NavinKadamNavinKadamNavinKadam
  • HOME
  • छत्तीसगढ़
    • रायगढ़
      • खरसिया
      • पुसौर
      • धरमजयगढ़
    • सारंगढ़
      • बरमकेला
      • बिलाईगढ़
      • भटगांव
    • शक्ति
    • जांजगीर चांपा
    • बिलासपुर
  • क्राइम
  • आम मुद्दे
  • टेक्नोलॉजी
  • देश-विदेश
  • राजनीति
  • व्यवसाय
  • Uncategorized
Reading: सामुदायिक मध्यस्थता से ग्राम स्तर पर ही सुलझेंगे आपसी विवाद
Share
Font ResizerAa
NavinKadamNavinKadam
Font ResizerAa
  • HOME
  • छत्तीसगढ़
  • क्राइम
  • आम मुद्दे
  • टेक्नोलॉजी
  • देश-विदेश
  • राजनीति
  • व्यवसाय
  • Uncategorized
  • HOME
  • छत्तीसगढ़
    • रायगढ़
    • सारंगढ़
    • शक्ति
    • जांजगीर चांपा
    • बिलासपुर
  • क्राइम
  • आम मुद्दे
  • टेक्नोलॉजी
  • देश-विदेश
  • राजनीति
  • व्यवसाय
  • Uncategorized
Follow US
  • Advertise
© 2022 Navin Kadam News Network. . All Rights Reserved.
NavinKadam > रायगढ़ > सामुदायिक मध्यस्थता से ग्राम स्तर पर ही सुलझेंगे आपसी विवाद
रायगढ़

सामुदायिक मध्यस्थता से ग्राम स्तर पर ही सुलझेंगे आपसी विवाद

जिला प्रशासन की अभिनव पहल, पटवारी-सरपंच-सचिव व कोटवारों को दिया गया विशेष प्रशिक्षण

lochan Gupta
Last updated: September 14, 2025 12:21 am
By lochan Gupta September 14, 2025
Share
5 Min Read

रायगढ़। ग्राम स्तर पर उत्पन्न होने वाले छोटे-छोटे विवाद, जो प्रायरू न्यायालय और थाने तक पहुँच जाते हैं, अब गाँव में ही आपसी सुलह-सहमति से सुलझाए जा सकेंगे। इस दिशा में जिला प्रशासन ने एक अभिनव पहल करते हुए सामुदायिक मध्यस्थताश् को बढ़ावा देने की शुरुआत की है। इसके अंतर्गत ग्राम पंचायत स्तर पर कार्यरत पटवारी, सरपंच, सचिव और कोटवारों को मध्यस्थता के कानूनी प्रावधानों और व्यावहारिक पहलुओं का विशेष प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रशिक्षण नगर निगम ऑडिटोरियम रायगढ़ में दो पालियों में सम्पन्न हुआ। पहली पाली में धरमजयगढ़, लैलूंगा व तमनार विकासखंड और दूसरी पाली में रायगढ़, पुसौर, खरसिया व घरघोड़ा ब्लॉक के पटवारियों, सरपंचों, पंचायत सचिवों और कोटवारों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण का शुभारंभ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया गया। इस अवसर पर उच्च न्यायालय बिलासपुर की मध्यस्थ अधिवक्ता हमीदा सिद्दीकी, कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी, जिला पंचायत सीईओ जितेंद्र यादव, अपर कलेक्टर अपूर्व प्रियेश टोप्पो, रवि राही, डॉ.प्रियंका वर्मा, एसडीएम घरघोड़ा दुर्गा प्रसाद अधिकारी, एसडीएम रायगढ़ महेश शर्मा, एसडीएम लैलूंगा भरत कौशिक, एसडीएम धरमजयगढ़ प्रवीण भगत, डीएसपी साईबर अनिल विश्वकर्मा, डीएसपी ट्रेफिक उत्तम प्रताप सिंह, जनपद पंचायतों के सीईओ, तहसीलदार और नायब तहसीलदार, सीजीआईएएम के अधिवक्ता रूपक विजय पांडे, जैद खान और विवेकानन्द मौजूद रहे।
प्रशिक्षण सत्र को संबोधित करते हुए कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने कहा कि इस पहल से गाँव स्तर पर आपसी भाईचारा और सद्भाव और बेहतर होगा। समय और धन की बचत होगी। विवाद न्यायालय और थाने तक पहुँचने से पहले ही हल हो जाएँगे। ग्राम पंचायतें श्विवाद रहित पंचायतश् के रूप में स्थापित होंगी। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों से कहा कि आप लोगों के पास पहले से ही समाज का विश्वास और अधिकार है। अब यह पहल आपको एक औपचारिक जिम्मेदारी भी दे रही है। गाँवों में आपसी विवाद यदि स्थानीय स्तर पर ही सुलझ जाएँ तो न्यायालय और पुलिस दोनों पर बोझ घटेगा। इसलिए इसे गंभीरता से समझें और व्यवहार में लागू करें। जिला पंचायत सीईओ जितेंद्र यादव ने कहा कि आगामी 2 अक्टूबर को ग्राम सभाओं में अविवादित नामांतरण, बँटवारा, अतिक्रमण और पंचायत शक्तियों पर चर्चा की जाएगी। साथ ही प्रत्येक पंचायत में मध्यस्थता पैनल का चयन कर इस व्यवस्था को आगे बढ़ाई जाएगी। रायगढ़ जिला प्रशासन की सामुदायिक मध्यस्थता की पहल न केवल ग्राम स्तर पर विवादों का समाधान करेगी, बल्कि न्यायिक व्यवस्था में बोझ कम कर, सामाजिक समरसता को भी नई ऊँचाइयों तक ले जाएगी। उच्च न्यायालय बिलासपुर की मध्यस्थ अधिवक्ता हमीदा सिद्दीकी ने कहा कि मध्यस्थता आज की आवश्यकता है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वयं चाहते थे कि लोग अपने विवाद आपसी बातचीत से सुलझाएँ, न कि अदालत जाएँ। मध्यस्थता का अर्थ है दो पक्षों के बीच तटस्थ तीसरे व्यक्ति की सहायता से सहमति कराना है। मध्यस्थता की प्रक्रिया में कोई भी व्यक्ति हारता या जीतता नहीं है, बल्कि दोनों पक्ष मिलकर एक ऐसा समाधान निकालते हैं जो दोनों के लिए स्वीकार्य हो। यह प्रक्रिया पूरी तरह गोपनीय होती है और एक बार समझौता हो जाने पर उसे एक कानूनी समझौते के रूप में लिखा जाता है।
मध्यस्थता में अपील नहीं होती, निर्णय गोपनीय और अंतिम माना जाता है। पारंपरिक पंचायत व्यवस्था की तरह ही, आज भी गाँवों में आपसी सुलह की परंपरा को पुनर्जीवित करने की जरूरत है। उन्होंने व्यावहारिक उदाहरणों, केस स्टडी और डेमो के माध्यम से बताया कि किस प्रकार भूमि संबंधी विवाद, घरेलू कलह और छोटे स्तर के आपसी झगड़े मध्यस्थता के जरिए त्वरित और स्थायी समाधान पा सकते हैं। उन्होंने श्पंच परमेश्वरश् की पुरानी भारतीय अवधारणा को बताते हुए कहा कि जहाँ बुजुर्ग लोग गाँवों में बैठकर विवादों को सुलझाते थे। मध्यस्थता इसी परंपरा का आधुनिक और कानूनी रूप है।

You Might Also Like

पेयजल की समस्या से जूझ रहे केंकरानारा गांव के ग्रामीण

ट्रेलर ने स्कॉर्पियो को ठोका, बुजुर्ग की मौत

महंगाई को लेकर आम आदमी बेहाल कांग्रेस ने किया विरोध प्रदर्शन’

आर.एल.हॉस्पिटल में 31 मार्च को पेट एंव लिवर रोग विशेषज्ञ डॉ संजय अग्रवाल रहेंगे उपलब्ध

रायगढ़ लोकसभा में राधेश्याम और मेनका के बीच होगा मुकाबला

Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Telegram Email
Previous Article सस्ती नहीं, अब मुफ्त बिजली की ओर बढ़ता रायगढ़
Next Article चिंटू साबरी हुसैनी सेना के प्रदेश उपाध्यक्ष नियुक्त

खबरें और भी है....

विकास के नाम पर विनाश का शुभारंभ
कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने किया रक्तदान
ट्रेलर चालकों के बीच हिंसक झड़प, चार गिरफ्तार
छोटी बहन को मौत के घाट उतारने वाली बहन को उम्र कैद
रायकेरा कैंप से मोबाइल व नगदी की चोरी करने वाला आरोपी जेल दाखिल

Popular Posts

डेंगू से निपटने निगम और स्वास्थ्य की टीम फील्ड पर,पिछले 5 साल के मुकाबले इस साल केसेस कम, फिर भी सतर्कता जरूरी
जहां रकबे में हुई है वृद्धि पटवारियों से करवायें सत्यापन-कलेक्टर श्रीमती रानू साहू,मांग अनुसार बारदाना उपलब्ध कराने के निर्देश
विकास के नाम पर विनाश का शुभारंभ
मेगा हेल्थ कैंप का मिला फायदा, गंभीर एनीमिया से पीड़ित निर्मला को तुरंत मिला इलाज
स्कूल व आंगनबाड़ी के बच्चों का शत-प्रतिशत जारी करें जाति प्रमाण पत्र,कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने बैठक लेकर राजस्व विभाग की कामकाज की समीक्षा

OWNER/PUBLISHER-NAVIN SHARMA

OFFICE ADDRESS
Navin Kadam Office Mini Stadium Complex Shop No.42 Chakradhar Nagar Raigarh Chhattisgarh
CALL INFORMATION
+91 8770613603
+919399276827
Navin_kadam@yahoo.com
©NavinKadam@2022 All Rights Reserved. WEBSITE DESIGN BY ASHWANI SAHU 9770597735
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?