रायगढ़। जिले में वार्ड नं. 18 की कांग्रेस प्रत्याशी शीला साहू के द्वारा नामांकन वापस लेने से भाजपा प्रत्याशी पूनम सोलंकी निर्विरोध निर्वाचित हुई हैं। इस जीत के साथ भाजपा कार्यालय में जश्न मनाया जा रहा है।
मिली जानकारी के मुताबिक वार्ड नं. 18 से भाजपा प्रत्याशी पूनम सोलंकी के खिलाफ कांग्रेस की प्रत्याशी शीला साहू ने अपने व्यक्तिगत कारणों की वजह से चुनाव होनें से पहले ही आज अपना नामांकन वापस ले लिया जिससे भाजपा प्रत्याशी पूनम सोलंकी निर्विरोध चुन ली गई हैं। इस जीत से भाजपा में जश्न का माहौल है इस दौरान रायगढ़ विधायक एवं वित्त मंत्री ओपी चौधरी, भाजपा जिलाध्यक्ष अरूणधन दीवान ने भाजपा प्रत्याशी पूनम सोलंकी को भाजपा का गमछा पहनाकर उन्हें जीत की बधाई दी। वार्ड नं. 18 से निर्विरोध निर्वाचित हुई पूनम सोलकी ने अपने वार्डवासियों को धन्यवाद करते हुए कहा कि यहां की जनता ने उन्हें और उनके पति पर भरोसा जताया जिससे अनवरत हम पांच बार निर्वाचित होते आ रहे हैं। वार्डवासी हमारे सभी कार्य की सराहना करते थे और उसी का प्रतिफल है कि आज मै निर्विरोध चुनी गई हूं। मैं हमेशा अपने वार्डवासियों के भरोसे पर खरा उतरने का प्रयास करूंगी। वहीं वार्ड नं. 45 भगवानपुर की सामान्य सीट से कांग्रेस प्रत्याशी खिरीलाल सिंह ठाकुर ने भी अपना नामांकन वापस ले लिया है। जिसके कारण यहां के भाजपा प्रत्याशी नारायण पटेल भी निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। इस दौरान रायगढ़ विधायक एवं वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि कांग्रेस एक डूबती नाव है। परिवारवाद के चंगुल में पडक़र उन्होंने पूरे देश के अलावा पूरी पार्टी का बेडागर्क किया है। यही कारण है कि आज डूबती नाव से लोग कूद-कूद कर भाग रहे हैं। आज रायगढ़ के वार्ड नं. 18 में भी कांग्रेस की एक प्रत्याशी ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। इस तरह से कांगे्रस ने चुनाव से पहले ही अपना दो विकेट गंवा दिया है।
चुनावी हुड़दंग कराने में कांग्रेसियों का कोई जवाब नहीं… अनेकों प्रकरण में उड़ा चुके लोकतंत्र का मखौल-अरुण धर दीवान
जिला अध्यक्ष अनिल शुक्ला के बयानों पर जिला भाजपा अध्यक्ष दीवान का पलटवार
रायगढ़। कांग्रेस में मची भगदड़ के मध्य कांग्रेस द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए भाजपा पर लगाए गए आरोपों पर पलट वार करते हुए जिला भाजपा अध्यक्ष अरुण धर दीवान ने कहा सत्ता रहते हुए मौजूदा कांग्रेस अध्यक्ष का उपचुनाव के दौरान पुलिस अधिकारी के साथ नशे की हालत में हुज्जतनबाजी का वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वे सीधे तौर पर सक्षम अधिकारी को धमकाते हुए नजर आ रहे थे। अरूण धर दीवान ने जोगी सरकार के दौरान मुख्यमंत्री आगमन के दौरान स्टेशन में लगे सुरक्षा कर्मियों के साथ मौजूदा अध्यक्ष द्वारा किए गए मारपीट का मामला पंजीबद्ध हुआ था। वही 1998 के दौरान लोकसभा चुनाव के दौरान अजीत जोगी के नामांकन पर आपत्ति करने गए शिकायत कर्ता को बलपूर्वक रोके जाने का मामला जनता नहीं भूली है। मौजूदा अध्यक्ष पर नगर निगम परिसर में वरिष्ठ राजनैतिक व्यक्तियों पर हमले मारपीट का भी आरोप है। अरूणधर दीवान ने कहा अजीत जोगी ने अपनी सरकार रहते हुए भाजपा के 12 विधायकों को बलपूर्वक कांग्रेस प्रवेश करा लोकतंत्र का उपहास उड़ाया था।जोगी सरकार कर प्रथम चुनाव के बाद सांसदों एवं विधायकों के खरीद फरोख्त का आपत्तिजनक आरोप भी लगा था। भाजपा नेता अरुण धर दीवान ने 1988 के दौरान खरसिया उपचुनाव का स्मरण कराते हुए कहा तात्कालिक मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के आवेदन में त्रुटि होने पर रातों रात हेलीकॉप्टर में बुलाकर पिछले दरवाजे से आवेदन सुधरवाया गया था। अरुण धर दीवान ने कहा हाल में ही वरिष्ठ कांग्रेस नेता सतपाल बग्गा ने उपेक्षा का आरोप लगाते हुए विधायक ओपी चौधरी के विकास कार्यों से प्रभावित होकर भाजपा प्रवेश किया इसके पहले विधान सभा चुनाव में वरिष्ठ नेता बलबीर शर्मा ने भी कांग्रेस को अलविदा करते हुए भाजपा प्रवेश किया। कांग्रेस को डूबता जहाज बताते हुए जिला भाजपा अध्यक्ष ने कहा पार्टी छोडऩे की भगदड़ मची हुई है अपनी साख बचाने कांग्रेस अर्नगल आरोप लगा रही है। देश में मोदी प्रदेश में साय एवं ओपी चौधरी की बढ़ती लोकप्रियता से विपक्ष घबरा गई है। चुनाव के पहले हार की संभावना देख कांग्रेस पार्षद प्रत्याशियों के पास नाम लेने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है। आने वाले निगम चुनाव में जनता कांग्रेस को सबक सिखाएगी। कांग्रेस आज तक अपने विकास कार्यों बताने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित नहीं कर पाई जबकि महापौर प्रत्याशी जीवर्धन जन सम्पर्क के दौरान विधान सभा के बाद विधायक ओपी चौधरी द्वारा स्वीकृत विकास कार्यों का ब्यौरा मुहैया करा रहे है। विकास की राजनीति करने में बजाय कांग्रेस अर्नगल एवं ओछी बयान बाजी कर रही है।
कांग्रेस एक डूबता जहाज.. घर में मची भगदड़ सम्हालें-पूनम सोलंकी
कांग्रेस के आरोपों पर पूर्व नेता प्रतिपक्ष का पलटवार
रायगढ़। कांग्रेस एक डूबता जहाज है। कांग्रेस से भागने की भगदड़ मची हुई है। भाजपा पर आरोप लगाने के पहले कांग्रेस घर में मची भगदड़ सम्हालें। कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए पूर्व नेता प्रतिपक्ष पूनम सोलंकी ने कहा है कांग्रेसी संभावित बड़ी हार को देखते हुए अर्नगल बयान बाजी कर रही है। भाजपा पर आरोप लगाने से पहले कांग्रेस अपनी गिरेबान में झांक लें। कांग्रेस द्वारा धनबल और बाहुबल के दुरुपयोग की लंबी फेहरिस्त है जिस पर एक पूरी किताब लिखी जा सकती है।
उन्होंने कहा कि खिसियानी बिल्ली खम्बा नोंचे की तर्ज पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिये स्वयं को निरीह बताकर सत्तापक्ष की आलोचना करने की बजाय इस बात पर आत्मचिंतन करना चाहिए कि उनके अधिकृत उम्मीदवार चुनाव के पहले आखिर मैदान छोडक़र क्यों भाग खड़े हो रहे हैं? कुशल नेतृत्वकर्ता ओ पी चौधरी के विकास की आंधी ने कांग्रेस को इस कदर हिला डाला है कि कांग्रेस का अधिकृत प्रत्याशियों का अपने अपने वार्ड में भाजपा का मजबूती से सामना कर पाना कठिन सिद्ध हो रहा है। सुनिश्चित हार की प्रबल आशंका से कांग्रेस प्रत्याशी इस कदर भयभीत हैं कि शर्मनाक पराजय से बचने उनके पास मैदान छोड़ देने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं है। पार्टी में मची इस भगदड़ पर बौखलाहट जताने की बजाय कांग्रेस बचे-खुचे पार्षद प्रत्याशियों की सुध लें तो बेहतर होगा अन्यथा चुनाव से अलग हटने का दावा करते हुए कुछेक प्रत्याशी और सार्वजनिक हो गए तो कांग्रेस की पूरी तरह फजीहत हो जाने से कोई रोक भी नही पायेगा।
सत्ता में बैठे लोग भयादोहन व दबाव पूर्वक कृत्यों से कर रहे लोकतंत्र की हत्या -अनिल शुक्ला
रायगढ़। जिला कांग्रेस कमेटी रायगढ़ के अध्यक्ष अनिल शुक्ला ने आज प्रेस विज्ञप्ति जारी कर मीडिया को बताया कि आज नगरिय निकाय चुनाव के नाम वापसी के अंतिम दिन सत्ता पक्ष के लोगों द्वारा अपने साम दाम दंड भेद की नीति अपनाकर कांग्रेस के पार्षदों को खरीदने भयादोहन कर नाम वापिस लेने की सूचना पर संज्ञान लिया गया व त्वरित निर्वाचन कार्यालय की ओर मैं स्वयं अध्यक्ष अनिल शुक्ला अपने साथी पदाधिकारियों के साथ पहुंचे व उन्होंने ने वहां पाया कि कांग्रेस के पार्षद प्रत्याशी को जबरन उकसाकर कार्यालय के भीतर भेजने और नाम वापसी का दवाव बनाया जा रहा था जिस पर सत्ता पक्ष के लोग उन्हें जबरन नाम वापसी के लिए प्रेरित करते नजर आए जिसका विरोध भी कांग्रेस नेताओं ने किया और काफी झूमा झटकी भी हुई।
वहीं आज हमारे 2 पार्षद प्रत्याशियों ने नाम भी इस दबाव व धन बल के साधन के फलस्वरूप वापस लिए गए जिसकी पूरी जांच पार्टी अपने आंतरिक लोकतंत्र के आधार पर कर रही है भाजपा वाले जो समाचार सोशल मीडिया में चला रहे है उससे ये साफ प्रतीत होता है कि कहीं न कहीं ये सब सत्ता पार्टी का ही किया धरा होगा जिसमे एक वार्ड क्रमांक 18 की प्रत्याशी हैं व वार्ड क्रमांक 45 के पार्षद प्रत्याशी जो कि लैलूंगा विधान सभा से आते है वह: भी सत्ता पक्ष की घटिया राजनीति के शिकार हुए हैं इसमे कोई संदेह नहीं है पार्टी ऐंन पर जांच कर अनुशासनात्मक कार्यवाही करेगी और अगर सत्ता पक्ष का कोई भी दबाव का साक्ष्य व लेनदेन उजागर हुआ तो निर्वाचन आयोग से भी इस कि शिकायत की जावेगी।
अनिल शुक्ला ने कहा सत्ता पक्ष द्वारा अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर गैर-लोकतांत्रिक तरीकों से विरोधी पार्टी के प्रत्याशियों को प्रभावित करने की कोशिश करना निश्चित रूप से निंदनीय और अक्षम्य है। यह लोकतंत्र की मूल भावना के विरुद्ध है और नागरिकों के अधिकारों का हनन करता है। लोकतंत्र में सत्ता की साझेदारी एक महत्वपूर्ण पहलू है, जिसमें सभी समूहों और समुदायों को सम्मिलित किया जाता हैख। यह सुनिश्चित करता है कि सभी नागरिकों को समान अवसर मिलें और उनकी आवाज़ सुनी जाए। लेकिन जब सत्ता पक्ष अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर विरोधी पार्टी के प्रत्याशियों को प्रभावित करने की कोशिश करता है, तो यह लोकतंत्र की मूल भावना को कमजोर करता है। अनिल शुक्ला ने अपनी विज्ञापि में आगे कहा इस तरह की गतिविधियों से न केवल लोकतंत्र की हत्या होती है, बल्कि यह नागरिकों के विश्वास को भी कमजोर करता है। यह आवश्यक है कि सत्ता पक्ष और विरोधी पार्टी दोनों ही लोकतांत्रिक मूल्यों का पालन करें और नागरिकों के अधिकारों का सम्मान करें। अनिल शुक्ला ने निर्वाचन आयोग से भी मांग की है कि किसी भी प्रत्याशी को निर्विरोध विजेता घोषित नहीं किया जावे कानूनन जो मतदाताओं को नोटा पर भी बटन दबाने का अधिकार होता है सभी मताधिकारियों को नोटा चुनने का अधिकार मिले साथ ही भारी भय के वातावरण निर्मित होने और स्वस्थ्य राजनीति का वातावरण बनाये रखने हेतु कांग्रेस पार्षद प्रत्याशियों को पर्याप्त सुरक्षा बल प्रदान किए जाएं। अनिल शुक्ला ने बताया कि सत्ता में बैठे बड़े आदमी को अपने चाल चरित्र और चेहरे को जग जाहिर होने से बचाने के लिए स्वस्थ्य लोकतंत्र पर भरोसा करना चाहिए।