पखांजुर। बुधवार को सेक्टर बांदे मे नई शिक्षा नीति के संबंध में पाँच दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ हुआ यह प्रशिक्षण बुधवार से शनिवार तक चलेगा जिसमे बांदे परिक्षेत्र अंतर्गत कुल 18 संकुल मे माध्यमिक शालाओं मे पदस्थ सामाजिक विज्ञान के 34 एवं विज्ञान के 34 कुल 68 शिक्षक शामिल हुए,प्रशिक्षण मे प्रमुख रूप से नवीन पाठ्यपुस्तक कक्षा 6वीं, साथ नई शिक्षा नीति पर प्रशिक्षण होना है,प्रशिक्षण प्रभारी अवध राम हारमे नरेंद्र खरे सीएसी कमलेश महलदार, साधन चंद्र बाला नई शिक्षा नीति 2025, एनईपी 2020 का ही विस्तार है, जिसका लक्ष्य भारत की शिक्षा प्रणाली को 2030 तक वैश्विक मानकों के अनुरूप, लचीला, कौशल-आधारित और समावेशी बनाना है, जिसमें 2025 तक प्राथमिक शिक्षा में मूलभूत साक्षरता-संख्यात्मकता, बहु-विषयक अध्ययन, व्यावसायिक शिक्षा का एकीकरण (कक्षा 6 से), और त्रिभाषा सूत्र के साथ एआई और डिजिटल उपकरणों का उपयोग प्रमुख है, ताकि छात्रों का समग्र विकास हो सके।
एनईपी की मुख्य विशेषताएँ
मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता 2025 तक प्राथमिक विद्यालय में सभी बच्चों के लिए इसे हासिल करना सर्वोच्च प्राथमिकता है। 5+3+3+4 संरचना: यह स्कूली शिक्षा के लिए नई संरचना है, जो बचपन की देखभाल से लेकर उच्च शिक्षा तक को कवर करती है। बहु-विषयक और लचीला पाठ्यक्रम: विषयों के चयन में अधिक लचीलापन, विज्ञान/कला/वाणिज्य का कोई कठोर अलगाव नहीं, और ‘रटने’ की बजाय समझ पर जोर। व्यावसायिक शिक्षा कक्षा 6वी से ही इंटर्नशिप के साथ व्यावसायिक शिक्षा को मुख्य धारा में शामिल किया जाएगा। त्रिभाषा सूत्र छात्रों को कई भाषाएं सीखने का अवसर मिलेगा, छेत्रिय भाषा मे शिक्षा को महत्व दिया गया प्रशिक्षण मे तीन दिवस हृश्वक्क 2025 एनसीएफ पर चर्चा होगा अंतिम दो दिवस नवीन पाठ्यपुस्तक के संबंध मे प्रशिक्षण दिया जायेगा।
नवीन पाठ्यपुस्तक एवं नई शिक्षा नीति के संबंध मे जोन स्तरीय 5 दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारम्भ



