रायगढ़। शहर में आवारा कुत्तों की संख्या काफी बढ़ चुकी है। इन कुत्तों के द्वारा बच्चो और बड़ों को काटने की शिकायते भी काफी आ रही है। जिससे जाहिर तौर पर शहर या उससे लगे ग्रामीण क्षेत्रों में रेबीज से पीडि़त लोगों की मौतें भी हुई होंगी।
हमारे पास शहर में हुई मौतों का आंकड़ा नहीं है। परंतु हाल के एक दिन समाचार संकलन के लिए जिला अस्पताल जाना हुआ तो देखा गया की एक से डेढ़ घंटे मके अंदर पांच ऐसे लोग अस्पताल आए,जिन्हे आवारा कुत्तों ने बुरी तरह से काटा था। इनमे तीन बच्चे शामिल थे।
इधर जानकारों की मानें तो जलवायु परिवर्तन की वजह से बीते दो तीन सालों में कुत्तों का मेटिंग पीरियड भी समय से पहले आना और लंबा होने लगा है। जिसकी वजह से इनकी संख्या भी काफी बढ़ रही है। मौसम में बदलाव की वजह से कुत्ते ज्यादा आक्रामक हो चुके है और आये दिन उन्हें चैक चैराहों में इक_े होकर लड़ते तथा एक दूसरों को काटते हुए देखा जा रहा है। ऐसी स्थिति में आक्रामक हो चुके ये स्वान रास्ते में चलने वाले लोगों के लिये भी बड़ा खतरा हैं जिन पर कारगर नियंत्रण की जरूरत है। नगर निगम प्रशासन को ऐसे आवारा कुत्तों की संख्या पर नियंत्रण करने के लिये कारगर कार्रवाई की जरूरत है। अत: समय रहते रायगढ़ निगम क्षेत्र के अंदर आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या पर उचित तरीके से नियंत्रण किया जाना जरूरी है।
कार्मेल स्कूल के सामने सांड ने मचाया आतंक, स्कूली बच्चियां हुई घायल
कार्मल स्कूल के सामने शुक्रवार की दोपहर 2 सांड अचानक लडने लगे और इस दौरान रास्ते से गुजर रहे स्कूल से निकलने वाले कुछ छात्राओं को भी घायल कर दिया। इस घटना में 1 लडक़ी को बहुत चोटे आई है। जबकि अन्य बच्चियां भी घायल हुई है। आज बहुत बड़ा हादसा होते होते बच गया,आज किसी न किसी बच्चे की जान इन सांड की लड़ाई में जा सकती थी,बच्ची को हॉस्पिटल लेके गए है, उसे काफी चोट लगी है। शहर में इन दिनों लडऩे वाले सांडों का आतंक भी लगातार बढ़ता जा रहा है। इन पर नियंत्रण लगाने के लिये निगम प्रशासन को सार्थक पहल करनी चाहिए।
आवारा कुत्तों के आतंक से त्रस्त शहरवासी
नही हो रही धरपकड़ की कार्रवाई
