NavinKadamNavinKadamNavinKadam
  • HOME
  • छत्तीसगढ़
    • रायगढ़
      • खरसिया
      • पुसौर
      • धरमजयगढ़
    • सारंगढ़
      • बरमकेला
      • बिलाईगढ़
      • भटगांव
    • शक्ति
    • जांजगीर चांपा
    • बिलासपुर
  • क्राइम
  • आम मुद्दे
  • टेक्नोलॉजी
  • देश-विदेश
  • राजनीति
  • व्यवसाय
  • Uncategorized
Reading: डीजे-धमाल की धुन और कर्मा नृत्य की अगुवाई में दी गई माता जगतजननी को विदाई
Share
Font ResizerAa
NavinKadamNavinKadam
Font ResizerAa
  • HOME
  • छत्तीसगढ़
  • क्राइम
  • आम मुद्दे
  • टेक्नोलॉजी
  • देश-विदेश
  • राजनीति
  • व्यवसाय
  • Uncategorized
  • HOME
  • छत्तीसगढ़
    • रायगढ़
    • सारंगढ़
    • शक्ति
    • जांजगीर चांपा
    • बिलासपुर
  • क्राइम
  • आम मुद्दे
  • टेक्नोलॉजी
  • देश-विदेश
  • राजनीति
  • व्यवसाय
  • Uncategorized
Follow US
  • Advertise
© 2022 Navin Kadam News Network. . All Rights Reserved.
NavinKadam > रायगढ़ > डीजे-धमाल की धुन और कर्मा नृत्य की अगुवाई में दी गई माता जगतजननी को विदाई
रायगढ़

डीजे-धमाल की धुन और कर्मा नृत्य की अगुवाई में दी गई माता जगतजननी को विदाई

सुबह से देर रात तक चलता रहा विसर्जन का दौर, शहर सहित अंचल में गंूंजता रहा माता के जयकारे

lochan Gupta
Last updated: October 26, 2023 1:09 am
By lochan Gupta October 26, 2023
Share
5 Min Read

रायगढ़. बुधवार को शहर में जय भवानी जय जगतजननी की गूंज के साथ मां दुर्गा की प्रतिमा को विसर्जन किया गया। इस दौरान श्रद्धाुओं की भीड़ के साथ उनका उत्साह भी देखते बन रही थी। विसर्जन के दौरान करमा नृत्य की अगुवाई में वाहन को सुसज्जित कर मां दुर्गा को ले जाया गया। साथ ही गुलाल के गुब्बार उड़ाते डीजे की धुन पर महिलाएं, बच्चे सहित श्रद्धालुओं के पैर थिरकते रहे। इस दौरान पूरा शहर भक्ती के माहौल में रंगा हुआ था।
उल्लेखनीय है कि शहर सहित अंचल में विगत 9 दिनों से लगातार माता के जयकारे लगते रहे, इसके बाद बुधवार को सुबह से ही दुर्गा विसर्जन का दौर शुरू हुआ। इस दौरान शहर की सडक़ों से गुजर रहे माता का यात्रा में भक्तों द्वारा जमकर गुलाल उड़ाया गया, साथ ही डीजे की धून पर महिला पुरुष व बच्चे थिरकते नजर आए। वहीं विजयपुर तालाब व अतरमुड़ा तालाब के घाट पर माता को विसर्जन के लिए प्रशासन द्वारा विशेष व्यवस्था की गई थी। जिससे मां दुर्गा के प्रतिमा को विसर्जन किया गया। नवरात्रि में मां दुर्गा की स्थापना कर पूजा- अर्चना करने वाली कई समितियां और उनके सदस्य सुबह से ही मां दुर्गा को विदाई देने की तैयारी में जुट गए थे और यह सिलसिला देर रात तक चलता रहा। वहीं दुर्गा प्रतिमा को विसर्जित करने से पूर्व समितियों द्वारा विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर उनका आशीर्वाद लिया। शहर के तालाबों में विसर्जन देखने के लिए बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे हुए थे। इस दौरान लोगों की भीड़ को देखते हुए विसर्जन घाट पर पुलिस बल भी तैनात किया गया था, ताकि कोई अप्रीय घटना न हो सके।
माता के जयकारे से गूंज उठा शहर
बुधवार को सुबह से ही भक्तों ने माता के जय भवानी, जय अम्बे के जयकारे के साथ माता को वाहन में स्थापित किया। इसके बाद मांदर, झांझ, मंजीरे की धुन पर करमा नृत्य की अगुवाई में विदाई दी गई। साथ ही पटाखों के धमाके के साथ श्रद्धालुओं ने रंग-गुलाल की गुबार उड़ाते हुए डीजे से की धुन पर थिरकते रहे। इस दौरान माता की यात्रा जिस चौक-चौराहों से गुजर रही थी वहां के आसपास के लोग डीजे के धुन सुनकर माता के दर्शन के लिए बाहर निकल जा रहे थे, यह सिलसिला देर रात तक चलता रहा।
बंगाली समाज ने की विशेष पूजा
दुर्गा दशमी के अवसर पर मंगलवार को दोपहर में मां दुर्गा की विदाई के पूर्व बंगाली समाज की महिलाओं ने सिंदूर खेला की रस्म पूरी की। इस दौरान महिलाओं ने सिंदूर, मिठाई, सुपारी, पान से माता की बरन पूजा की, इसके बाद महाआरती कर माता को सिंदूर अर्पित किया। फिर एक-दूसरे को सिंदूर लगाते हुए अखंड सुहाग की कामना कर पारंपरिक रूप से बंगाली विधि के मुताबिक रस्म पूरी की गई। इस दौरान महिलाओं ने जीवन भर सुहाग की रक्षा के लिए माता से प्रार्थना की। वहीं समाज के महिलाओं का कहना था कि मां दुर्गा को बेटी का स्वरूप माना जाता है। जो शारदीय नवरात्रि के पंचमी के दिन आह्वान के बाद षष्ठी को आती हैं। चार दिनों तक घरों में बेटी का सेवा-सत्कार करते हुए बंगाली घरों में धूमधाम से दुर्गोत्सव मनाया गया। जिसको दशमी के दिन सिंदूर खेला में मां दुर्गा को सिंदूर अर्पित कर उत्साह के साथ विदाई दी जाती है।
सिंदूर खेल का अलग ही महत्व
हिंदू धर्म में सिंदूर का बहुत बड़ा महत्व होता है, सिंदूर को सुहाग की निशानी कहा जाता है। वहीं मानना है कि सिंदूर का ये लाल रंग हर सुहागिन महिला के जीवन में खुशियां भर देता है। हर महिला चाहती है कि जीवन भर उसका सुहागन रहे। सिंदूर खेला के माध्यम से महिलाएं मां दुर्गा से जीवन भर सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद मांगती है। ताकि मां उनके पति पर आए संकट को दूर कर जीवन में सुख-समृद्धि प्रदान करें।

You Might Also Like

कर्मचारियों की बर्खास्तगी के विरोध में फेडरेशन ने मुख्यमंत्री के नाम सौपा ज्ञापन

बिना अनुमति बोर खनन कर रही दो गाड़ी जप्त

हनुमान मंदिर में मनाई गई पना संक्रांति

चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के चलते पूरे दिन बादल के साथ होती रही बूंदाबांदी

पति की मौत के गम में पत्नी ने किया जहर सेवन

Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Telegram Email
Previous Article जंगली सुअर का करंट से शिकार, तीन गिरफ्तार
Next Article क्या जातीय समीकरण से सधेगा सारंगढ़ का चुनाव

खबरें और भी है....

न्यायालयों में ऑनलाइन गवाही सुनिश्चित करें- सीएम साय
ट्रक की ठोकर से बाइक सवार महिला घायल
हाथी के हमले से ग्रामीण की हुई मौत
ग्रामीण ने जंगल में फांसी लगाकर की खुदकुशी
पीएम आवास निर्माण में लापरवाही, तीन पंचायत सचिव निलंबित

Popular Posts

न्यायालयों में ऑनलाइन गवाही सुनिश्चित करें- सीएम साय
मेगा हेल्थ कैंप का मिला फायदा, गंभीर एनीमिया से पीड़ित निर्मला को तुरंत मिला इलाज
स्कूल व आंगनबाड़ी के बच्चों का शत-प्रतिशत जारी करें जाति प्रमाण पत्र,कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने बैठक लेकर राजस्व विभाग की कामकाज की समीक्षा
दृष्टिहीन मिथिला का मौके पर बना राशन कार्ड, शारीरिक रूप से असमर्थ लोगों को मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सहायता योजना से लाभान्वित करने के दिए निर्देश
डेंगू से निपटने निगम और स्वास्थ्य की टीम फील्ड पर,पिछले 5 साल के मुकाबले इस साल केसेस कम, फिर भी सतर्कता जरूरी

OWNER/PUBLISHER-NAVIN SHARMA

OFFICE ADDRESS
Navin Kadam Office Mini Stadium Complex Shop No.42 Chakradhar Nagar Raigarh Chhattisgarh
CALL INFORMATION
+91 8770613603
+919399276827
Navin_kadam@yahoo.com
©NavinKadam@2022 All Rights Reserved. WEBSITE DESIGN BY ASHWANI SAHU 9770597735
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?