रायगढ़। तमनार क्षेत्र को जिले से जोडऩे वाली तमनार- कसडोल सडक़ का निर्माण कार्य इन दिनों विवादों और अवरोधों के चलते बाधित हो गया है। इस समस्या को लेकर ग्राम पंचायत कसडोल के सरपंच और क्षेत्रीय ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर सडक़ निर्माण कार्य को पुन: प्रारंभ कराने की मांग की है।
ग्रामीणों के द्वारा ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि तमनार-कसडोल सडक़ को वर्ष 2002-03 में में प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तहत बनवाई गई थी। उक्त सडक़ पर जिंदल कंपनी द्वारा सोलर प्लांट के निर्माण के दौरान भारी वाहनों का परिचालन किया गया। जिससे सडक़ पूरी तरह से जर्जर होकर टूट चुकी है। ग्रामीणों के अनुरोध पर जिंदल कंपनी द्वारा उक्त मार्ग को सीएसआर फंड से पुनर्निर्माण किया जा रहा है। लेकिन स्थानीय निवासियों का विरोध पर काम अटका हुआ है।
सडक़ की चौड़ाई बढऩे पर किसानों ने किया विरोध
ज्ञापन में बताया गया है कि ग्राम गोढ़ी के किसानों के द्वारा सडक़ को काटकर लगभग 100 मी सकरी कर दी गई है, लेकिन अब सडक़ की चौड़ाई बढ़ाने पर निर्माण को लेकर आपत्ति जताई जा रही है। किसानों के विरोध दर्ज कराए जाने के बाद सडक़ निर्माण कार्य लटका हुआ है, जिससे स्थानीय निवासियों और राहगीरों को काफी परेशानी हो रही है।
जीवन दायिनी साबित होती सडक़
लैलूंगा,घरघोड़ा, तमनार क्षेत्र के लोगों को रायगढ़ पहुंचने के लिए कसडोल बरलिया की सडक़ जीवन दायिनी साबित हो रही है। मुख्य मार्ग में भारी वाहनों की आवाजाही के कारण लगातार दुर्घटनाएं हो रही है, जिससे अधिकतर लोग अब कसडोल से बडग़ांव दनोट होते हुए रायगढ़ पहुंच रहे हैं। लेकिन कुछ लोगों के द्वारा ( तमनार-कसडोल) सडक़ निर्माण कार्य में आपत्ति जताए जाने के बाद निर्माण कार्य रुका हुआ है। जिससे राहगीरों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से की हस्तक्षेप की मांग
ज्ञापन में यह स्पष्ट रूप से कहा गया है कि राजस्व विभाग द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार सडक़ की चौड़ाई तय की गई थी। इसके बावजूद कुछ लोगों द्वारा निर्माण कार्य रोकने से क्षेत्रीय जनता को आवागमन में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर उक्त निर्माण कार्य शीघ्र ही शुरू कराया जाने की मांग की है।
तमनार-कसडोल सडक़ निर्माण में रुकावट, ग्रामीणों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन!
सीएसआर फंड से बन रही सडक़ का कार्य अटका, ग्रामीणों को हो रही भारी परेशानी
