाने पति कमल प्रसाद महिलाने (40 वर्ष) विगत एक साल से अधिक रक्तस्राव के चलते परेशान थी, साथ ही अधिक रक्तस्राव होने के कारण उसके गर्भाशय में सुजन होने के कारण बहुत बड़ा हो गया था, जिसके चलते परेशान रहती थी। ऐसे में विगत 24 मई को उसके परिजन एमसीएच में उपचार के लिए लेकर पहुंचे, जहां डाक्टरों द्वारा जांच किया गया तो पता चला कि उक्त महिला को हिस्टेरेक्टामी बीमारी है, जिससे इसका सर्जरी ही एक उपाय है। ऐसे में यहां डाक्टरों द्वारा पहली बार यहां सर्जरी किया गया जो सफल रहा। साथ ही अब सर्जरी के बाद महिला अब पूरी तरह से स्वस्थ है।
इनका रहा योगदान
एमसीएच में गर्भाशय सर्जरी डॉ. दिनेश पटेल के मार्गदर्शन में एमसीएच प्रभारी डॉ. अभिषेक अग्रवाल, गायिनिक विशेषज्ञ डॉ. दिशा ठाकुर, डॉ. उपमा, डॉ. आशीष मिंज, एनेथेसिया में डॉ. मिंज के साथ ओटी सिस्टर लता मेहर तथा ओटी स्टाफ मौजूद रहे।
एमसीएच में पहली बार हिस्टेरेक्टॉमी बीमारी का हुआ सफल सर्जरी
