रायगढ़। अपने ही व्यापारी रिश्तेदार द्वारा खरीदे गये शेयर को कूटरचित दस्तावेज और फर्जी हस्ताक्षर के जरिये जाली गिफ्ट डीड तैयार करते हुए अपने नाम ट्रांसर्फर कराने वाले श्री बांके बिहारी इस्पात कंपनी के डायरेक्टर हरबिलास अग्रवाल और उनके दोनों बेटों प्रणव और आयुष अग्रवाल के खिलाफ पूंजीपथरा पुलिस ने 420, 34 के तहत अपराध कायम किया है। खास बात यह है कि आरोपी उद्योगपति ने अपने बेटों के साथ मिलकर शेयर बेचने के बाद नोटरी के जरिये फर्जी दानपत्र बनवाया जबकि नोटरी को गिफ्ट डीड बनाने का अधिकार है ही नहीं।
मूलत: सूरजपुर के केतका निवासी और उद्योगपति हरबिलास अग्रवाल के रिश्तेदार अजय अग्रवाल ने पूंजीपथरा थाने में श्री बांके बिहारी इस्पात कंपनी के डायरेक्टरों के खिलाफ लिखित रिपोर्ट दर्ज कराया था। रिपोर्ट में बताया गया था कि फ्रेंडस कॉलोनी निवासी हरबिलास अग्रवाल वो लोग एक ही परिवार के हैं। मार्च महीने में उन्होंने श्री बांके बिहारी इस्पात प्रा. लि. के 2 लाख 9 हजार 960 नग शेयर 10 रूपये फेस वेल्यु के शेयर सर्टिफिकेट के माध्यम से क्रय किये थे। जिसकी आज की वेल्यु लगभग साढ़े 4 करोड़ रूपये है। अजय अग्रवाल ने अपनी शिकायत में यह भी बताया कि हरबिलास अग्रवाल ने गिफ्ट डीड से संबंधित कूटरचित दस्तावेजों को तैयार किया और उसके हस्ताक्षर किये। साथ ही हरबिलास अग्रवाल ने एक फर्जी और बेक डेट का गिफ्ट डीड 100 रूपये के स्टाम्प में बनवाकर रायगढ़ के एक का सील युक्त 16 मई 2024 को निष्पादित कराया है, जिसमें इस बात का उल्लेख किया है कि 2 लाख 9 हजार 960 शेयर आवेदक यानि अजय अग्रवाल ने अपने भाई अनावेदक हरबिलास अग्रवाल को गिफ्ट कर दिया है। जिसमें अजय अग्रवाल और हरबिलास अग्रवाल के हस्ताक्षर तो थे मगर गिफ्ट डीड को नोटरी के समक्ष प्रस्तुत करने के लिये हरबिलास अग्रवाल ने अजय अग्रवाल के फर्जी हस्ताक्षर कर उक्त गिफ्ट डीड को तैयार कराया गया है। गिफ्ट डीड के निष्पादन के समय और 100 रूपये का स्टाम्प लेते समय अजय अग्रवाल उपस्थित ही नहीं था। इस प्रकार हरबिलास अग्रवाल ने फर्जी गिफ्ट डीड नोटरी के समक्ष बेक डेट का बनाकर उसमे उसके फर्जी हस्ताक्षर कर फर्जी गिफ्ट डीड बनवाया है और श्री बाँके बिहारी इस्पात प्रा. लि. के शेयर के डायरेक्टरों से मिली भगत कर उक्त शेयर को जाली शेयर ट्रांसफर डीड के माध्यम से उसके फर्जी हस्ताक्षर कर अपने नाम से ट्रांसफर कराया है।
डायरेक्टर पद का किया दुरुपयोग
अजय अग्रवाल ने अपनी शिकायत में यह भी बताया है कि प्रणव अग्रवाल और आयुष अग्रवाल ने कंपनी के डायरेक्टर पद का दुरूपयोग करते हुए उसे जारी किये गए 28 शेयर सर्टिफिकेट जो कि कुल 2 लाख 9 हजार 960 शेयर से संबंधित है को नष्ट हुआ बताकर उसकी जगह केवल 1 शेयर सर्टिफिकेट 20 अपै्रल 2024 को जारी कर हरबिलास अग्रवाल के इस षडयंत्र को अंजाम दिया है जो पूरी तरह से फर्जी, अवैध एवं षडयंत्रकारी है। अजय अग्रवाल की रिपोर्ट के बाद पूंजीपथरा पुलिसि हरबिलास अग्रवाल और उसके पुत्र आयुष अग्रवाल, प्रणव अग्रवाल के खिलाफ धारा 420, 34 आईपीसी के तहत अपराध दर्ज करते हुए पूरे मामले को जांच में ले लिया है।