रायगढ़। जिला मुख्यालय से लगे ग्राम पंचायत धनागर के पंचों ने अपने ही सरपंच के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दरअसल, ग्रामीणों का आरोप है कि गांव के सरकारी कब्रिस्तान पर सरपंच ने ही जिंदल के फ्लाईएश डंप करा दिया है। इससे फ्लाईएश के दलदल में मवेशी फंसकर मर रहे हैं। इसकी शिकायत लेकर मंगलवार को ग्रामीण और पंच कलेक्टोरेट पहुंच कर न्याय की गुहार लगाई है। साथ ही ग्रामीणों ने यह भी शिकायत की है कि इसके पहले सरपंच ने ग्रामीणों पर विकास कार्य रोकने का शिकायत किया है, जो पूरी तरह से गलत है, जिसकी निष्पक्ष जांच की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि शहर से लगे ग्राम पंचायत धनागर के पंचों ने गांव की महिला-पुरुषों के साथ मंगलवार दोपहर कलेक्टोरेट पहुंच कर सरपंच के खिलाफ हल्ला बोलते हुए कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी के नाम ज्ञापन सौंपा है। ग्रामीणों ने ज्ञापन के माध्यम से शिकायत किया है कि गांव का सरपंच मयाराम उरांव धनागर के सरकारी कब्रिस्तान में जिंदल स्टील कंपनी से निकलने वाले फ्लाईएश डस्ट को बिना ग्रामीणों की सहमति के 40 से 50 डम्पर डस्ट को गिराया गया है। जिसके पूछने पर जवाब देने की बजाय अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रहा है। ऐसे में सरपंच की इस गैरजिम्मेदराना हरकत से परेशान होकर पंच और ग्रामीण इसकी शिकायत पर्यावरण विभाग से लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय तक कर चुके हैं, लेकिन बरसात के मौसम में सरपंच द्वारा फ्लाईएश को सरकारी कब्रिस्तान से नहीं हटाया गया है।
ऐसे में वहां चारा खाने के चक्कर में अने वाले मवेशी दलदल में फँसकर मर रहे हैं। साथ ही ग्रामीणों यह भी बताया है कि अगर जांच किया जाए तो वहां मवेशियों का कंकाल फ्लाइएश के दलदल में मिल जाएगा। ऐसे में ग्रामीणों का कहना है कि अगर इसे नहीं आया गया तो शासकीय कब्रिस्तान में डंप किए गए फ्लाईएश के दलदल फंसने से किसी आमजन की जान जा सकती है। इसलिए संभावित खतरे को देखते हुए कलेक्टर से आग्रह किया है कि सरपंच की मनमर्जी पर नकेल कसते हुए कब्रिस्तान से फ्लाईएश को तत्काल हटवाने की दिशा में पहल किया जाए।
सरपंच की शिकायत को बताया झूठा
मंगलवार को कलेक्टोरेट पहुंचे पंच व ग्रामीणों ने कलेक्टर को दूसरा ज्ञापन सौंपते हुए बताया है कि सरपंच ने उनके खिलाफ विकास का काम रोकने की शिकायत किया गया है, जो पूरी तरह से झूठ है। ऐसे में ग्रामीणों ने अपने ज्ञापन में बताया कि सरपंच चुनाव के बाद धनागर गांव में आज तक कोई विकास काम नहीं हुआ है, साथ ही पंचायत बैंक फंड शाखा से वर्ष 2025-26 खोलकर देखेन पर पता चला है कि पंचायत द्वारा लगातार सरकारी पैसा निकाला गया है, लेकिन गांव में उस पैसे का उपयोग नहीं हुआ है, ऐसे में ग्रामीणों ने सूचना का अधिकार के द्वारा वर्ष 2025-26 सरकारी पैसे का कहां उपयोग किया गया, इसकी जानकारी मांगे है, लेकिन अभी तक सरपंच द्वारा कोई जानकारी नहीं दी गई है। इसी बात को लेकर सरपंच ने ग्रामीणों के खिलाफ विकास कार्य रोकने का झूठा शिकायत किया गया है। ऐसे में ग्रामीणों ने कलेक्टर से गुहार लगाया है कि झूठे शिकायत पर टीम गठित कर जांच कराया जाए, ताकि वास्तविकता सामने आ सके।
मंत्री जी के आदेश का भी नहीं हो रहा पालन
रायगढ़ विधायक और छत्तीसगढ़ सरकार के वित्त आवास पर्यावरण मंत्री ओपी चौधरी द्वारा पावर प्लांट्स से निकलने वाली फ्लाई-ऐश के व्यवस्थित डिस्पोजल के लिए बाकायदे लोकेशन की जियो टैगिंग और फ्लाई-ऐश परिवहन में लगी वाहनों की जीपीएस मैपिंग की व्यवस्था का आधिकारिक प्लान तैयार करवाया जा चुका है और इसका पालन अनिवार्य भी किया गया है। ये सारी कवायद फ्लाई-ऐश के अवैध परिवहन और मनमाने साईट पर डंपिंग से पर्यावरण को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए की गई है। सरकार के ऐसे तमाम प्रावधानों को रायगढ़ के ही पावर प्लांट्स और फ्लाई-ऐश ट्रांसपोर्टर्स हर रोज चकमा देने में लगे हुए हैं।
ये पहुंचे थे शिकायत करने
कलेक्टर के नाम हस्ताक्षरित ज्ञापन सौंपने वालों में धनागर के पंच सुखदेव, कीर्तन यादव, फिरोज कुमार, पुनीमति, आशीष कुमार व कांति के साथ काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
धनागर के कब्रिस्तान में सरपंच करवा रहा जिंदल का फ्लाईएश डंप
शिकायत लेकर ग्रामीण पहुंचे कलेक्टोरेट, सरपंच ने ग्रामीणों पर विकास रोकने का लगाया आरोप, पंच और ग्रामीणों ने की सरपंच के खिलाफ कार्रवाई की मांग
