रायपुर। छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति तोडऩे पर छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के प्रमुख अमित बघेल ने कहा था कि, अग्रसेन महाराज की मूर्ति पर क्यों पेशाब नहीं करते, इनकी मूर्ति क्यों नहीं टूटती है। ये पाकिस्तानी सिंधी क्या जानते हैं। इस टिप्पणी के बाद रायपुर समेत देशभर में सिंधी और अग्रवाल समाज ने प्रदर्शन किया। अग्रवाल समाज ने धर्म गुरुओं के खिलाफ दिए गए आपत्तिजनक बयान के खिलाफ रायपुर के अग्रसेन चौक पर चक्काजाम किया। वहीं, कटोरा तालाब स्थित झूलेलाल धाम में बड़ी संख्या में सिंधी समाज के लोग इक_े हुए। क्रांति सेना की गिरफ्तारी की मांग की।
सिंधी समाज के पंचायत सलाहकार अमित चिमनानी ने कहा कि, सिंधी समाज ने छत्तीसगढ़ के विकास में बड़ा योगदान दिया है। अभी हाल में हुए ट्रेन हादसे में समाज के लोगों ने हर संभव मदद की। जब जब समाज में किसी भी प्रकार की आपदा या विपदा आईं है। सिंधी समाज मदद के लिए पहली पंक्ति में खड़ा है। कोरोना काल में जब लोग एक दूसरे से मिलने के लिए डर रहे थे, तब सिंधी समाज के सदस्यों ने कोरोना पीडि़त और असहाय मरीजों को अपनी गोद में उठाकर अस्पताल पहुंचाया। उनकी मदद के लिए आगे आए। छत्तीसगढ़ महतारी हमारी भी मां है, समाज का हर व्यक्ति उनका सम्मान करता है। वहीं, अग्रवाल समाज की सदस्य प्रीति अग्रवाल ने कहा कि, हम सभी समाज के लोग एक साथ रहते हैं। भगवान और गुरुओं के खिलाफ जो बयान दिया गया है, वह निंदनीय है। यह अलग-अलग समाज के बीच भेदभाव करने की कोशिश है। पुलिस ने अब तक कोई एक्शन नहीं लिया है, जो गलत है।
दरअसल, रायपुर के व्हीआईपी चौक पर छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति से तोडफ़ोड़ की गई। 26 अक्टूबर को छत्तीसगढिय़ा क्रांति सेना मौके पर पहुंची और जमकर हंगामा किया। इस दौरान क्रांति सेना और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प भी देखने को मिली। इस हंगामे के बाद, 27 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति दोबारा स्थापित कर दी गई। पुलिस ने इसी दिन सुबह राम मंदिर के पास से आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया। जांच में पता चला कि आरोपी मानसिक रूप से बीमार था और उसने नशे में मूर्ति तोड़ी थी। आरोपी मनोज सतनामी पुसौर का रहने वाला है। पुलिस ने आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है। परिजनों के मुताबिक आरोपी मानसिक रूप से बीमार है। सेंद्री और रांची में इलाज हुआ था। आरोपी ने घटना को अंजाम देना स्वीकार किया है। वह गांव में पहले भी मारपीट कर चुका है।
धर्म गुरुओं की मूर्ति पर टिप्पणी के विरोध में किया चक्काजाम
सिंधी-अग्रवाल समाज का प्रदर्शन, झूलेलाल धाम में जुटी भीड़



