रायगढ़। छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति को दर्शाने वाला एक भव्य कार्यक्रम, ‘लोक रंग उत्सव 2025’ जो जश्न- द्वारा आयोजित किया गया था, हाल ही में रायगढ़ में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। यह शानदार और रंगारंग कार्यक्रम विगत 2 नवंबर को किरोड़ीमल पॉलिटेक्निक ऑडिटोरियम में आयोजित हुआ। वहीं इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए बजरंग यादव ने बताया कि इस कार्यक्रम का आयोजन छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य नई पीढ़ी में छत्तीसगढ़ की कला, संस्कृति और परंपरा के प्रति जागरूकता फैलाना और इसे बढ़ावा देना रहा। इस सफल आयोजन के आयोजक कर्ता और डायरेक्टर श्री किस्मत चौहान और श्री आर्यन सिंह थे, जिनके अथक प्रयासों से यह संभव हो सका। उत्सव में छत्तीसगढ़ की पारंपरिक संस्कृति और रंगों को जीवंत करने के उद्देश्य से विभिन्न प्रतियोगिताएँ आयोजित की गईं। इनमें नृत्य (डांस प्रतियोगिता), छत्तीसगढ़ी वेशभूषा प्रतियोगिता, रंगोली, चित्रकला (ड्राइंग), और कला प्रदर्शनी (आर्ट एग्जि़बिशन) शामिल थीं। इन सभी प्रतियोगिताओं में बच्चों और युवाओं सहित सभी आयु वर्ग के प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपनी कला का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।वहीं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीमती पूनम सोलंकी वार्ड क्रमांक 18 की पार्षद की गरिमामय उपस्थिति रही। प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में प्रेम साय भगत, किरण सुरगे, प्रेरणा देवांगन, शिवानी वर्मा, और पौरस देवांगन शामिल थे। सभी प्रतिभागियों ने इस कार्यक्रम में अपना शत-प्रतिशत योगदान दिया और उन्हीं के शानदार प्रदर्शन से हमारे कार्यक्रम की भव्यता बढ़ी। कार्यक्रम में प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। इसी के साथ, कुछ विशेष प्रस्तुतियाँ भी हुईं, जिनमें उभरते कलाकारों पूर्वी महंत और वंश साओ ने राज्य गीत की मनमोहक प्रस्तुति दी। कार्यक्रम के प्रायोजक थे कॉस्ट्यूम हाउस, कोतरा रोड, और युवराज ट्यूटोरियल, बिलासपुर। कार्यक्रम को सफल बनाने में श्रीमती रितु सिंह और श्रीमती भावना प्रतिश तायवाड़े ने विशेष भूमिका निभाई व जयन गुप्ता, निखिल सिंह जाटवर और राहुल प्रधान का भी बहुमूल्य सहयोग रहा।कार्यक्रम विशेष रूप से हमारे छत्तीसगढ़ की वेशभूषा, कला, नृत्य और संस्कृति की विशेषताओं को बढ़ावा देने, साथ ही युवा पीढ़ी में इस विरासत के प्रति जागरूकता लाने में पूरी तरह सफल रहा। मंच पर लोक संस्कृति की सुंदर झलक दिखाई दी।



