रायगढ़। जिले में गुरुवार को फिर से एक हाथी का शावक कुएं में गिर गया। रात में वह अपने झुंड के साथ आया और कुएं के करीब पत्ता खाने पहुंचा था। तभी अचानक वह कुएं में जा गिरा। मामले की सूचना वन अमले को दी गई। टीम ने रेस्क्यू कर 1 घंटे में हाथी को कुएं से बाहर निकाल लिया।
बुधवार की रात को छाल वन परिक्षेत्र से 30 हाथियों का झुंड खरसिया रेंज की ओर पहुंचा। जहां गुर्दा सर्किल के तेंदुमुड़ी बीट में जंगल से निकलकर हाथी गांव के करीब आ गए। तभी वहां एक कुंए के पास हाथी का शावक पहुंचा और पत्ता खाने के चक्कर में वह एकाएक फिसलकर गया और कुएं में जा गिरा।
ऐसे में रात भर वह कुएं में फंसे रहा और उनका झुंड नदी पार कर वापस छाल रेंज में चला गया। हाथी शावक सुबह चिंघाडऩे लगा। इसकी जानकारी आसपास रहने वाले ग्रामीणों को हुई। ऐसे में तेंदुमुड़ी समेत आसपास के गांव के लोग यहां काफी संख्या में जमा हो गए। मामले की सूचना सुबह करीब 7 बजे वन अमले को मिली। रेंजर और अन्य वनकर्मी मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू शुरू किया गया। कुएं की एक ओर से जेसीबी से खुदाई शुरू की गई। करीब 1 घंटे में कुएं को मिट्टी से पाटकर रास्ता बनाया गया। जिस पर चढक़र हाथी का शावक कुएं से बाहर आ गया और जंगल की ओर दौड़ लगा दिया।
ड्रोन कैमरे से शावक पर नजर रखी जा रही है। ताकि वह अपने झुंड से मिल सके। हालांकि, उसका झुंड दूसरे रेंज में पहुंच गया है।्र कुएं में हाथी के शावक के गिरने की यह 3 दिन में दूसरी घटना है। इससे पहले घरघोड़ा रेंज के चारमार बीट में हाथी का शावक कुएं में गिर गया था। जिसका भी वन अमला ने रेस्क्यू कर उसे बाहर निकाला था और गुरुवार को फिर से दूसरी घटना हो गई। खरसिया वन परिक्षेत्र अधिकारी संतोष कांत ने बताया कि चारा खाने के चक्कर में हाथी शावक कुएं में गिर गया था। रेस्क्यू कर हाथी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। उस पर नजर रखी जा रही है। ताकि वह अपने झुंड के पास पहुंच जाए। उसका झुंड नदी पार कर छाल रेंज में पहुंच गया है।
कुएं में फिर गिरा बेबी एलिफेंट, 3 दिनों में दूसरी घटना
