जांजगीर-सक्ती। सक्ती जिले के ग्राम पंचायत मरघट्टी से गुरुवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। गांव के 60 वर्षीय किसान रेशम सिदार की महानदी में डूबने से मौत हो गई। हादसा तब हुआ, जब मिरौनी बैराज के कर्मचारियों ने रिपेयरिंग कार्य के दौरान एक साथ छह गेट खोल दिए, जिससे नदी में अचानक तेज बहाव आ गया और नदी पार कर रहे रेशम सिदार बह गए।
सूत्रों के अनुसार, रेशम सिदार रोज की तरह महानदी के बीच स्थित टापू पर सब्जियों की खेती करने गए थे। दोपहर में वे भोजन के लिए घर लौट रहे थे, तभी तेज पानी के प्रवाह में फंसकर नदी में समा गए। घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों ने हसौद थाना पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और तत्काल एनडीआरएफ की टीम को बुलाकर सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। टीम द्वारा महानदी में लगातार तलाशी अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन खबर लिखे जाने तक शव का कोई सुराग नहीं लग पाया है। वही ग्रामीणों का कहना है कि मिरौनी बैराज में पिछले कुछ दिनों से गेट रिपेयरिंग का काम चल रहा था, जिसमे मरम्मत करने वाले कर्मचारियों की लापरवाही से एक साथ छह गेट खोल दिए गए, जबकि नियम के अनुसार गेटों को एक-एक कर खोलना चाहिए था, ताकि पानी का प्रवाह नियंत्रण में रहे और पानी की अधिक बहाव न हो, लेकिन कर्मचारियों ने मनमानी करते हुए एक साथ बैराज के छह गेट को खोल दिए हैं, जिसके कारण यह दुर्घटना घटित हुआ है। स्थानीय लोगों ने इस घटना को प्रशासनिक लापरवाही बताया है और दोषी कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं, हसौद थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
मिरौनी बैराज के कर्मचारियों की लापरवाही से किसान महानदी में बहा, मौत
मरम्मत कार्य के दौरान एक साथ छह गेट खोलने से बढ़ा नदी का जलस्तर, एनडीआरएफ चला रही सर्च ऑपरेशन, सक्ती जिले के ग्राम मरघट्टी की घटना



