रायगढ़। चरित्र शंका पर विगत दिनों एक युवक ने अपनी पत्नी पर पेट्रोल डालकर आग लगा लिया था, जिसका उपचार के दौरान मौत हो गई। वहीं आरोपी ने साक्ष्य छिपाते हुए यह बताया था कि खाना पकाने के दौरान झुलसी है। जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार विगत अक्टूबर माह में लैलूंगा थाना क्षेत्र के ग्राम किलकिला निवासी महिला जूली कुजूर (34 साल) को उसका पति विक्टोर कुजूर (34 साल) ने चरित्र शंका पर हत्या की नियत से सोये अवस्था में पेट्रोल डालकर जला दिया था। जिससे जूली कुजूर का इलाज दौरान 23 नवंबर को संजीवनी अस्पताल रायगढ़ में मौत हो गई। घटना की सूचना पर कोतवाली पुलिस ने मर्ग कायम कर डायरी जांच के लिए लैलूंगा थाना भेजा था। जहां मार्ग डायरी की जांच में लैलूंगा पुलिस 17 को को मृतिका के पति आरोपी विक्टर कुजूर पर हत्या और साक्ष्य छिपाने का अपराध दर्ज कर गिरफ्तार किया है। वहीं पुलिस ने बताया कि जब मृतिका के वारिसानों से पूछताछ किया गया तो पता चला कि जूली कुजूर की शादी 10 वर्ष पूर्व विक्टोर कुजूर के साथ हुआ था। तब से विक्टोर उसके चरित्र पर शंका कर हमेशा विवाद करते रहता था। संदेही विक्टोर कुजूर ने मनगढ़त कहानी बनाते हुए बताया कि 22 अक्टूबर को जूली के खाना बनाते समय स्वयं के झुलस गई थी। ऐसे में लैलूंगा थाना प्रभारी मोहन भारद्वाज ने पीएम रिपोर्ट व जुटाये गये साक्ष्यों के आधार पर संदेही विक्टोर कुजूर से कड़ाई से पूछताछ किया तो उसने बताया कि चरित्र शंका पर सोये अवस्था में उसने पत्नी जूली कुजूर को जान से मारने की नियत से पेट्रोल डालकर आग लगा दिया था, साथ ही घटना को छिपाने के लिए जुली के पहने हुए कपड़े को भी जला दिया था। जिससे पुलिस ने हत्या व साक्ष्य छिपाने के अपराध में उसे गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
काफी मशक्कत के बाद हुआ खुलासा
महिला के मौत के बाद जहां परिजन हत्या की आशंका जाहिर कर रहे थे तो वहीं उसका पति खुद से झुलसने की बात कर रहा था, जिससे एसएसपी सदानंद कुमार एवं एसडीओपी दीपक मिश्रा के मार्गदर्शन में लैलूंगा थाना प्रभारी निरीक्षक मोहन भारद्वाज, सहायक उप निरीक्षक चंदन सिंह नेताम तथा हमराह स्टाफ ने काफी मशक्त कर मामले का खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया है।