सारंगढ़। सारंगढ़ का इतिहास किसी से छिपा नहीं है बड़े-बड़े घोटाले नीचे स्तर से लेकर ऊपर स्तर तक के मिली भगत से हुए हैं। सारंगढ़ की तासीर ही कुछ ऐसी है कि यहां चोर पुलिस मुशायरे भाई की तरह कार्य को अंजाम दिया जाता है और करोड़ों रुपए के घोटाले कागज में कर दिए जाते हैं। शासन के नाक के नीचे सभी कागजी कार्रवाई होती है पर किसी को भनक तक नहीं लगती पूरा देश वैश्विक महामारी कोविड-19 से जूझ रहा था और सभी घरों में लॉक थे, इस दौरान हजारों की संख्या में अन्य प्रदेशकार्य करने गए प्रवासी मजदूर अपने घर लौटे और उनकी खान-पान की व्यवस्था क्वॉरेंटाइन सेंटर में की गई जहां देश के ऊपर दुखों का पहाड़ टूट रहा था तो दलाल कॉविड-19 के आड़ में लाखों रुपया कमाने की जुगाड़ लगा रहे थे। इसका ताजा उदाहरण सारंगढ़ जपं में घटा और तत्कालीन जिला रायगढ़ के जपं सारंगढ़ में एक करोड़ 71 लाख की वैश्विक महामारी के दौरान प्रवासी मजदूरों के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर में दिए गए भोजन के व्यय के नाम पर बाढ़ आपदा मद से राशि स्वीकृत कर ली गई और पंचायत को आवंटित भी कर दी गई। इसकी भनक जब जनप्रतिनिधियों को लगी तो उन्होंने उच्चस्तर में शिकायत करते हुए कार्यवाही की मांग की लेकिन खाना पूर्ति के लिए कार्यवाही हुई व घोटाले बाज बच निकले। एक बार फिर कोविड 19 वैश्विक के आड़ में करोड़ों रुपए घोटाला करने दलाल सक्रिय हो गए हैं। जिसे लेकर विधायक श्रीमती उत्तरी जांगड़े ने पूर्व में हुए घोटाले को ध्यान आकर्षित कराते हुए सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिला कलेक्टर को एक पत्र लिखकर जिला से भेजे गए प्रस्ताव को तत्काल रोकने की मांग की है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि कोविड-19 वैश्विक महामारी में एसडीआरएफ मद से राशि दलालो के माध्यम से प्रवासी व्यक्तियों के भोजन व्यवस्था के नाम पर शासन से जिला स्तर पर होने वाली घोटाला को रोकने बाबत्।
विदित हो कि पूर्व जिला रायगढ़ के माध्यम से जपं सारंगढ़ में 06 अक्टूबर 22 को 171193000/- रूपये ग्राम पंचायतों में ट्रांसफर किया जा चुका है। जिसकी जांच टीम भी गठित हुआ पर आनन फानन में सरपंच, सचिव के बचाव पक्ष जवाब दे दिया था जबकि कोरोना काल के समय पैसा पंचायतो के माध्यम से व्यय हुआ था। जिससे 15 वे वित्त योजना भरपाई किया जा चुका है। सरपंच, सचिव को लालच में लेकर 50 लाख रू. कमीशन के चक्कर में फिर से पचाने की कोशिश हो रहा है। अभी वर्तमान समय में हमारे जिला के लगभग 20 करोड़ रूपये से अधिक की राशि शासन को गुमराह कर, दलालो के माध्यम से भ्रष्टाचार करने राशि भेजवाने का प्रयास किये जा रहा है। समय रहते हुए इसको रोकना अति आवश्यक है अगर दलाल लोग सफल हो जाते है तो प्रदेश का सबसे बड़ा घोटाला होगा। शासन को करोड़ो अरबो रूपये का नुकसान उठाना पड़ेगा। अत: श्रीमान से निवेदन है कि – इस मामले को गंभीरता से ध्यान में रखते हुए तत्काल इस विषय पर रूचि लेते हुए भ्रष्टाचार को रोकने की कृपा करेंगे।
विधायक उत्तरी ने कलेक्टर से की मांग कोविड-19 पर ध्यान दें राशि ना देवें
