रायगढ़। जिले में छाल एसईसीएल प्रबंधन मनमानी की सारे हदें पार कर रही है। छाल उप क्षेत्रीय प्रबन्धन की मनमौजी कार्यप्रणाली इस तरह बढ़ती जा रही है कि उच्च अधिकारियों के आदेश की धज्जियां उड़ाने से भी परहेज नहीं किया जा रहा है। स्थिति इस कदर बदहाल है कि प्रबंधन के जिम्मेदार अधिकारी तय मापदंडों को दरकिनार कर अपना कथित हित साधने में लगे हुए हैं। जिसमें नियम, कायदों का खुलेआम मखौल उड़ाया जा रहा है। खान नियमों को तारतार करने से लेकर आम लोगों को भी निर्धारित सुविधाएं मुहैया नहीं करा पाने के मामले में छाल एसईसीएल प्रबंधन वर्तमान में कई गंभीर सवालों का सामना कर रही है। बावजूद इसके प्रबंधन की मनमानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। ऐसे में छाल एसईसीएल उप क्षेत्र के मैनेजर के साथ साथ जिला और संभाग स्तर के शीर्ष अधिकारियों की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में है।
अब इस सिलसिले में मिली जानकारी के अनुसार एसईसीएल क्षेत्र में ऐसा ही हैरान करने वाला मामला सामने आया है जिसमें वाहनों को वैध दस्तावेजों के बिना कोयले की लोडिंग हेतु अनुमति दी जा रही है। जबकि बिलासपुर एसईसीएल सीएमडी का सख्त निर्देश बिना पूर्ण दस्तावेज के किसी भी वाहन को खदान में कोयला लोडिंग हेतु प्रवेश निषिद्ध होने का आदेश पूरे प्रदेश में संचालित खदानों के लिए जारी किया गया है। लेकिन इसके विपरीत छाल खदान में फिटनेस, इंश्योरेंस, ड्राइविंग लाइसेंस जैसे अनिवार्य कागजातों के बिना वाहनों को कोयला लोडिंग की परमिशन धड़ल्ले से दी जा रही है। इस मामले में पड़ताल के लिए स्थानीय रिपोर्टर ने एक वाहन स्थानीय मीडिया के स्वतंत्र पड़ताल में पुष्ट जानकारी मिली है। जिसमे मुख्य एंट्री गेट पर वाहनों के बारे में जानकारी ली गई। एंट्री गेट पर उपलब्ध दस्तावेजों से पता चला है कि एक से अधिक वाहनों की फिटनेस , इंसयोरेन्स खत्म होने के बावजूद बीते काफी समय से एसईसीएल खदान से कोयला परिवहन किया जा रहा हैं। इससे मालूम होता है कि अनफिट वाहनों के ज़रिए एसईसीएल क्षेत्र से कोयले का परिवहन किया जा रहा है। इस मामले में गोपनीयता की शर्त पर एक विभागीय सोर्स ने बताया कि उच्च अधिकारी के निर्देश पर कोयला परिवाहन में लगे वाहनों की इंश्योरेंस रजिस्ट्रेशन, ड्राइविंग लायसेंस जैसे कई दस्तावेजों की सख्ती से जांच की जाती है। यदि किसी वाहन का सिर्फ फिटनेस फेल है तो भी वाहन को एंट्री नही दिए जाने का नियम है।
अनफिट वाहनों से कोयले का परिवहन, ताक पर सीएमडी के आदेश!
छाल एसईसीएल में सामने आया मामला, कार्यशैली पर सवाल
