रायगढ़। विगत 12 मई को सामाजिक,धार्मिक, आध्यात्मिक एवं दार्शनिक विश्वप्रसिद्ध संस्था आनंद मार्ग के प्रवर्तक भगवान श्री श्री आनन्दमूर्ति जी की 104 वीं जन्मोत्सव को आनंद मार्ग आश्रम बेलादुला स्थित जागृति रायगढ़ में आनंद मार्गी भक्तगण आनंद पूर्णिमा के रूप में हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया।इस अवसर पर आनंद मार्ग आश्रम बेलादुला स्थित जागृति रायगढ़ में विविध कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिनमें विगत 11 मई को शाम 6 बजे से 12 मई सुबह 6 बजे तक बाबा नाम केवलम अष्टाक्षरी महामंत्र पर केंद्रित अखंड कीर्तन किया गया। सुबह मंगलध्वनी, जयघोष, प्रभात संगीत, कीर्तन सामूहिक साधना, विविध भाषाओं में आनंद वाणी पाठ, प्रसाद वितरण किया गया वहीं सुबह प्रभात फेरी बाबा के जयघोष के साथ आनंद मार्ग आश्रम जागृति बेलादुला स्थल से प्रारंभ हुई प्रभात फेरी में शामिल सभी आनंद मार्गी भक्तगण बाबा नाम केवलम अष्टाक्षरी महामंत्र आधारित कीर्तन में झूमते हुए, आनंद मार्ग अमर रहे,एक चूल्हा जलाया एक चौका एक है मानव समाज जैसे उपयोगी नारे लगाते हुए बंगला पारा सेठी नगर, मुख्य स्टेडियम, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी,होते हुए पुन: आनंद मार्ग आश्रम जागृति बेलादुला रायगढ़ में संपन्न हुई। तत्पश्चात आनंद मार्गियों ने इस अवसर पर विगत कई वर्षों की भांति इस वर्ष भी भगवान् श्री श्री आनन्दमूर्ति जी के जन्मोत्सव पर नारायण सेवा कार्यक्रम का आयोजन हेमू कालानी चौक रायगढ़ में किया गया। जिसमें प्रचंड गर्मी में अधिकाधिक राहगीरों को मीठा शीतल शरबत एवं प्रसाद स्वरूप चने का वितरण कर गर्मी में राहगीरों को राहत प्रदान की। जिसकी सराहना सभी ने की। नारायण सेवा को ईश्वर सेवा कहा गया है। नारायण सेवा के बाद आनंद मार्ग आश्रम जागृति बेलादुला में महाभंडारा का आयोजन किया गया जिसमें आनंद मार्गियों के अलावा आस पास के लोगों ने प्रसाद स्वरूप सु स्वादिष्ट भोजन ग्रहण किया। इस अवसर को सफल बनाने में आचार्य करुणकृष्णानंद अवधूत, आचार्य उत्जयानंद अवधूत, रायगढ़ भुक्ति प्रधान दिनेश चंद्राकर वरिष्ठ मार्गी गण गुरुचरण गुप्ता, महादेव साहू,नीलांचल गुप्ता,के सी साहू,,रूपलाल पटेल, नेत्रानंद चौहान, प्रकाश गुप्ता, रमाकांत पाढ़ी, सदानंद गुप्ता,कैलाश विश्वाल,बी आर चक्रधारी, डॉ गजेंद्र चक्रधारी,सुरेंद्र चक्रधारी, कमल किशोर साहू,नवल किशोर साहू, सत्यकाम गुप्ता,तथा ग्राम टिनमिनी,औरदा, नदीगांव, सूरजगढ़,विष्णु पाली,लैलूंगा घड़घोड़ा,रायगढ़ के समस्त आनंदमार्गी दीदी जी एवं दादा जी भक्त गणों की सहयोग एवं गरिमामय उपस्थिति रही।