रायगढ़। ग्राम भारती जिला समिति रायगढ़ द्वारा संबद्ध जिले के सभी सरस्वती शिशु मंदिरों के प्रधानाचार्य एवं प्राचार्यों की बैठक सरस्वती शिशु मंदिर, लक्ष्मीपुर रायगढ़ में संपन्न हुई। बैठक का शुभारंभ मां सरस्वती एवं भारत माता के समक्ष दीप प्रज्वलन कर वंदना के साथ किया गया।
इस महत्वपूर्ण बैठक के निर्धारित विषयों पर मार्गदर्शन करते हुए आचार्य राजेंद्र महाराज, अध्यक्ष ग्राम भारती जिला शक्ति एवं प्रांतीय सदस्य, सरस्वती ग्राम शिक्षा विकास समिति ने संघ के शताब्दी वर्ष को ध्यान में रखते हुए कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर योजना के प्रत्येक कार्यक्रम के माध्यम से समाज में जागरूकता बढ़ाना आवश्यक है। संस्कारयुक्त शिक्षा के साथ भारतीय संस्कृति एवं परंपरा के अनुरूप गौरव स्थापित करना इस बैठक का प्रमुख लक्ष्य रहा।
उन्होंने बताया कि सप्तशती संगम आयोजन के माध्यम से मातृशक्ति को प्रोत्साहन और सम्मान प्रदान करना, संस्कृति बौद्ध परियोजना का प्रत्येक विद्यालय में क्रियान्वयन, आचार्यों की संस्कृति ज्ञान परीक्षा के प्रति जागरूकता एवं सहभागिता बढ़ाना तथा देवपुत्र पत्रिका के विशेष संस्करण को समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाना आवश्यक है। बसंत पंचमी के अवसर पर समर्पण राशि एकत्र कर विद्या भारती के लक्ष्यों को साकार करने तथा वनांचल एवं अभावग्रस्त क्षेत्रों के बच्चों के लिए संस्कार केंद्र एवं एकल शिक्षक विद्यालय संचालन में सहयोग प्रदान करने का आह्वान किया गया।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि प्रत्येक विद्यालय सामाजिक चेतना के केंद्र के रूप में कार्य करे, जिसके लिए व्यवस्थित कार्ययोजना बनाकर अपने-अपने क्षेत्रों में क्रियान्वयन की आवश्यकता है।
बैठक में ग्राम भारती की प्रांतीय समिति एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से विभाग संघचालक विजय शंकर पटनायक, जिला सचिव कौशल किशोर बेहार, सहसचिव अरविंद प्रधान, सदस्य श्रीमती स्नेहलता सिदार, विभाग समन्वयक वीरेंद्र कुमार विश्वकर्मा, व्यवस्थापक लक्ष्मण प्रसाद कटकवार, प्रकाश शर्मा, प्राचार्य विनीता श्रीवास, प्रधानाचार्य रमेशधर द्विवेदी, जिला समन्वयक परमानंद नायक एवं पंडित शिव दुबे सहित जिले के सभी प्रधानाचार्य एवं प्राचार्य उपस्थित रहे। इस दौरान सभी को अर्धवार्षिक परीक्षा के प्रश्नपत्र वितरित किए गए।
संस्कारयुक्त शिक्षा और भारतीय संस्कृति के प्रसार का संकल्प
ग्राम भारती जिला समिति की बैठक संपन्न



