पखांजुर। शासकीय वीर गेंद सिंह महाविद्यालय पखांजूर में हिंदी सप्ताह मनाया गया। इस अवसर छात्र-छात्राओं पर हिंदी विभाग एवं आईक्यूएसी के संयुक्त तत्वावधान में छात्र- छात्राओं के लिए निबंध लेखन, रंगोली, पोस्टर एवं परिचर्चा प्रतियोगिता रखी गई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रघुवर सिंह ध्रुव ने कहा कि हिंदी भारत को एकता के सूत्र में पिरोने वाली राष्ट्रभाषा है। राष्ट्र में कई भाषा और बोलियां हैं, लेकिन हिंदी ही राष्ट्र को एकता के सूत्र बांधते हैं। हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. आर एस औरसा ने हिंदी के वर्तमान दशा पर अपनी बात रखी। हिंदी भाषा में जो मिठास हमें मिलता हैं. वह दूसरी भाषा में महसूस नहीं होती। जायसी, रसखान, सूरदास, तुलसीदास, हरिबंद्र, मीराबाई, प्रेमचंद आदि कई कवियों ने हिंदी को लोकप्रिय बनाया है। प्रो. शैलेंद्र ने हिंदी में दूसरी भाषा का समावेश करना या हो जाना हिंदी भाषा के लिए उपयुक्त नहीं है। हम सबको हिंदी भाषा के विकास और संरक्षण के लिए कार्य करना होगा। इस अवसर प्राध्यापक रोशन कुमार, गोपेश दास साहू, नोहरु राम निषाद, प्रज्ञा कश्यप और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
हिंदी भारत को एकता के सूत्र में पिरोने वाली राष्ट्रभाषा है

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lochan Gupta
