सारंगढ़। कलेक्टर डॉ. संजय कन्नौजे ने जिले के बरमकेला ब्लॉक के दूरस्थ वनांचल ग्राम डोंगरीपाली में रात्रि कालीन जन चौपाल लगाकर वहां के ग्रामीणों से शासन की योजनाओं का जमीनी हकीकत जाना। कार्यक्रम का उद्देश्य कलेक्टर डॉ कन्नौजे ने डोंगरीपाली के ऐसे ग्रामीणों की सुविधा के लिए किया था, जो कलेक्टर जन दर्शन जैसे कार्यक्रम में जिला मुख्यालय सारंगढ़ नहीं पहुंच पाते थे और उनकी समस्या, मांग, शिकायत कलेक्टर तक नहीं पहुंच पाते थे। कलेक्टर एवं अधिकारियों के आगमन पर गांव में खुशी का माहौल था। ग्रामीणों ने सभी का स्वागत किया। कलेक्टर के साथ ग्रामीण महिलाओं और बच्चों ने सेल्फी लीं। डॉ. कन्नौजे ने सभी ग्रामीणों से आंगनबाड़ी, स्कूल संचालन, मध्यान्ह भोजन, राशन दुकान के बारे में पूछा कि – कोई समस्या तो नहीं। ग्रामीणों ने कहा कि मीडिल स्कूल का एक शिक्षक अनुपस्थित रहती है, जिसका नाम ग्रामीणों से लेकर कलेक्टर ने डीईओ और बीईओ को उसके संबंध में जानकारी के साथ रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
विदित हो कि एक बालक ने मध्यान्ह भोजन में भरपेट भोजन नहीं मिलने की बात कही। कलेक्टर ने मध्यान्ह भोजन के संचालनकर्ता दल को और डीईओ को निर्देश दिए की बच्चों को भरपेट भोजन खिलाएं। कलेक्टर ने धान खरीदी कार्य में कहा कि – किसी भी किसान का एग्री स्टेक में रकबा पंजीयन छूटा है तो तहसीलदार से उस रकबा को जोड़ सकते हैं। कलेक्टर ने गांव में पीएम आवास ग्रामीण के 259 स्वीकृत आवासों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए और महतारी वंदन, एसआईआर के कार्यों के संबंध में जान कारी लिया। बिहान समूह की दीदियों ने जानकारी दी कि वे बकरी पालन और कपड़ा बुनाई का कार्य कर रही हैं। कलेक्टर ने कहा कि – ग्राम सूखापाली की महिला अमरूद की सामूहिक खेती कर रही हैं। इसके लिए वे लोन ली हैं। इसी प्रकार आप सभी भी लोन लेकर अच्छा कार्य करें। गांव में 9 समूह है,जिसमें 90 महिलाकार्यरत हैं। गांव में जल जीवन मिशन से पानी टंकी बन गया है, पाईप लाइन बिछ गई है और पानी सप्लाई चालू है। 30 घर में जहां पानी नहीं पहुंचा वहां कलेक्टर ने बोर खनन कर पानी पहुंचाने के निर्देश दिए। दिव्यांग अग्नि चौहान की मांग पर कलेक्टर ने 1 सप्ताह में ट्रायसायकल देने के निर्देश समाज कल्याण अधिकारी को दिए। इसी प्रकार ग्रामीणों ने कॉलेज खोलने, अवैध शराब बनाने वालों के खिलाफ कार्यवाही करने, टॉवर लगाने की मांग की। कलेक्टर ने भूमि हीन ग्रामीणों को कहा कि वे सत्यापन कराएं और पोर्टल में ईकेवायसी कराएं ताकि उन्हें दीनदयाल उपाध्याय भूमिहीन ग्रामीण कृषि मजदूर कल्याण योजना के तहत 10 हजार रूपए का सहायता राशि का भुगतान किया जा सके।
उल्लेखनीय है कि इसके लिए गांव में मुनादी कराकर रात्रिकालीन जन चौपाल की सूचना दी गई जिसमें समय पर ग्रामीण जन, कलेक्टर व जिले के अधिकारी उपस्थित थे। शाम का समय चुना गया ताकि दोनों पक्ष अधिकारियों और ग्रामीणों का नियत कार्य समाप्त होने पर, वे आपस में एक दूसरे के समक्ष उपस्थित होकर राज शासन के योजना का क्रियान्वयन के लिए संवाद के माध्यम से समस्या का निराकरण कर सके डॉ. कन्नौजे ने यह पहल की। इस दौरान कलेक्टर डॉ. कन्नौजे, जनप्रतिनिधि जिपं सदस्य सहोद्रा सिदार, विलास सारथी, शारदा मालाकार, डिप्टी कलेक्टर शिक्षा शर्मा, सीईओ जिपं इंद्रजीत बर्मन, उप संचालक कृषि आशुतोष श्रीवास्तव, कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी रमाशंकर कश्यप, डीईओ जेआर डहरिया, एस डीओ बीएल खरे, सीईओ जपं अजय पटेल, तहसील दार पुष्पेन्द्र राज, नायब तहसीलदार मोहन साहू, बीईओ नरेन्द्र जांगड़े, स्वामी आत्मानंद स्कूल नोडल अधिकारी नरेश चौहान, बीएमओ डॉ अवधेश पाणिग्राही, गांव में पदस्थ मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, बिहान समूह की महिला सदस्यगण, सक्रिय महिला,स्कूली बच्चे, किसान श्रमिक और बड़ी संख्या में ग्रामीण महिला, पुरूष आदि उपस्थित थे।
कलेक्टर डॉ. संजय कन्नौजे ने वनांचल डोंगरीपाली में रात्रिकालीन चौपाल लगा कर जाना शासन की योजनाओं का जमीनी हकीकत



