रायपुर। ट्रैफिक फाइन से बचने के लिए के लिए 2 युवकों ने शातिर दिमाग लगाया। आरोपियों ने गाड़ी के नंबर प्लेट में छेड़छाड़ करते हुए गाड़ी का नंबर ही बदल दिया। एक बाइक में 5 नंबर को 6 बनाया तो वहीं दूसरे ने एक्टिवा में 8 नंबर को मार्कर से 8 बना दिया। इसके बाद युवक बेखौफ ट्रैफिक नियम तोड़ते हुए शहर में गाड़ी दौड़ाते रहे। इस दौरान किसी और के पास अलग-अलग कर 39 हजार तक का ई-चालान पहुंच गया। अब ट्रैफिक पुलिस की शिकायत के बाद सिविल लाइन पुलिस ने दोनों युवकों के खिलाफ गैर जमानती अपराध दर्ज किया। आरोपियों को जेल भेजा गया है।
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब छेड़छाड़ से बने नंबर के असली मालिक के पास कई बार ई-चालान आया। पीडि़त अरुण अवस्थी और दीपक देवांगन नाम के व्यक्ति ट्रैफिक पुलिस के दफ्तर पहुंचे। उन्होंने बताया कि उनके गाड़ी नंबर पर करीब दर्जन भर बार ई-चालान का मैसेज आया है। जबकि उन्होंने नियम भी नहीं तोड़ा है। पुलिस कर्मियों ने जब जांच की तो पता चला 2 युवकों ने अपनी गाड़ी के नंबर से छेड़छाड़ की है। वीडियो को जूम करके देखने पर उनके नंबर प्लेट पर छेड़छाड़ दिखाई दी। जिसके बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने सिविल लाइन पुलिस में शिकायत दी। इसके बाद ताज नगर के निवासी मोहम्मद अहमद और राजा तालाब के निवासी भावेश सावरकर को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने जब इनके गाड़ी नंबर को देखा तो वे हैरान रह गए। दरअसल, एक आरोपी के बाइक का नंबर था सी-3559 इसमें एक 5 को आरोपी ने 6 बना दिया था। वहीं दूसरे आरोपी की स्कूटी का नंबर था टी-5289 इसने अंतिम के नंबर 9 को मार्कर से 8 बना दिया था। इनमें से एक गाड़ी पर 9 ई-चालान था, जिसमें 39 हजार रुपए फाइन था। दूसरी गाड़ी पर 4 ई-चालान था, जिसमें 14 हजार रुपए फाइन था।
गैर-जमानती अपराध में गए जेल आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने ई-चालान से बचने के लिए नंबर बदले थे। सिविल लाइन थाना प्रभारी रोहित मानेकर ने बताया कि दोनों आरोपियों को नंबर टेंपरिंग करने के मामले में गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के खिलाफ सिविल लाइन थाने में बीएनएस की धाराओं में गैर जमानती धाराओं में अपराध दर्ज हुआ है। इस मामले को लेकर ट्रैफिक ्रस्क्क अनुराग झा ने चालकों से अपील की है कि यातायात नियमों का पालन करें। इसके अलावा उन्होंने ई-चालान से बचने के लिए नंबर प्लेट में छेड़छाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की बात कही है।
फाइन से बचने 2 युवकों ने बदला गाड़ी नंबर
5 को बनाया 6, किसी और के पास पहुंचा 39 हजार का ई-चालान
