रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने एक बड़ा बदलाव किया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने यूपी सरकार के पूर्व मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह को विधानसभा चुनाव के दौरान मीडिया विभाग की जिम्मेदारी सौंपी है। सिंह पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री की सबसे छोटी बेटी के बेटे हैं। यानी उनके नाती हैं। पिछली बार संजय मयूख को मीडिया विभाग की जिम्मेदारी देकर भेजा गया था।
प्रदेश में चुनाव के ऐलान को अब लगभग हफ्ते-दस दिन का ही समय शेष है। अक्टूबर के पहले या दूसरे पखवाड़े में आचार संहिता लागू हो जाएगी। इससे पहले भाजपा ने राजनीतिक गतिविधियां तेज कर दी हैं। दो दिशाओं से निकली परिवर्तन यात्रा का 30 सितंबर को बिलासपुर में समापन होगा। पीएम नरेंद्र मोदी बिलासपुर में होने वाली सभा में कार्यकर्ताओं में जोश भरेंगे। संभवत: यह चुनाव के ऐलान होने से पहले अंतिम सभा होगी, क्योंकि इसके बाद का कोई कार्यक्रम अभी नहीं बना है। यानी 30 सितंबर को बिलासपुर की सभा के बाद सीधे आचार संहिता लागू होने के बाद ही पीएम मोदी आएंगे।
इस बीच भाजपा की राजनीतिक गतिविधियों के संचालन का जिम्मा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के पास है। शाह ही छत्तीसगढ़ आकर प्रभारी ओम माथुर, सह प्रभारी नितिन नबीन और क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल से फीडबैक लेकर रणनीति बना रहे हैं। यही वजह है कि चुनाव अभियान समिति से लेकर अन्य सभी नियुक्तियों में शाह की ही अहम भूमिका रही है। इसी कड़ी में एक महत्वपूर्ण नाम सिद्धार्थ नाथ सिंह का भी है। सिंह इससे पहले गुजरात और कर्नाटक चुनाव में भी मीडिया की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। एबीवीपी से अपना राजनीतिक जीवन शुरू करने वाले सिंह को काफी सुलझा हुआ और मीडिया फ्रेंडली नेता माना जाता है। यही वजह है कि गुजरात और कर्नाटक जैसे शहरों में काम करने के बाद उन्हें छत्तीसगढ़ में मीडिया विभाग संभालने के लिए भेजा गया है।