रायगढ़। आरपीएफ सुरक्षा पोस्ट रायगढ़ में बुधवार तडक़े ड्यूटी पर तैनात आरक्षक ने प्रधान आरक्षक को गोली मारकर हत्या कर दी। घटना की जानकारी मिलते ही आरपीएफ आईजी व असिस्टेंड कमांडर सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच कर जांच शुरू कर दी है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को सुबह एकाएक आरपीएफ पोस्ट रायगढ़ में पदस्थ आरक्षक ने प्रधान आरक्षक को गोली मानकर हत्या कर दी है। बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश के रीवां निवासी पीके मिश्रा प्रधान आरक्षक और जांजगीर जिला के भाटापारा निवासी केएस लदेर आरक्षक के पद पर आरपीएफ पोस्ट में विगत साढ़े चार साल पहले पदस्थ हुए थे। ऐसे में मंगलवार रात को दोनों की नाइट ड्यूटी लगी थी, जिससे प्रधान आरक्षक पीके मिश्रा की रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक रायगढ़ से किरोड़ीमलनगर तक ओएचई ड्यूटी लगी थी।
जिससे पीके मिश्रा बाइक से ही गस्त में निकला था, इस दौरान रात करीब तीन बजे वह थाना पहुंचा और आफिस में बैठा था, वहीं आरक्षक केएस लदेर की ड्यूटी स्टेशन में होने के कारण वह भी पोस्ट में आया और कुछ देर बाद अचानक अपने पास रखे पिस्टल से पीके मिश्रा के सिर में दो गोली मार दी। ऐसे में वहां पर मौजूद अन्य आरक्षकों ने देखा तो बीच-बचाव का करने का प्रयास में लगे, लेकिन उसके हाथ में पिस्टल देख उनकी हिम्मत नहीं हुई, ऐसे में जैसे ही अन्य आरक्षकों ने पोस्ट से बाहर निकले तो उसने दो गोली और मार दिया, इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। वहीं गोली मारने के बाद आरोपी आरक्षक केएस लदेर शव के पास ही बैठा रहा, वहीं घटना की जानकारी मिलते ही आरपीएफ पोस्ट प्रभारी कुलदीप कुमार व अन्य स्टाप मौके पर पहुंच कर पिस्टल को अपने कब्जे में लेते हुए आरोपी को अपने कब्जे में लेते हुए इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दिया। जिससे उनके आने पर जांच शुरू किया। वहीं दोपहर बाद जीआरपी के रेल एसपी और डीएएसपी के आने पर मर्ग कायम कर शव को मेडिकल कालेज अस्पताल भेजा गया, जहां देर शाम पीएम उपरांत शव परिजनेां को सौंप दिया गया है।

आईजी पहुंचे मौके पर
उल्लेखनीय है कि घटना की सूचना मिलते ही बिलासपुर आईजी मुन्वर खुर्शीद और असिस्टेंड कमांडेट एसएन हसन दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और यहां के पोस्ट प्रभारी व अन्य जवानों से पूछताछ किया। जिसमें प्रथम दृष्टया अभी तक किसी तरह के विवाद होने की बात सामने नहीं आया। इससे अधिकारियों की टीम ने उक्त पिस्टल की जांच किया तो उसमें 15 गोली लोड पाया गया, जिसमें चार गोली निकली थी, वहीं बताया जा रहा है कि इसके अलावा आरोपी आरक्षक ने दो और मैग्जीन रखा हुआ था। जिससे जब्त कर करते हुए अपने कस्टडी में लिया गया है।
नहीं था पुराना विवाद
पोस्ट में तैनात अन्य जवानों का कहना था कि दोनों बैसमेट थे, जिसके चलते दोनों में अच्छी-खासी बनती थी, लेकिन इसके बाद भी रात में क्या बात हुई कि अचानक गोली चला दिया, हालांकि अब जांच के बाद ही वास्तविक कारणों का खुलासा हो सकेगा।
फारेंसिक टीम मौके पर मौजूद
घटना की गंभीरता को देखते हुए फोरेंसिक टीम को बुलाया गया, जो मौके से साक्ष्य जुटाने में लगी है, अधिकारियों का कहना है कि फोरेंसिक जांच पूरी होने के बाद ही आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू होगी। साथ ही मामले की जांच के लिए रेल एसपी व अन्य जीआरपी के अधिकारी जांच में जुट गए हैं, जिससे घटना के एक-दो घंटा पहले की सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। ताकि कारणों का वास्तिवक पता चल सके।
मृतक की पत्नी पहुंची पोस्ट
बुधवार को सुबह करीब सात बजे मृतक की पत्नी के सूचना दिया गया कि पोस्ट में पीके मिश्रा की मौत हो गई है। इससे उन्होंने मौके पर पहुंची तो गोली लगने की जानकारी मिलते ही उनका रो-रोकर बुरा हाल हो गया। वहीं मौके से अवगत कराते हुए महिला आरक्षकों द्वारा उनको वापस घर भेजा गया, ताकि पोस्ट में जांच का कार्य प्रभावित न हो सका। वहीं उक्त घटना की जानकारी के बाद मृतक के बेटी व पत्नी का बुरा हाल हो गया है।
पोस्ट व निवास पर लगी रही भीड़
उल्लेखनीय है कि घटना की जानकारी मिलते के बाद मृतक व आरोपी के क्वार्टर पर और आरपीएफ पोस्ट के बाहर पूरे दिन लोगों की भीड़ लगी रही। इस दौरान विभागीय कर्मचारियों में तरह-तरह की चर्चाएं होती रही, लेकिन किसी को भी पुराने विवाद के बारे में जानकारी नहीं थी। ऐसे में कहा जा रहा था, कि आरेापी सिर्फ बाबा अंबेडकर की बाते करते रहता था, ऐसे में हो सकता है किसी बात को लेकन दोनों में कहा सुनी हुई होगी, और इसी बात को लेकन आरक्षक ने उस पर गोली चला दी, जिससे उसकी मौत हुई है।
अनूपपुर से रायगढ़ ट्रांसफर होकर आए थे पीके मिश्रा
आरोपी हेड कॉन्स्टेबल एस लादेर जांजगीर के भाटापारा का रहने वाला है और उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। दोनों की ज्वॉइनिंग 2001 में हुई थी और वे एक ही बैच के थे। दोनों दोस्त थे। मृतक पीके मिश्रा अनूपपुर से करीब साढ़े तीन साल पहले रायगढ़ ट्रांसफर होकर आए थे। रायगढ़ में अपने परिवार के साथ रहते थे। उनकी पत्नी और बेटी वहीं रहती थीं, जबकि बेटा हैदराबाद में पढ़ाई कर रहा है।आरोपी एस लादेर अपनी पत्नी और एक बच्चे के साथ रायगढ़ में रह रहा था, जबकि उसकी बेटी और बेटा जांजगीर के भाटापारा में रहते हैं।
विचारधारा को लेकर होती थी बहस
रहने को दोनों बैचमेट थे, लेकिन दोनों की विचारधारा अलग थी, इसी बात को लेकर दोनों में अक्सर विवाद होते रहता था। ऐसे में बताया जा रहा है कि बीती रात भी दोनों में संविधान को लेकर करीब आधा घंटा तक बहस चली, इस बीच आरक्षक केएस लदेर ने तैस में आकर सर्विस रिवाल्वर से एक के बाद एक करके चार गोली दाग दी। जिससे मौके पर ही मौत हो गई। जिससे आरोपी केएस लदेर को जीआरपी पुलिस ने शाम को कोर्ट में पेश किया, जहां से ज्यूडिसियल रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।



