रायगढ़। राहु एक महत्वपूर्ण और बहुत प्रभावशाली छाया ग्रह है। जिसका अर्थ है कि यह एक वास्तविक ग्रह नहीं बल्कि एक बिंदु या स्थान है जो सूर्य और चंद्रमा के बीच स्थित है। नक्षत्र ज्योतिष शोध केंद्र के संचालक व ज्योतिष विशेषज्ञ डॉ0 सुमंत शर्मा जी ने बताया कि राहु ग्रह की प्रकृति मायावी, भ्रमपूर्ण और परिवर्तनशील होती है। यह ग्रह अचानक से जातक के जीवन में बदलाव और सफलता प्रदान करता है, लेकिन साथ ही यह गलतफहमी, धोखा और भ्रम भी ला सकता है। इसे किसी भी राशि का स्वामी नहीं माना जाता। पुराणों के अनुसार भगवान विष्णु ने जब मोहिनी रूप धारण करके देवताओं को अमृत पान कराया था। उस दौरान एक राक्षस ने देवताओं का रूप धारण कर चुपके से अमृत पान कर लिया था। तब भगवान विष्णु ने उसका सिर धड़ से अलग कर दिया था। अमृत पान के कारण उसके शरीर के दोनों भाग जीवित रहे और राहु और केतु के रूप में पहचाने गए।
डॉ0 सुमंत शर्मा जी ने बताया राहु ग्रह 18 मई 2025 की शाम को लगभग 7.25 श्चद्व पर वक्री चल चलते हुए शनि की राशि कुंभ में प्रवेश करने वाले है। राहु 18 महीनों तक कुंभ राशि में रहने के बाद शनि की दूसरी राशि मकर में प्रवेश करेंगे। राहु अपने परम मित्र शनि की राशि में करीब 18 साल बाद अपना साम्राज्य प्राप्त करने जा रहे हैं। राहु अकेले ही कुंभ राशि में विराजमान रहेंगे। ऐसे में वह काफी अधिक शक्तिशाली हो जाएंगे।
ज्योतिषाचार्य सुमंत शर्मा जी का मानना है कि यह गोचर सभी राशियों के लिए परिवर्तनकारी सिद्ध हो सकता है। जहाँ कुछ राशियों को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, वहीं अन्य को नए अवसर मिल सकते हैं। चंद्र राशि पर आधारित राशिफल के अनुसार मेष राशि: राहु गोचर से अनुकूल परिणाम मिल सकते हैं। आय के नए स्रोत हासिल हो सकते हैं। धैर्य से काम लें। सफलता मिलेगी। वृषभ: पारिवारिक विवाद, माता के स्वास्थ्य में गिरावट और करियर में अड़चनें आ सकती हैं। मिथुन: साहस और पराक्रम में वृद्धि, कार्यक्षेत्र में उन्नति और संपत्ति क्रय के योग बन सकते हैं। कर्क: आत्मविश्वास में कमी, मानसिक तनाव और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं। सिंह: केतु के सिंह राशि में प्रवेश से स्वास्थ्य समस्याएँ और करियर में बाधाएँ संभव हैं। कन्या: आर्थिक अस्थिरता, खर्चों में वृद्धि और स्वास्थ्य समस्याएँ संभावित हैं। तुला: आर्थिक लाभ, करियर में नई संभावनाएँ, लेकिन प्रेम जीवन में सतर्कता आवश्यक है। वृश्चिक: पारिवारिक तनाव, पिताजी के स्वास्थ्य में गिरावट और करियर में चुनौतियाँ आ सकती हैं। धनु: धार्मिक यात्राएँ, ध्यान में रुचि और पर्यटन से जुड़े पेशेवरों को लाभ हो सकता है। मकर: अप्रत्याशित आर्थिक लाभ, स्वास्थ्य में सुधार और नौकरी की तलाश में सफलता मिल सकती है।
कुम्भ: आपको इच्छित लाभ व मेहनत का फल मिलेगा। सुख सुविधाओं व भौतिक सुखों में बढ़ोतरी हो सकती है। सेहत पर ध्यान दें। इसके साथ ही वैवाहिक जीवन में उतार चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। शांत और विचारशील बनें। मीन राशि: बेवजह के खर्चों से बचें। नौकरी या व्यापार में बदलाव के आसार बन रहे हैं लेकिन प्रत्येक पहलू को देखकर आगे बढ़ें। सेहत का ध्यान रखें। सावधानी, आत्मचिंतन और उचित उपायों के द्वारा इस गोचर के प्रभावों को संतुलित किया जा सकता है। जैसे अभी 20 मई को काल भैरव अष्टमी है। इस दिन राहु से पीडि़त जातकों को प्रात: स्नान के बाद काले रंग के वस्त्र धारण करें और भगवान भैरव को गुड़ या इमरती तथा सरसों का तेल अर्पित करें। किसी भैरव मंदिर में जाकर ‘भैरवाय नम:’ मंत्र का 108 बार जाप करें। काले कुत्ते को भोजन कराएं यह राहु दोष को शांत करने के लिए विशेष रूप से प्रभावी उपाय माना गया है। रात्रि को सरसों के तेल का दीपक जलाएं और भैरव चालीसा का पाठ करें। बीज मंत्रों का जाप करें या शनिवार को गरीबों को भोजन कराएँ, कपड़े या तिल का तेल दान करें। भगवान शिव की पूजा करें, रुद्राभिषेक करें, शिवलिंग पर भांग, धतूरा चढ़ाएं।
रहस्यमई और मायावी ग्रह राहु केतु का 18 साल बाद आज होगा राशि परिवर्तन
देश दुनिया व हर व्यक्ति होगा प्रभावित : डॉ. सुमंत शर्मा, ज्योतिष शिरोमणि
