रायगढ़। छत्तीसगढ़ में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मान और प्रोत्साहन राशि नहीं मिलने के चलते छात्रों और अभिभावकों में भारी नाराजगी देखी जा रही है। सत्र 2023-24 की 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा में मेरिट सूची में स्थान पाने वाले होनहार छात्र – छात्राओं को अब तक न तो सम्मान समारोह में आमंत्रित किया गया और न ही प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई है। इस विषय को लेकर एनएसयूआई जिलाध्यक्ष आरिफ हुसैन के निर्देश पर एनएसयूआई जिला सचिव गौरव साव के नेतृत्व में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचकर गुलाब फुल एवं गेट वेल सून का कार्ड देकर ज्ञापन सौंपकर तत्काल कार्रवाई की मांग की। ज्ञापन देकर कहा गया है कि यदि शीघ्र ही छात्रों को उनका सम्मान और प्रोत्साहन राशि प्रदान नहीं की गई, तो हृस्ढ्ढ उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगी।
गौरव साव ने कहा यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिन बच्चों ने कठिन परिश्रम कर प्रदेश का नाम रोशन किया, उन्हें सरकार द्वारा नजऱअंदाज़ किया जा रहा है। भाजपा सरकार को छात्रों की मेहनत नहीं दिखती, उन्हें केवल योजनाओं के नाम बदलने की राजनीति करनी आती है। पहले इस योजना का नाम ‘स्वामी आत्मानंद मेधावी छात्र प्रोत्साहन योजना’ था, जिसे बदलकर ‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय मेधावी छात्र प्रोत्साहन योजना’ कर दिया गया है। नाम बदलने से बच्चों का भविष्य नहीं संवरेगा। कुछ ही दिनों में 2024-25 के परीक्षा परिणाम आने वाले हैं, उस समय तक भी पिछले साल के टॉपर्स का सम्मान न होना सरकार की लापरवाही और संवेदनहीनता को दर्शाता है। छात्रों के भविष्य को लेकर सरकार की निष्क्रियता कई सवाल खड़े करती है। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से शेख उबैद, सिबटैन रज़ा,दानिश, बलराम गोंड, विकास महापात्रे, आर्यन महिलाने, आर्यन शुक्ला, क्रिस, मोहन, टिकेश्वर, बंटी, दुर्गेश, शुभम, देवेश, प्रतीक, आकाश, अवनीश आदि सदस्य शामिल थे।
मेधावी छात्रों को प्रोत्साहन न मिलने पर एनएसयूआई ने सौंपा ज्ञापन
भाजपा सरकार पर नाम बदलने की राजनीति करने का आरोप : गौरव साव
