सारंगढ़। नपं भटगांव द्वारा निर्माणाधीन अटल बिहारी वाजपेई कांपलेक्स का निर्माण कर रही है, लेकिन निर्माण पूर्व निर्माणाधीन भूमि का आवंटन नहीं हुआ था। जिस आवंटन को लेकर नपं द्वारा जिला कलेक्टर को आवेदन किया गया था जिस की प्रक्रिया पूरी करते हुए भटगांव तहसीलदार के द्वारा ईश्तहार प्रकाशन कर दावा-आपत्ति मांगे गए। भूमि ख. नंबर 26 रहा है। दावा-आपत्ती के दौरान कुल पांच आवेदन प्राप्त हुए जिसकी प्रक्रियाधीन है। इसका निर्णय अब तक तहसील ऑफिस के द्वारा फैसला नहीं सुनाया गया लेकिन नपं द्वारा उक्त अटल बिहारी वाजपेई परिसर का निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया गया।
विदित हो कि जहां शनि और रविवार की छुट्टी होने का फायदा उठाते हुए अपूर्ण परिसर के कमरों का निर्माण कार्य प्रारंभ कर पूर्णता की ओर पहुंच गया और यहां तहसीलदार के द्वारा शनिवार को स्थगन आदेश जारी की गई। इसके पूर्व भी दो स्थगन आदेश जारी किया जा चुका है। इस तरह तीन स्टे आर्डर उक्त परिसर में लगने के बाद भी काम जारी रहता है। जहां तहसील ऑफिस के आदेशों की धज्जियां नपं के अधिकारी उड़ा रहे हैं ऐसा लगता है स्टे- स्टे आर्डर का खेल खेला जा रहा है। पर कार्यवाही के नाम पर कुछ नजर नहीं आ रहा है। जिसके कारण तहसील ऑफिस से आए फैसले के बिना परिसर का निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाता है और इसी तरह चुप्पी साधे नपं अधिकारी, उच्चाधिकारी इस पर कार्रवाई करने से बच रहे हैं। जिसके चलते जन मानस का न्यायपालिका से भरोसा उठने लगा है और नपं अधिकारी तहसीलदार से बड़े अधिकारी साबित हो रहा है, या कुछ और बात है जिसके कारण परिसर का निर्माण कार्य कुछ समय के लिए बंद रहता है फिर जारी हो जाता है। धीरे-धीरे इस तरह परिसर का काम पूर्णता की ओर हैै और इसी तरह कार्य चलता रहा तो कुछ दिनों बाद? दुकानदार अपना अपना कमरा खोलकर दुकान संचालित करते नजर आएंगे और न्याय व्यवस्था दिखावा, खोखली साबित होगा। आवेदक द्वारा काम्प्लेक्स को सील करने की आवेदन किया गया है अब देखना है कि आगे क्या कार्यवाही होगी?
तहसीलदार के तीन स्टे लगने के बाद नपं करवा रही निर्माण
