रायगढ़। शहर में सडक़ों की खस्ता हालत को लेकर प्रशासन गंभीर नहीं दिख रहा है, जिससे इन जर्जर सडक़ों पर छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है। शहर के मालधक्का रोड से सावित्री नगर बेनीकुंज सडक़ की जर्जर हालत से एक बड़ी आबादी को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। खास बात यह है कि रायगढ़ के नवनिर्वाचित विधायक एवं प्रदेश के वित्त आवास एवं पर्यावरण मंत्री का रायगढ़ शहर के इसी क्षेत्र में निवास है। रेलवे क्षेत्र से लगे इस सडक़ की जर्जर हालत की प्रमुख वजह भारी वाहनों का आवा-गमन है, लेकिन इस दिशा में ना तो रेलवे ने कभी सुध ली और ना ही निगम व जिला प्रशासन ने इस सडक़ की दुर्दशा सुधारने कोई सार्थक पहल की। जिससे अब क्षेत्र के लोगों में बेहद आक्रोश देखा जा रहा है, स्थानीय लोगों की माने तो जर्जर सडक़ की वजह से मौत की घटनाएं भी हो चुकी है। लेकिन प्रशासन चुप्पी साधे हुए हैं। ऐसी स्थिति में आने वाले दिनों में जर्जर सडक़ को लेकर उग्र आंदोलन होने से इनकार नहीं किया जा सकता।
दरअसल रायगढ़ शहर के अलग-अलग क्षेत्र में प्रमुख सडक़ों की हालत लंबे अरसे से जर्जर है। लेकिन निगम प्रशासन इन जर्जर सडक़ों पर रिपेयरिंग के नाम पर पैच वर्क कर अपना पल्ला झाड़ लेता है। मौजूदा दौर में रेलवे आउटर ब्रिज के पास से मालधक्का रोड से सावित्री नगर बेनीकुंज की हालत मि_ूमुंडा को जोडऩे वाली सडक़ तक बेहद जर्जर है। खास बात यह है कि इस मार्ग पर आस-पास चार-पांच कॉलोनी के रहवासियों के अलावा ट्रांसपोर्ट नगर, सारंगढ़ बस स्टैंड से यात्रियों का भी आना-जाना होता है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्र से बड़ी तादाद में भी लोग रायगढ़ शहर आने के लिए इसी मार्ग का उपयोग करते हैं। गौर करने वाली बात यह है कि प्रदेश के वित्त, आवास एवं पर्यावरण मंत्री व रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी का निवास भी इसी सडक़ मार्ग पर स्थित कालोनी में है। इसके बाद भी प्रशासन अभी इस सडक़ की जर्जर हालत को लेकर सुध नहीं ले पा रहा है, यह समझ से परे है। बताया जाता है कि विश्वासगढ़ चर्च से लेकर रेलवे अंडर ब्रिज तक डामरीकरण का कार्य कुछ दिनों पूर्व किया गया था। लेकिन आगे की सुा नहीं ली गई। इसी मार्ग पर मीना बाजार लगाया जाता है, उस दौरान मालधक्का रोड से रेलवे कॉलोनी जाने वाले तिराहे के पास बड़े गढ़ों को पाट कर डामरीकरण भी किया गया परंतु सावित्रीनगर और बेनीकुंज तक की जर्जर सडक़ को उसकी हालत पर छोड़ दिया गया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस जर्जर सडक़ पर दो-तीन बड़ी दुर्घटना हो चुकी है। सडक़ हादसे में एक बच्चे सहित दो लोगों की जान भी जा चुकी है। लेकिन प्रशासन ने अब तक कोई गंभीरता नहीं दिखाई है। स्थानीय लोग इसे लेकर बेहद उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। स्थानीय लोगों कहना है कि आने वाले दिनों में इस जर्जर सडक़ की रिपेयरिंग नहीं होने पर किसी तरह के उग्र आंदोलन की स्थिति से इनकार नहीं किया जा सकता।
मालधक्का-बेनीकुंज जर्जर सडक़ की कौन लेगा सुध
जर्जर सडक़ पर दुर्घटनाओं की बनी रहती है आशंका, रायगढ़ विधायक का निवास भी इसी क्षेत्र में है हुजूर
