रायगढ़। एक प्रसुता अपने नवजात बच्चे को लेकर मेकाहारा पहुंची जहां घंटो भटकने के बाद उसे दूसरे अस्पताल भेजा जा रहा था, लेकिन एन वक्त मिडियाकर्मियों के पहुंचने पर भर्ती कर उपचार शुरू किया गया।
उल्लेखनीय है कि सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला के ग्राम गाड़ापाली निवासी छाया वारले पति तरुण वारले (23 वर्ष) को गुरुवार सुबह अचानक लेबर पेन होने पर परिजनों ने संजीवनी 108 से अस्पताल लेकर आ रहे थे, इस दौरान वाहन में ही महिला की डिलिवरी हो गई, इससे वाहन चालक द्वारा उसे गोपालपुर शासकीय अस्पताल लेकर पहुंचा लेकिन वहां बच्चे की गंभीर स्थिति को देखते हुए डाक्टरों ने उसे रायगढ़ रेफर कर दिया, ऐसे में उक्त प्रसुता अपने नवजात बच्चे को लेकर मेडिकल कालेज अस्पताल पहुंची, जहां वाहन चालक ने उसे अस्पताल के गेट पर ही उताकर वापस हो गया, ऐसे में प्रसुता व उसके परिजन मेकाहारा में इस वार्ड से उस वार्ड घंटो चक्कर काटते रहे, लेकिन इस दौरान उसे किसी ने सही जानकारी नहीं दी और दोपहर दो बजे किसी वार्ड में गया तो उसे कहा गया कि एमसीएच लेकर जाओ, जिससे काफी परेशान होने के बाद उसने नवजात बच्चा व प्रसुता को लेकर अस्पताल के तहलीज पर आने-जाने वालों से अस्पताल पहुंचाने की गुहार लग रहा था। इसी बीच अचानक उसने मीडिया कर्मियों से टकरा गया, जिससे उसे मेकाहारा में भर्ती कराया गया, इस दौरान विशेषज्ञों ने जांच किया तो पता चला कि उक्त बच्चा प्रीमेच्योर हुआ था, जिसके चलते बच्चे की स्थिति गंभीर थी, ऐसे में उसे भर्ती कर उपचार किया जा रहा है। साथ ही प्रसुता को गायनिक वार्ड में रखा गया है।
मेकाहरा में उपचार के लिए भटकर रहे मरीज
