NavinKadamNavinKadamNavinKadam
  • HOME
  • छत्तीसगढ़
    • रायगढ़
      • खरसिया
      • पुसौर
      • धरमजयगढ़
    • सारंगढ़
      • बरमकेला
      • बिलाईगढ़
      • भटगांव
    • शक्ति
    • जांजगीर चांपा
    • बिलासपुर
  • क्राइम
  • आम मुद्दे
  • टेक्नोलॉजी
  • देश-विदेश
  • राजनीति
  • व्यवसाय
  • Uncategorized
Reading: बस्तर को मिलेगी अंतर्राष्ट्रीय पहचान-सीएम विष्णुदेव साय
Share
Font ResizerAa
NavinKadamNavinKadam
Font ResizerAa
  • HOME
  • छत्तीसगढ़
  • क्राइम
  • आम मुद्दे
  • टेक्नोलॉजी
  • देश-विदेश
  • राजनीति
  • व्यवसाय
  • Uncategorized
  • HOME
  • छत्तीसगढ़
    • रायगढ़
    • सारंगढ़
    • शक्ति
    • जांजगीर चांपा
    • बिलासपुर
  • क्राइम
  • आम मुद्दे
  • टेक्नोलॉजी
  • देश-विदेश
  • राजनीति
  • व्यवसाय
  • Uncategorized
Follow US
  • Advertise
© 2022 Navin Kadam News Network. . All Rights Reserved.
NavinKadam > रायपुर > बस्तर को मिलेगी अंतर्राष्ट्रीय पहचान-सीएम विष्णुदेव साय
रायपुर

बस्तर को मिलेगी अंतर्राष्ट्रीय पहचान-सीएम विष्णुदेव साय

छत्तीसगढ़ का पहला स्थल विश्व धरोहर की सूची में शामिल, बस्तर का कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान यूनेस्को की अस्थायी सूची में हुआ शामिल

lochan Gupta
Last updated: March 13, 2025 12:12 am
By lochan Gupta March 13, 2025
Share
6 Min Read

रायपुर। छत्तीसगढ़ के कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान को यूनेस्को की विश्व धरोहर की अस्थायी सूची में प्राकृतिक श्रेणी के अंतर्गत शामिल किया गया है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि ये छत्तीसगढ़ के लिये बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि ये हर्ष का विषय है कि यूनेस्को द्वारा कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान को विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया गया है । कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान न केवल जैव विविधता के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, बल्कि यह स्थानीय जनजातीय संस्कृति और इको-टूरिज्म को भी बढ़ावा देता है। इस सूची में शामिल होने से बस्तर क्षेत्र को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी एवं पर्यटन को और भी बढ़ावा मिलेगा । यह उपलब्धि पूरे छत्तीसगढ़ के लिए गर्व का विषय है ।
उल्लखेनीय है कि यह उद्यान तीन महत्वपूर्ण मापदंडों—प्राकृतिक सौंदर्य, भूवैज्ञानिक विशेषताएँ, और जैव विविधता पर खरा उतरता है। कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान प्रबंधन द्वारा उद्यान को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल करने के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई), संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार को प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया था, जिसे यूनेस्को द्वारा अपने अस्थाई सूची में चयन किया गया है।

कांगेर घाटी में प्राकृतिक सौंदर्य और अनूठी संरचनाएँ

कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान अपने मनमोहक प्राकृतिक दृश्यों, हरी-भरी घाटियों, गहरी खाइयों और झरनों के लिए प्रसिद्ध है। तीरथगढ़ जलप्रपात, जो कांगेर नदी से निकलता है, 150 फीट की ऊंचाई से गिरता हुआ एक अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करता है। कांगेर नदी अपने स्वच्छ जल और अनूठी चट्टानी संरचनाओं के कारण महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है। इसके अलावा, कोटमसर, कैलाश, दंडक और ऐसी 15 से अधिक गुफाएँ अपने अद्वितीय प्राकृतिक स्वरूप और ऐतिहासिक महत्व के कारण देश और विदेश के पर्यटकों और वैज्ञानिकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र हैं।

भूवैज्ञानिक विशेषताएँ और जैव विविधता

यह उद्यान अपनी भूवैज्ञानिक विविधता के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ की कार्स्ट संरचनाएँ, चूना पत्थर की गुफाएँ, जल संरचनाएँ और चट्टानी परतें वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के लिए अध्ययन का एक महत्वपूर्ण केंद्र हैं। इस क्षेत्र में भूवैज्ञानिक परिवर्तन देखे जाते हैं। चूना पत्थर की गुफाएँ पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र है। जैवविविधता से भरपूर यह उद्यान में विभिन्न वनस्पति, वन्यजीव और विशेष प्रजाति के प्रजातीय पाए जाते है7 963 प्रकार की वनस्पतियाँ, जिनमें 120 फ़ैमिली और 574 प्रजातियाँ शामिल हैं। यहाँ दुर्लभ ऑर्किड की 30 प्रजातियाँ दर्ज की गई हैं। 49 स्तनपायी, 210 पक्षी, 37 सरीसृप, 16 उभयचर, 57 मछलियाँ और 141 तितली प्रजातियाँ है। बस्तर हिल मैना (छत्तीसगढ़ का राज्य पक्षी), ट्रैवणकोर वुल्फ स्नेक, ग्रीन पिट वाइपर, मोंटेन ट्रिंकेट स्नेक जैसी दुर्लभ प्रजातियाँ है।

बस्तर क्षेत्र में पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान बस्तर की समृद्ध जनजातीय संस्कृति को संरक्षित करता है। यहाँ गोंड और धुरवा जनजातियाँ रहती हैं, जो अपनी पारंपरिक रीति-रिवाजों, नृत्य, लोकगीतों और त्योहारों के लिए प्रसिद्ध हैं। इस क्षेत्र में स्थानीय आदिवासियों द्वारा हस्तशिल्प कला जैसे बांस शिल्प कलाकृतियाँ विशेष रूप से लोकप्रिय हैं। यहाँ के आदिवासी समुदाय प्रकृति से गहराई से जुड़े हुए हैं और जंगलों से जुड़ी अनेक कहानियाँ और मान्यताएँ पीढिय़ों से चली आ रही हैं। इको-टूरिज्म और साहसिक पर्यटन गतिविधियों में जंगल सफारी, बर्ड वॉचिंग, ट्रेकिंग ,कयाकिंग बम्बू राफ्टिंग , कैम्पिंग , होमस्टे , गुफा भ्रमण और फोटोग्राफी के बेहतरीन अवसर मिलते हैं, जिससे यह रोमांचक पर्यटन स्थल बनता है। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक गुफाएँ, वन्यजीव, और सांस्कृतिक विरासत इसे छत्तीसगढ़ के प्रमुख पर्यटन स्थलों में शामिल करते हैं। कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के विशेषता को देखते हुए इसे यूनेस्को ने अस्थायी सूची में शामिल किया गया है । उद्यान को यूनेस्को की अस्थायी सूची में शामिल किया जाने से बस्तर क्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

ओपी ने कहा पर्यटन एवं वन्य जीव संरक्षण की दिशा में बढ़ रहा छत्तीसगढ़

जैव विविधता और दुर्लभ जीव जंतुओं के लिए विख्यात छत्तीसगढ़ स्थित कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान को यूनेस्को ने विश्व धरोहर की अस्थायी सूची में स्थान दिए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए विधायक रायगढ़ एवं वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा पर्यटन एवं वन्य जीव संरक्षण की दिशा में छत्तीसगढ़ नई सफलता की ओर बढ़ रहा है। विदित हो कि कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान विश्व धरोहर की दौड़ में शामिल हो गया है। यूनेस्को द्वारा जारी पहली सूची में कांगेर वैली को शामिल किया गया। नेशनल पार्क पात्रता हासिल करने वाली कांगेर वैली छत्तीसगढ़ की पहली वैली है। कांगेर वैली समृद्ध जैव विविधता के साथ जीव जंतुओं की दुर्लभ प्रजातियों के आवास के रूप में पहचानी जाती है।

You Might Also Like

आईएएस रानू साहू समेत 9 आरोपियों के खिलाफ ईडी ने की बड़ी कार्रवाई

महादेव सट्टा केस : एक और गिरफ्तारी

रायपुर दक्षिण उपचुनाव में प्रत्याशी खर्च कर सकेंगे 40 लाख

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से मिले भाजपा प्रत्याशी सुनील सोनी

साय सरकार सरेंडर नक्सलियों को देगी प्लॉट-मकान

Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Telegram Email
Previous Article जनपद पंचायत अध्यक्ष चुनाव में हंगामा
Next Article होली से पहले युवाओं को बड़ी सौगात

खबरें और भी है....

छत्तीसगढ़ में शिक्षा का नया सूर्योदय, अब कोई स्कूल शिक्षक विहीन नहीं
खड़ी ट्रेलर से टकराया बाइक चालक, हुई मौत
दुकान में घुसकर मारपीट करने वाले चार आरोपी गिरफ्तार
मां विहार कॉलोनी में शिफ्ट किए प्रगति नगरवासी
प्रगति नगर में अतिक्रमण पर चला प्रशासन का बुलडोजर

Popular Posts

छत्तीसगढ़ में शिक्षा का नया सूर्योदय, अब कोई स्कूल शिक्षक विहीन नहीं
मेगा हेल्थ कैंप का मिला फायदा, गंभीर एनीमिया से पीड़ित निर्मला को तुरंत मिला इलाज
स्कूल व आंगनबाड़ी के बच्चों का शत-प्रतिशत जारी करें जाति प्रमाण पत्र,कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने बैठक लेकर राजस्व विभाग की कामकाज की समीक्षा
दृष्टिहीन मिथिला का मौके पर बना राशन कार्ड, शारीरिक रूप से असमर्थ लोगों को मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सहायता योजना से लाभान्वित करने के दिए निर्देश
डेंगू से निपटने निगम और स्वास्थ्य की टीम फील्ड पर,पिछले 5 साल के मुकाबले इस साल केसेस कम, फिर भी सतर्कता जरूरी

OWNER/PUBLISHER-NAVIN SHARMA

OFFICE ADDRESS
Navin Kadam Office Mini Stadium Complex Shop No.42 Chakradhar Nagar Raigarh Chhattisgarh
CALL INFORMATION
+91 8770613603
+919399276827
Navin_kadam@yahoo.com
©NavinKadam@2022 All Rights Reserved. WEBSITE DESIGN BY ASHWANI SAHU 9770597735
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?