बिलासपुर। केंद्रीय सतर्कता आयोग, नई दिल्ली ने साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की पारदर्शिता, जवाबदेही और एथिकल गवर्नेंस को सुदृढ़ बनाने हेतु की गई टेक्नॉलॉजिकल एवं डिजिटल पहलों को अपनी वार्षिक प्रकाशन ‘प्रिवेंटिव विजिलेंस मेजर्स- 2025’ में शामिल किया है। इस प्रकाशन में ‘स्मार्ट विजिलेंस, सेफर माइन्स’ शीर्षक से प्रकाशित आलेख में एसईसीएल की इनॉवेटिव और प्रोग्रेसिव प्रैक्टिसेज़ को रेखांकित किया गया है, जिसमें बताया गया है कि किस प्रकार डिजिटल सिस्टम्स का उपयोग प्रिवेंटिव विजिलेंस, सेफ्टी और ऑपरेशनल एफिशिएंसी को सुदृढ़ बनाने में किया जा रहा है।
मुख्य पहलों में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) को डिजिटल विजिलेंस की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में दर्शाया गया है। आईसीसीसी के अंतर्गत सीसीटीवी सर्विलांस, व्हीकल लोड मॉनिटरिंग, फायर और स्मोक डिटेक्शन तथा पीपीई कंप्लायंस को एकीकृत किया गया है। एआई एनालिटिक्स के माध्यम से किसी भी अनियमितता की पहचान रियल टाइम में हो जाती है, जिससे त्वरित एवं प्रिवेंटिव एक्शन संभव हो पाता है। प्रकाशन में एसईसीएल की डिजीकोल (डीजीकोल) पहल का भी उल्लेख किया गया है जो ड्रोन, आईओटी डिवाइसेज़ और एआई एनालिटिक्स की सहायता से माइन प्लानिंग, मॉनिटरिंग और लैंड मैनेजमेंट को अधिक प्रभावी बनाती है। यह प्रणाली रियल टाइम वॉल्यूमेट्रिक एनालिसिस, फ्यूल ट्रैकिंग और इक्विपमेंट परफॉर्मेंस असेसमेंट के माध्यम से वैज्ञानिक खनन एवं पारदर्शिता को बढ़ावा देती है।
सतर्कता के क्षेत्र में एक अन्य उल्लेखनीय कदम फ्यूल डिस्पेंसिंग सिस्टम का ऑटोमेशन रहा है। एसईसीएल ने आरएफआईडी बेस्ड डीडीयू ऑटोमेशन सिस्टम लागू किया है, जिससे केवल ऑथराइज्ड व्हीकल्स और मशीनों को ही फ्यूल प्राप्त हो सकता है। प्रत्येक ट्रांज़ैक्शन का डिजिटल ऑडिट ट्रेल तैयार होता है, जिसकी निगरानी एआई बेस्ड एनालिटिक्स द्वारा की जाती है। इस पहल से फ्यूल मैनेजमेंट में पारदर्शिता, जवाबदेही और उल्लेखनीय बचत सुनिश्चित हुई है। इसके अतिरिक्त, एसईसीएल के विजिलेंस एंड सिस्टम्स डिपार्टमेंट द्वारा विकसित एआई पावर्ड ‘जटायु डैशबोर्ड’ एक वन-स्टॉप डिजिटल प्लेटफॉर्म प्रदान करता है, जहाँ सभी रूल्स, गाइडलाइन्स और सर्कुलर्स तक त्वरित एवं प्रमाणिक पहुँच संभव है। इसमें समाहित एआई चैटबॉट उपयोगकर्ताओं को रूल-बेस्ड वेरिफाइड इन्फॉर्मेशन उपलब्ध कराता है, जिससे डिसीजन मेकिंग प्रोसेस अधिक पारदर्शी एवं तथ्यपरक बनती है। इन सभी पहलों के माध्यम से एसईसीएल ने इंटीग्रिटी एवं टेक्नॉलॉजिकल इनोवेशन की संस्कृति को सुदृढ़ करने की अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाया है। मिनिस्ट्री ऑफ कोल के मार्गदर्शन और सीवीसी की दृष्टि से प्रेरित होकर एसईसीएल सतत रूप से डिजिटल सॉल्यूशंस अपनाते हुए अधिक सुरक्षित, पारदर्शी और एफिशिएंट संचालन की दिशा में अग्रसर है।
सतर्कता और पारदर्शिता के लिए एसईसीएल की तकनीकी पहलों की केंद्रीय सतर्कता आयोग ने खुल कर सराहना की



