सिंधी समाज सहित सर्व समाज के लोग भी हुए शामिल
विरोध स्वरूप बंद रखे अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान
अग्र समाज की महिलाओं ने भी बढ़-चढक़र लिया हिस्सा

रायगढ़। आज अग्र समाज द्वारा एक कुंठित मानसिकता के व्यक्ति के द्वारा अग्रसेन महाराज भगवान झूलेलाल और हमारे देश के महापुरुष के ऊपर बहुत ही अमर यदि टिप्पणी की गई इसके विरोध स्वरूप आज हजारों की संख्या में अग्रवाल समाज के महिला और पुरुषों ने धरना प्रदर्शन करके अपना आक्रोश व्यक्त किया और अमित बघेल के ऊपर छत्तीसगढ़ शासन और रायगढ़ के प्रशासन से राष्ट्रद्रोह सहित गंभीर धाराओं में अपराध दर्ज करने के लिए मांग रखी है।
जैसा की सर्वविदित है कि रायगढ़ की माटी में रची बसी कौमी एकता की भवन फिर से आज के धरना प्रदर्शन में देखने को मिली जब रायगढ़ के विभिन्न समाज के प्रतिनिधि धरना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने किसी व्यक्ति के द्वारा अग्रवाल समाज और सिंधी समाज के आराध्य, देश के महापुरुषों के ऊपर आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए खुलकर इस विरोध में अपना पूर्ण रूप से समर्थन दिया और भविष्य में भी कोई भी आंदोलन के लिए कम से कदम मिलाकर चलने की बात सार्वजनिक मंच से कहीं। आज के धरना प्रदर्शन में हमारा पूरा शहर का हर वर्ग आक्रोशित नजर आया।
आज इस विशाल महा धरना प्रदर्शन के मंच से अग्रवाल समाज सिंधी समाज सहित विभिन्न समाज के जो गणमान्य नागरिक पहुंचे थे उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार और रायगढ़ के प्रशासन से अपील कि है कि ऐसे व्यक्ति पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए जिसने आज अग्रवाल समाज, सिंधी समाज एवं अन्य समाज को को सडक़ पर आकर आंदोलन करने पर मजबूर कर दिया है। सभी लोगों ने एक स्वर में मांग की है कि ऐसे कुंठित मानसिकता के व्यक्ति पर कार्यवाही ऐसी होनी चाहिए कि भविष्य में छत्तीसगढ़ में फूल डालो डालो शासन करो कि राजनीति के लिए उस व्यक्ति को 1000 बार सोचना पड़े। अग्रवाल समाज सिंधी समाज एवं धरना में शामिल प्रत्येक व्यक्ति ने पूरे रायगढ़ वासियों का यहां की भाईचारा और एकता को बनाए रखने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद और आभार व्यक्त किया और शासन से शीघ्र कार्रवाई की मांग करता कि है।
समाज के प्रत्येक व्यक्ति जो आज के धरने में शामिल थे वहां पर हर महिला पुरुष बुजुर्गों के मन में अपने सभी छोटे बड़े उन जनप्रतिनिधियों के प्रति भी आक्रोश देखने को मिला है जिन्होंने मंच या किसी भी अन्य माध्यम से समाज का समर्थन नहीं किया। भीड़ में इस बात की भी चर्चा बहुत जोर से थी की क्या आसामाजिक तत्वों को जनप्रतिनिधियों का और सरकार का समर्थन हासिल है जो वह ऐसे गंदे कार्य कर रहे हैं और समाज में फुट की भावना उत्पन्न कर रहे हैं। समाज के लोगों ने प्रशासन और शासन को स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि शीघ्र इस व्यक्ति पर कड़ी कार्रवाई नहीं हुई तो बहुत ही जल्द उग्र आंदोलन के लिए रणनीति तैयार की जाएगी।



