रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के परिणाम आने में अब महज 4 दिन बाकी रह गए हैं। कांग्रेस और भाजपा दोनों अपनी-अपनी सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं। इनके बीच बुरा हाल उन विधायकों का है, जो इस बार टिकट नहीं मिलने के चलते ‘पूर्व’ हो चुके हैं। परिणाम आने से पहले ही इन विधायकों की सरकारी सुविधाएं बंद कर दी गई हैं।
दरअसल, भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों से ऐसे 24 विधायक हैं, जिन्हें उनकी पार्टी ने इस बार टिकट नहीं दिया है। इन सभी को दिसंबर से सरकारी सुविधाओं का लाभ नहीं मिलने की सूचना विधानसभा सचिवालय से दी गई है। इनमें 4 विधायकों को सरकारी आवास मिला है, जबकि 20 को आवास भत्ता दिया जाता था।
नई विधानसभा के गठन से पहले खाली करने होंगे आवास
विधानसभा सचिवालय के अधिकारियों ने बताया कि चुनाव में प्रत्याशी नहीं बनने वाले विधायकों को नई विधानसभा के गठन से पहले आवास खाली करने पड़ेंगे। वहीं दिसंबर माह में किराया भत्ता नहीं दिया जाएगा। इन विधायकों को नो ड्यूज कराने और सरकारी सुविधाओं से वंचित होने की सूचना दी गई है।
विधायकों के सीमित शासकीय आवास हैं प्रदेश में
विधानसभा सचिवालय के अधिकारियों ने बताया कि, उनके पास विधायकों के लिए सीमित आवास हैं। जो विधायक चुनाव जीत कर आएंगे, उन्हें आवास उपलब्ध कराना होगा। लिहाजा जो चुनाव नहीं लड़ रहे हैं और विधायक हैं, उनसे यह आवास खाली करने के लिए कहा गया है। अफसरों का कहना है कि, यह सूचना चुनाव न लडऩे वाले विधायकों को इसीलिए दी गई है, क्योंकि उनके विधायक बनने की संभावना नहीं है। जीतकर आने वाले विधायकों को पहले से आवंटित आवास मिल जाएगा। नए विधायकों को किराए भत्ता की व्यवस्था की जाएगी। इसलिए चुनाव ना लडऩे वाले वर्तमान विधायकों का किराया भत्ता भी दिसंबर माह से बंद कर दिया जाएगा।
कांग्रेस ने 22 और भाजपा ने 2 को नहीं दिया था टिकट
कांग्रेस ने 22 और बीजेपी ने एक वर्तमान विधायक को इस बार चुनाव में प्रत्याशी नहीं बनाया है। इनमें से कांग्रेस के 18 और बीजेपी के दो विधायक को विधानसभा से किराया भत्ता प्रति माह 30 हजार रुपए दिया जाता है। इनको अब ये सुविधा नहीं मिलेगी।
कांग्रेस के इन विधायकों को नहीं मिलेगी सुविधा
विधायक किस्मतलाल नंद, शकुंतला साहू, लक्ष्मी धु्रव, प्रेमसाय सिंह टेकाम, ममता चंद्राकर, भुवनेश्वर बघेल, गुरुदयाल बंजारे, बृहस्पति सिंह, छन्नी साहू, रेखचंद्र जैन, चक्रधर सिदार, विनोद चंद्राकर, चिंतामणि महाराज, शिशुपाल शोरी, अनीता शर्मा, राजमन बेंजाम,
अनूप नाग, देवती कर्मा, सत्यनारायण शर्मा, चंद्रदेव राय, मोहित केरकेट्टा, विनय जायसवाल वहीं बीजेपी विधायक डमरूधर पुजारी, रजनीश सिंह शामिल हैं।