रायगढ़। जिंदल कोल माइंस में ब्लास्टिंग के दौरान 1 असिस्टेंट इंजीनियर की मौत हो गई। सोमवार को इलाज के दौरान एक और श्रमिक की मौत हो गई थी। मामले में पुलिस जांच करते हुए ब्लास्टिंग ऑफिसर और सेफ्टी इंचार्ज के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। घटना तमनार थाना क्षेत्र की है।
शुक्रवार को ब्लास्ट करते दौरान हादसा हुआ। कुछ दूरी पर ब्लास्टिंग मोबाइल सेल्टर वाहन के भीतर असिस्टेंट इंजीनियर आयुष बिशोई, चंद्रपाल राठिया और तरूण निषाद बैठे थे। तभी ब्लास्टिंग से पत्थर का बड़ा टुकड़ा वाहन के पीछे गेट को तोड़ते हुए भीतर घुस गया और उसकी चपेट में आने से आयुष की मौके पर मौत हो गई। घटना से चंद्रपाल और तरूण घायल हो गए। घटना के बाद मामले की सूचना पर पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू की। जहां जांच में पाया गया कि घटना ब्लास्टिंग ऑफिसर और सेफ्टी इंचार्ज की लापरवाही से मौत हुई है। जिसके बाद पुलिस ने मामले में ब्लास्टिंग ऑफिसर राजेश शर्मा और सेफ्टी इंचार्ज हरि प्रसाद के खिलाफ धारा 106(1)-बीएनएस 3(5)-बीएनस के तहत अपराध दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है।
एक घायल का चल रहा इलाज
ब्लास्टिंग की घटना में आयुष की मौके पर मौत हो गई, घायल चंद्रपाल और तरूण का इलाज चल रहा था। जहां सोमवार को इलाज के दौरान चंद्रपाल की भी मौत हो गई। अब तक इस मामले में 2 लोगों की मौत हो चुकी है और एक युवक का इलाज जारी है।
ब्लास्टिंग ऑफिसर-सेफ्टी इंचार्ज पर एफआईआर
जिंदल कोल माइंस में ब्लास्टिंग के दौरान हुआ था हादसा
