रायगढ़। नवतपा के तीसरे दिन जिले में प्री मानसून की पहली बौछार की शुरूआत हुई है, जिससे अधिकतम तापमान में गिरावट तो आ गई है, लेकिन बारिश बंद होते ही उमस बढ़ गया। ऐसे में इस बार लगातार बादल व बूंदाबंादी होने के कारण नवतपा का असर दिखाई नहीं दे रहा है।
उल्लेखनीय है कि हर साल नवतपा में भीषण गर्म पड़ती है, इससे अंदाजा लगाया जा रहा था कि इस साल भी गर्मी काफी तेज पड़ेगी, लेकिन नवतपा लगने के पहले से ही धूप-छांव का खेल चल रहा है, जिसके चलते इस बार नवतपा में अधिकतम तापमान में 32 से 33 डिग्री तक चल रहा है, जिसके चलते तेज गर्मी का अहसास नहीं हो रहा है। वहीं मंगलवार को सुबह से ही आसमान में घना बादल छाया हुआ था, और दोपहर 12.30 बजे के आसपास अचानक मौसम में बदलाव हुआ और प्री-मानसून की पहली बारिश झमाझम हुई, जिससे शहर तरबतर हो गया, हालांकि अभी भी मौसम साफ नहीं हुआ है, इससे देर रात तक बारिश हो सकती है। वहीं मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे लगे पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है तथा यह दक्षिण दिशा की ओर झुका हुआ है। इसके उत्तर पश्चिम दिशा की ओर आगे बढ़ते हुए और अधिक प्रबल होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। साथ ही एक ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण छत्तीसगढ़ और उससे लगे पूर्वी विदर्भ के ऊपर 1.5 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थित है तथा एक द्रोणिका दक्षिण पूर्व राजस्थान से उत्तर छत्तीसगढ़ तक पश्चिम मध्य प्रदेश होते हुए 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। साथ ही ऊपरी हवा का शियर जोन 17 डिग्री उत्तर में 3.1 किलोमीटर से 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक बनते हुए दक्षिण दिशा की ओर झुका हुआ है। जिसके चलते जिले में बुधवार को अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा के साथ गरज चमक होने की संभावना है।
रेलवे स्टेशन का प्लेटफार्म बना झरना
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को अचानक दोपहर में बारसात शुरू हुई तो रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म भी पानी-पानी हो गया है, क्योंकि यहां का शेड विगत कई सालों से जर्जर हालत में पड़ा है, इससे बारिश होते ही झरना बन जाता है। ऐसे मेें जैसे ही बारिश शुरू हुई तो उसी समय साउथ बिहार एक्सप्रेस स्टेशन में आ गई, इससे यात्रियों को भीग-भीग कर ट्रेन से उतना पड़ा। ऐसे में जब तक स्टेशन का सौंदर्यीकरण नहीं हो जाता, तब तक पूरी बरसातभर यहां यात्रियों को परेशान होना पड़ेगा।
स्टेशन के सामने भर गया था पानी
प्री-मानसून के पहली बारिश मेें रेलवे स्टेशन के सामने पानी भर गया था, क्योंकि यहां दो साल बाद भी न तो सही तरीके से नाली बन पाया है और न ही सडक़ जिसके चलते बारिश होते ही तालाब में तब्दील हो जाता है। जिससे ट्रेन से उतरने के बाद यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
निगम की सफाई व्यवस्था की खुली पोल
उल्लेखनीय है कि नगर निगम विगत माह भर से नाली सफाई का दावा कर रही है, लेकिन मंगलवार को एक घंटे बारिश ने सारा दावा फेल कर दिया। मंगलवार को दोपहर में बारिश बंद होने के बाद नालियों का सारा गंदगी सडक़ पर आ गया था, साथ ही मालधक्का रोड स्थित गंधरी पुलिया भी गंदगी से पट गया था, जिससे कुछ देर के लिए यह रास्ता बंद हो गया था, साथ ही रामनिवास टाकीज रोड में भी नालियों का गंदा पानी सडक़ से बह रहा था। जिससे आने जाने वाले लोगों का गंदे पानी के चलते कपड़ा खराब हो रहा था।
प्री-मानसून के पहली बौछार से तापमान में आई गिरावट
बारिश बंद होते ही उमस से लोग हुए हलाकान, बुधवार को भी अच्छी वर्षा की संभावना
