रायगढ़। विधानसभा चुनाव प्रचार का शोर तेजी से गली-मोहल्लों में शुरू हो गया है। जिले के सभी विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह आवंटित होने के बाद राजनीतिक दलों सहित निर्दलीय प्रत्याशियों ने प्रचार-प्रसार तेज कर दिया है। इस बार जिले के चारों सीट पर 42 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। रायगढ़ में 19 प्रत्याशी है जबकि लैलूंगा और खरसिया में आठ-आठ और धर्मजयगढ़ क्षेत्र में 7 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। चुनाव चिन्ह आवंटित होने के साथ निर्दलीय प्रत्याशी भी बैनर, पोस्टर, पाम्पलेट तैयार करते नजर आ रहे हैं। साथ ही साथ प्रचार वाहनों से गांव शहर के गली-मोहल्लों में चुनावी गाने डीजे पर बजाया जा रहा है। आने वाले दिनों में चुनाव प्रचार का शोर और तेज होने की संभावना है। रायगढ़ जिले की रायगढ़, खरसिया, लैलूंगा और धर्मजयगढ़ क्षेत्र से चुनाव में अपनी किस्मत आजमाने प्रत्याशी अब ज्यादा से ज्यादा प्रचार और जनसंपर्क कर लोगों को अपने पक्ष में करने की तैयारी में जूट गए हैं। बताया जाता है कि विधानसभा चुनाव की तैयारी के लिए सभी राजनीतिक दल जहां अपने-अपने कार्यकर्ताओं की टीम को एकजुट कर रहे हैं। वहीं निर्दलीय प्रत्याशी भी अपने समर्थकों की टोलियां तैयार करने में जुड़ गए हैं। इस विधानसभा चुनाव में रायगढ़ सहित खरसिया, लैलूंगा और धरमजयगढ़ क्षेत्र में प्रत्याशी अपने चुनाव प्रचार में चुनावी गानों का सहारा लेते नजर आ रहे हैं। फिल्मी गीतों की धुन पर तैयार किए गए चुनावी गाने छत्तीसगढ़ी, उडिय़ा और हिंदी भाषा पर स्थानीय गायकों से बनाए गए हैं जिसमें अपने-अपने प्रत्याशियों और उनके चुनाव चिन्ह को लेकर गाने तैयार किए गए हैं। इन चुनावी गानों को प्रचार वाहनों में डीजे के माध्यम से ज्यादातर गली-मोहल्लों में पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। इसके अलावा प्रत्याशी विधानसभा क्षेत्र में अपने-अपने होर्डिंग, बैनर, पोस्टर से अपना प्रचार करने की तैयारी में हैं। बताया जाता है कि बड़े राजनीतिक दलों के प्रत्याशी घोषित होने के साथ ही शहर गांव के गली-मोहल्लों में प्रचार सामग्री पहुंच गई थी जिससे उनके बैनर, पोस्टर, होल्डिंग्स पहले से ही नजर आ रहे थे अब निर्दलीय प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह आवंटित होने के बाद उनके द्वारा चुनावी प्रचार में जोर पकडऩे की संभावना है।
चुनावी चिन्ह पर प्रत्याशियों का जोर
विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय पार्टियों के अलावा मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को उन्हें पूर्व में आवंटित चिन्ह ही दिया गया है जबकि निर्दलीय प्रत्याशियों को गन्ना किसान, घड़ी, बाल्टी, ट्रेलर, नारियल फॉर्म, एयरकंडीशनर, सेव, सिलाई मशीन, अलमारी, हांडी, बेबी वॉकर, ऑटो रिक्शा और गुब्बारा आदि चुनाव चिन्ह मिले हैं। बताया जाता है कि निर्दलीय प्रत्याशियों को मिले चुनाव चिन्ह उन्हें अपने नाम से भी प्यारे लगने लगे हैं। वजह यह है की वोटिंग मशीन में प्रत्याशियों के नाम के सामने उनके चुनाव चिन्ह अंकित रहते हैं। इससे ज्यादातर लोग चुनाव चिन्ह पर ही नजर डालते हैं। और उसे देखकर वोटिंग करते हैं। इस बात पर प्रत्याशी ज्यादा से ज्यादा लोगों तक अपना चुनाव चिन्ह लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं। जिससे मतदाता वोटिंग के दौरान नाम के साथ चिन्ह को लेकर किसी भ्रम की स्थिति में ना रहे यहीं वजह है कि हर प्रत्याशी का अपने चुनाव चिन्ह को लेकर सबसे ज्यादा जोर है।
चुनावी सभाओं की भी तैयारी
नामांकन की प्रक्रिया पूर्ण होने के साथ ही सभी प्रत्याशी अब अपने प्रचार-प्रसार को लेकर तरह-तरह की तैयारी कर रहे हैं बताया जाता है कि बड़े राजनीतिक दल अपने-अपने प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार-प्रसार के लिए चुनावी सभा करने की तैयारी में हैं। सभी राजनीतिक दलों ने अपने स्टार प्रचारकों को चुनावी सभा के लिए उतार दिया हैद्ध जिससे जिले की चारों विधानसभा क्षेत्र में नेताओं की चुनावी सभा हो सकती है। इसी तरह निर्दलीय प्रत्याशी भी ज्यादा से ज्यादा लोगों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए छोटी-छोटी संभावनाएं करने की तैयारी कर रहे हैं।
चिन्ह मिलने के बाद चुनावी प्रचार पर जोर
चुनावी गानों का बढ़ा शोर, फिल्मी गीतों की धुन पर डीजे पर बज रहे चुनावी गीत
