रायगढ़। आज के हालत और हालात पर चर्चा कर लेते हैं जितना हमने देखा और महसूस किया हैं आज पुरस्कार प्राप्त करने, प्रमाण पत्र प्राप्त करने, अपने आपको अधिकारीयों और मीडिया की नजर में बनाये रखने की एक होड़ सी मची हुई हैं। इसके लिए कई शिक्षक वो सभी तामझाम कर रहे हैं जिससे यह साबित हो सकें कि वह कितना नवाचारी शिक्षक हैं। जबकि होना यह चाहिए कि शिक्षक कितना काबिल हैं अथवा नहीं, इसकी झलक शिक्षक में नहीं अपितु बच्चो के ज्ञान में दिखनी चाहिए। आज यूट्यूब पर ऐसे शिक्षकों की वीडियो मिल जाएगी जिसमें शिक्षक ने क्या पढ़ाया हैं, कितना पढ़ाया हैं इसे वह बच्चों की प्रस्तुति के माध्यम से करता हैं, हालाँकि ऐसे शिक्षकों की संख्या काफी कम हैं। वहीं यूट्यूब पर ऐसे शिक्षकों की भरमार मिल जाएगी जो यह तो बताते हैं कि वे कितने नवाचारी तरीके से बच्चों को पढ़ाते हैं लेकिन उन नवाचारी तरीके से बच्चों ने क्या सीखा हैं, यह देखने को नहीं मिलता।
हम बात कर रहे हैं एक ऐसे शिक्षक की जिन्हें पूरे जिले में ही नहीं बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ में ‘नवोदय गुरु’ के गुरु द्रोण के नाम से जाना जाता है! हर व्यक्ति के जीवन में गुरु की अहम भूमिका होती है! और हर व्यक्ति अपने गुरु के प्रति अपनी आस्था और विश्वास के साथ अपने सम्मान को प्रकट करते हैं। गुरु का मुख्य उद्देश्य अपने शिष्यों को सफलता के मार्ग पर ले जाना होता है! और उन्हें अच्छा ज्ञान के सागर से अवगत कराना होता है। अपने सभी विद्यार्थियों को हर एक तरह से अलग-अलग विषय में संबंधित जानकारियां प्रदान करते हैं। जो उनके जीवन की हर एक पड़ाव को सुरक्षित करने में अग्रसर करती है। विकासखंड घरघोड़ा के घने वनांचलो के बीच स्थित ग्राम भेंगारी में पिछले 15 वर्षों से संचालित निशुल्क कोचिंग संस्थान आदर्श एकेडमी भेंगारी जिसमें जिले के श्रेष्ठ नवाचारी,शिक्षक जिन्होंने अपने नवाचार के माध्यम से छात्रों को पढऩे, पढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। ऐसे नवाचारी शिक्षक वर्तमान में शिक्षक टिकेश्वर पटेल विकासखंड घरघोड़ा के शासकीय प्राथमिक शाला नवापारा (टेंडा) में शिक्षक के रूप में पदस्थ है।
इस वर्ष 8 छात्र-छात्राओं का नवोदय में प्रवेश
बता दे शिक्षक पटेल पिछले 15 वर्षों में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा जैसे नवोदय विद्यालय सैनिक स्कूल एकलव्य स्कूल जवाहर उत्कर्ष की तैयारी करते आ रहे हैं। यह पिछले 15 वर्षों से निशुल्क कोचिंग का अवसर दे रहे हैं। इस वर्ष 2024-25 में नवोदय विद्यालय में 8 छात्र-छात्राओं का चयन, सैनिक स्कूल में 6 छात्रों का चयन एवं क्लिप्स विद्यालय प्रवेश परीक्षा में इस सरकारी विद्यालय के छात्र ने जिले में 7 छात्रों का चयन हुआ। पिछले 15 वर्षों में 102 छात्र-छात्राओं का नवोदय विद्यालय में चयन, सैनिक स्कूल में 16 छात्र छात्राओं का चयन एकलव्य में 38 छात्र छात्राओं का चयन तथा जवाहर उत्कर्ष में 7 छात्र-छात्राओं का चयन होकर एक नई मंजिल की ओर अग्रसर हुए हैं।
पालकों ने की शिक्षकों की तारीफ
शाला प्रबंधन एवं विकास समिति के अध्यक्ष सुधीर राठिया ने कहा कि शिक्षक वह दीपक है जो स्वयं जलकर दूसरो को प्रकाशित करता है। कार्यक्रम मे पिछले 15 वर्षों में विकासखंड एवं जिले के अलावा अन्य जिले के बच्चों को यहां निशुल्क कोचिंग संस्थान आदर्श एकेडमी के माध्यम से बच्चों के भविष्य संवार रहे हैं। जो अद्वितीय, अविश्वसनीय एवं अकल्पनीय है। क्योंकि उनकी पढ़ाये हर बच्चे काबिल और होनहार होते हुए एक अच्छे मुकाम को हासिल कर रहे हैं।
एकलव्य विद्यालय प्रवेश परीक्षा में 14 छात्रों का हुआ चयन
किसी भी कार्य में सफलता प्राप्त करना केवल कर्म से नहीं, बल्कि उनका भाग्य का भी होना जरूरी है लेकिन शिक्षक विकेश्वर पटेल की लगन विश्वास मेहनत एवं पालकों की दृढ़ विश्वास ने एक बार फिर साबित कर दिया कि अगर कोई काम मेहनत और लगन से किया जाए तो निश्चित ही उसमें सफलता मिलती है ऐसे ही घने वनांचलों के बीच आदर्श एकेडमी में देखने को मिला जो फिर से यह साबित कर दिया। जिसमें त्रिदेव कमलवंशी नामक छात्र ने जवाहर नवोदय विद्यालय, सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा एवं एकलव्य विद्यालय प्रवेश परीक्षा में चयन होकर शासकीय स्कूल नवापारा (टेंडा) का नाम रोशन किया है। एकलव्य में चयनित छात्र दामिनी, त्रिदेव, हितेश, मयंक, जितेश, यमन, हिमांशु, सृष्टि, आरती, अभिज्ञान , कामना, आर्यन, प्रिंस अलग-अलग एकलव्य आवासीय आदर्श विद्यालय में चयन होकर उत्कृष्ट स्कूलों में प्रवेश लिए हैं।
एक शिक्षक की मेहनत और लगन ने क्षेत्र में फैलायी ‘शिक्षा के दीप’
