बिलासपुर। भारतीय रेलवे द्वारा इस वर्ष 17 सितम्बर से 01 अक्टूबर 2025 तक स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत ‘स्वच्छता ही सेवा’ 2025 अभियान को स्वच्छोत्सव के रूप में पूरे देशभर में भव्य रूप से मनाया जा रहा है। इसके अंतर्गत 02 अक्टूबर को स्वच्छ भारत दिवस के रूप में मनाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि 22 सितम्बर 2025 को के तहत बीसीएन डिपो परिसर में उपलब्ध कबाड़ सामग्री का उपयोग कर मंडल के कर्मचारियों ने अपनी सृजनशीलता अनुपयोगी वस्तुओं का भी सही उपयोग कर उन्हें उपयोगी और कलात्मक रूप दिया था। रेलवे विद्यालय के विद्यार्थियों ने भी अपनी कल्पनाशक्ति और रचनात्मक कौशल का परिचय देते हुए वेस्ट मटेरियल से सजावटी वस्तुएँ, आकर्षक मॉडल, उपयोगी घरेलू सामान एवं कलात्मक डिज़ाइन तैयार किए थे। स्वच्छता ही सेवा 2025 अभियान के अंतर्गत आज स्वच्छोत्सव कार्यक्रम के तहत बिलासपुर स्टेशन परिसर में स्टॉल लगाकर वेस्ट मटेरियल से बनी कलाकृतियों की प्रदर्शनी एवं बिक्री की गई। इसमें रेलवे स्कूल क्रमांक 01 व 02 के बच्चों एवं बीसीएन डिपो के कर्मचारियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। प्रदर्शनी में यात्रियों एवं आम नागरिकों ने बढ़-चढक़र भाग लिया और प्रस्तुत कलाकृतियों की सराहना करते हुए उन्हें खरीदा भी। इस क्रियाशील पहल से प्रतिभागियों का मनोबल बढ़ा तथा स्वच्छ भारत के संकल्प को और अधिक गति मिली।
रेलवे प्रशासन का मानना है कि इस प्रकार की पहल से स्वच्छता के साथ-साथ पर्यावरण जागरूकता और नवाचार की संस्कृति को भी समाज में बढ़ावा मिलेगा। स्वच्छता ही सेवा अभियान के आठवें दिन कल दिनांक 24 सितम्बर 2025 को स्वच्छता से संबंधित डोर टू डोर कार्यक्रम आयोजित कर स्वच्छता के महत्व को बताते हुये स्टेशन परिसर और कालोनियों को स्वच्छ बनाए रखने के लिए प्रेरित किया जाएगा 7
स्वस्थ नारी – सशक्त परिवार अभियान महिला स्वास्थ्य और परिवार सशक्तिकरण की दिशा में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की अनूठी पहल
बिलासपुर। महिला स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना किसी भी सशक्त समाज की नींव है। इसी विचार को केन्द्र में रखते हुए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे केन्द्रीय चिकित्सालय बिलासपुर में 17 सितम्बर से 02 अक्टूबर 2025 तक ‘स्वस्थ नारी – सशक्त परिवार अभियान’ का आयोजन किया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य केवल महिला स्वास्थ्य की देखभाल तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके माध्यम से परिवार, समाज और राष्ट्र को भी मजबूत बनाना है। इस पहल के माध्यम से महिलाओं में प्रचलित रोगों जैसे कैंसर, एनीमिया, उच्च रक्तचाप, डायबिटीज़ और मोटापा की समय पर पहचान और रोकथाम की जा रही है। साथ ही पोषण, मासिक धर्म स्वच्छता और स्वस्थ जीवनशैली पर व्यापक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। महिला कर्मचारियों एवं उनके परिवार को स्वास्थ्य सेवाओं से जोडऩा, निवारक स्वास्थ्य सेवाओं को स्क्रीनिंग, स्वास्थ्य जांच और रक्तदान शिविरों के माध्यम से प्रसारित करना तथा महिला स्वास्थ्य को सशक्त कर परिवार और समाज को मजबूत बनाने का संकल्प इस अभियान के केन्द्र में है।
अभियान की शुरुआत 17 सितम्बर को उद्घाटन दिवस के रूप में हुई, जिसमें हेल्दी लाइफस्टाइल, कैंसर जागरूकता, मासिक धर्म स्वच्छता और पोषण पर कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसके बाद 18 सितम्बर को सफाई मित्रों के लिए स्वास्थ्य परीक्षण शिविर लगाया गया, जिसमें 365 महिला सफाई मित्रों का परीक्षण किया गया। 19 सितम्बर को महिला स्वास्थ्य शिविर आयोजित हुआ जिसमें 153 महिलाएँ शामिल हुईं। इनमें से 30 महिलाओं की स्तन एवं गर्भाशय कैंसर जांच, 4 की नेत्र जांच और सभी का बीएमआई व ब्लड शुगर लिया गया। 20 सितम्बर को आयोजित विशेष शिविर में 129 महिलाएँ शामिल हुईं जिनमें 6 गर्भवती महिलाएँ भी थीं। इस दौरान 62 महिलाओं की कैंसर स्क्रीनिंग, 44 की एनीमिया जांच, 10 की थायरॉइड स्क्रीनिंग और 4 पॅप स्मीयर किए गए। इसी दिन आरपीएफ स्टाफ ने 53 यूनिट रक्तदान कर अभियान को नई ऊँचाई दी।
21 सितम्बर को मल्टीस्पेशियलिटी कैंप का आयोजन किया गया जिसमें 20 महिलाओं ने भाग लिया। इस दिन सभी का हाईपरटेंशन, डायबिटीज़, बीएमआई, बीएमडी तथा नेत्र परीक्षण किया गया। 22 सितम्बर को 66 महिलाओं की डायबिटीज़ और ब्लड प्रेशर की जांच की गई और उन्हें जीवनशैली सुधार के संबंध में परामर्श दिया गया। 23 सितम्बर को भी स्वास्थ्य जांच का सिलसिला जारी रहा और 20 महिलाओं की जांच एवं परामर्श किया गया।
अभियान के आगामी दिनों में जीवनशैली रोगों की स्क्रीनिंग, पोषण और एनीमिया जागरूकता कार्यक्रम, किशोरी बालिकाओं की जांच, रक्तदान शिविर, सुरक्षा श्रेणी कर्मचारियों के लिए व्यावसायिक स्वास्थ्य स्क्रीनिंग, वरिष्ठ नागरिकों का स्वास्थ्य परीक्षण और सामुदायिक जागरूकता कार्यक्रम शामिल हैं। समापन दिवस 02 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर रक्तदान शिविर और समारोह के साथ मनाया जाएगा।
इस अभियान की विशेषता यह है कि न केवल केन्द्रीय चिकित्सालय बिलासपुर बल्कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के सभी तीनों रेल मंडल बिलासपुर, रायपुर और नागपुर इसमें सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। यह पहल महिलाओं को सुरक्षित, किफायती और सुविधाजनक स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराकर न केवल उन्हें, बल्कि पूरे परिवार और समाज को सशक्त बनाने की दिशा में एक ठोस कदम है। निश्चित रूप से स्वस्थ नारी-सशक्त परिवार अभियान दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का एक सराहनीय प्रयास है, जो आने वाले समय में महिला स्वास्थ्य के क्षेत्र में नई प्रेरणा और सकारात्मक बदलाव का माध्यम बनेगा।
‘स्वच्छोत्सव’ अभियान के तहत वेस्ट मटेरियल से बनी कलाकृतियों की प्रदर्शनी एवं बिक्री
