रायगढ़. मौसम में लगातार बदलाव के साथ अगले तीन दिनों तक जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में गरज चमक के साथ बारिश होने की संभावना बन रही है, लेकिन इन दिनों एक ही दिन में मौसम के कई रंग बदल रहे हैं, इससे कभी उमस के साथ गर्मी तो कभी मौसम में ठंडक आने से इसका असर लोगों के सेहत पर दिखाई दे रहा है।
उल्लेखनीय है कि जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में विगत सप्ताहभर से मौसम का रंग कुछ अलग ही दिख रहा है। ऐसे में सुबह से लेकर दोपहर तक तेज धूप और अचानक तेज बारिश होने से मौसम में उमस भर जा रहा है। वहीं शनिवार को सुबह से कभी तेज धूप तो कभी बादल का दौर पूरे दिन रहा, इससे शाम के समय उमस कर अहसास हुआ, साथ ही जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में हल्की वर्षा दर्ज की गई है। वहीं मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिम- मध्यम और उससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी, उत्तर आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा के तटों पर निम्न दबाव का क्षेत्र शनिवार सुबह से बना हुआ है, साथ ही एक चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक बना और दक्षिण-पश्चिम की ओर झुक रहा है, इससे अगले दो दिनों के दौरान ओडिशा होते हुए छत्तीसगढ़ से गुजरने की संभावना है, इससे अलग-अलग क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ अच्छी बारिश हो सकती है। साथ ही रविवार को जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ बारिश व वज्रपात होने की बात कही जा रही है।
धूप व बादल का चलता रहा खेल
शनिवार को सुबह से ही कभी धूप तो कभी बादल का खेल चलता रहा। इससे दोपहर के समय गर्मी के साथ उमस का अहसास हुआ। वहीं शाम होते ही मौसम में हल्की ठंडक आई थी, ऐसे में इन दिनों सुबह शाम लोग शहर के पार्कों में समय बिता रहे हैं। लोगों का कहना है कि दिन भर उमस झेलने के बाद पार्क में कुछ घंटा रहने से अच्छा महसूस होता है। इसी को लेकर इन दिनों सुबह-शाम पार्को में अच्छा-खासा भीड़ देखी जा रही है।
वायरल की समस्या से जूझ रहे लोग
उल्लेखनीय है कि इन दिनों लगातार मौसम में बदलाव होने से लोगों के सेहत पर असर पड़ रहा है। इससे हर दिन अस्पतालों में मरीज कतारबद्ध नजर आ रहे हैं। इस संंबंध में जिला अस्पताल के विशेषज्ञ डॉ. प्रकाश चेतवानी ने बताया कि विगत माहभर से अस्पताल में ज्यादातर मरीज सर्दी-खांसी व बुखार से पीडि़त होकर आ रहे हैं। इन मरीजों में ज्यादातर ऐसे मरीज है जो कभी धूप तो कभी बारिश में भींग जाने के कारण इनकी तबीयत बिगड़ रही है, इससे अब अस्पताल आने वाले मरीजों को दवा के साथ सावधानी बरतने की भी सलाह दी जा रही है। क्योंकि वायरल फीबर अचानक तेज होने से मरीज परेशान हो जा रहे हैं, हालांकि पांच दिन दवा चलने के बाद स्थिति नार्मल हो रही है। ऐसे में अब सावधानी बेहद जरूरी है। इससे तेज धूप में निकलने से परहेज करें और बारिश आते ही सुरक्षित स्थान पर चले जाएं, ताकि भीगने से बच सके, वहीं अगर ऐसा लगे कि बुखार आने वाला है तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर जांच कराएं ताकि समय से उपचार शुरू हो सके।
खान-पान का रखें विशेष ध्यान
वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि बरसात के दिनों में खान-पान का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। बाहरी खाद्य पदार्थों के सेवन से परहेज करने की जरूरत है, क्योंकि बरसात के दिनों में कई तरह किटाणु निकलते हैं, जो खुले में रखे खाद्य पदार्थों पर बैठते, जो सेहत के लिए नुकसान दायक है, ऐसे में पानी को उबालकर पीऐ और बासी व दूषित भोजन से परहेज करें, साथ ही ज्यादा से ज्यादा पानी का सेवन सेहत के लिए फायदेमंद होगा।
मौसम साफ होते ही उमस व गर्मी करने लगा परेशान
सुबह से कभी धूप तो कभी बादल ने बढ़ाई गर्मी
