रायगढ़। शहर के कई क्षेत्रों के रहवासी डेंगू बीमारी की चपेट में आ चुके हैं इस मामले में आज सर्व समाज के लोगों द्वारा दिया गया। इस दौरान भाजपा-कांगे्रस दोनों के बीच वाद विवाद की स्थिति निर्मित हो गई। किसी तरह बीच बचाव कर दोनों ही पार्टी के लोगों को रोका गया अन्यथा यहां मारपीट की स्थिति भी निर्मित हो सकती थी।
शहर में फैली डेंगू बीमारी को लेकर भाजपा और कांगे्रस के नेता आपस में भिड़े गए और दोनों पक्षों के बीच नारेबाजी को लेकर अचानक तनाव बढ़ गया। इससे पहले शहर में बढ़ते डेंगू के मामले को लेकर सर्व समाज की बैठक में भी दोनों पक्ष आरोप प्रत्यारोप करते हुए आपस में उलझ गए थे इसके बाद रैली की शक्ल में जब कलेक्टर कार्यालय में कलेक्टर से मिलने पहुंचे उससे पहले ही फिर भाजपा के एक नेता के आने से फिर से विवाद खडा हो गया। बताया जा रहा है कि वहां पर भाजपा के प्रदेश महामंत्री व पूर्व आईएएस अधिकारी ओपी चौधरी पहुंच गए थे इसको लेकर कांगे्रसियों ने राजनीति करने का आरोप लगाते हुए जमकर बखेड़ा किया।
रायगढ़ शहर में बीते एक माह से डेंगू बीमारी तेजी से बढ़ गई है और अब कहा जा रहा है कि इस बीमारी की चपेट में आने से तीन लोगों की मौत हो गई हैं। साथ ही साथ चार सौ से अधिक लोग डेंगू पॉजिटिव बताये जा रहे हैं इस मुद्दे को लेकर आज सर्व समाज के लोगों ने बैठक बुलाकर प्रशासन से ठोस कदम उठाने के लिये आगे आया था। लेकिन सर्व समाज की बैठक में भाजपा और कांगे्रस के कुछ कार्यकर्ता आपस में बिड़ गए।
इस संबंध में भाजपा के जिला महामंत्री व पूर्व पार्षद का कहना था कि मामला जनहित का है और शहर बुरी तरह डेंगू की चपेट में है लेकिन कांगे्रस की सरकार होनें के साथ-साथ नगर निगम में महापौर, सभापति इन्हीं के हैं जिसके कारण वे इस मुद्दे से बचना चाहते हैं और विवाद खड़ा कर रहे हैं उनका आरोप था कि शहर में चार सौ से अधिक डेंगू पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं और सर्व समाज इस मुद्दे पर प्रशासन से मिलकर उचित पहल की मांग करने आया है न कि राजनीति करने। जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने सर्व समाज के लोगों के सामने ही भाजपा और कांगे्रस के पदाधिकारियों के बीच हुई नोकझोंक व नारेबाजी तथा धक्कामुक्की को देखकर वहां मौजूद अन्य लोगों ने बीच बचाव किया जिसके चलते स्थिति बिगडऩे से बच गई।
इस संबंध में निगम के सभापति का कहना था कि डेंगू का मामला गंभीर है और इसी को लेकर सर्व समाज की बैठक बुलाई गई थी इस बैठक में भाजपा के लोगों ने ओपी चौधरी के आने का इंतजार करने को कहा जो उचित नही था चूंकि मामला राजनीति से नही जुडा है और इस पर कुछ लोगों ने आपत्ति की जिससे विवाद बढ़ गया। उनका कहना था कि ऐसे मुद्दों पर भाजपा जबरन राजनीति करने में लगी है और जनहित पर सर्वसमाज एक है।