रायगढ़। कार्तिक पूर्णिमा को लेकर शुक्रवार को अल सुबह से ही लोग घरों से निकल गए थे, इस दौरान लोगों ने नदी व तालाबों में स्नान कर पूजा-पाठ के बाद दीप दान किया, फिर दोपहर से शहर के पिकनिक स्पाट में पहुंचने लगे थे, जो देर शाम तक वन भोज का आनंद उठाया। इसके साथ ही शहर के पार्क में भी देर शाम तक लोग जमे रहे।
उल्लेखनीय है कि अब त्यौहारों का दौर शुरू हो गया है, जिसको लेकर लोगों में काफी उत्साह बना हुआ है। इसके साथ ही अब जिले में हल्की ठंड शुरू हो जाने से दिन के समय गर्मी भी कम हो गई है, जिससे अब लगातार वनभोज का भी दौर शुरू हो गया है। ऐसे में शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा होने के कारण लोग अल सुबह से ही घरों से निकल गए थे। इस दौरान लोग शहर के केलो नदी व तालाबों में स्नान कर पूजा-पाठ व दान-पुन्य के बाद थाल में दीपक जलाकर गंगा मां का ध्यान करते हुए आरती किया और नदी-तालाबों में दीप दान किया। वहीं केलो नदी के घाट पर पहुंचे लोगों ने बताया कि हिंदु धर्म में कार्तिक पूर्णिमा को त्यौहार के रूप में मनाया जाता है। इस दिन विधि-विधान से गंगा मईया की पूजा की जाती है, जिससे कई मनोकामना भी पूर्ण होती है। ऐसे में शुक्रवार को सुबह केलो नदी में दीप दान होने से इसका नजारा ही अलग दिख रहा था। इसके बाद सुबह 10 बजे लोग पिकनिक स्पाट पर पहुंचने लगे थे। इस दौरान कार्तिक पूर्णिमा के साथ वनभोज को लेकर भी काफी उत्साह था। जिससे सुबह से ही शहर के आसपास के पिकनिक स्पाट में लोगों का आना शुरू हो गया था। जो देर शाम तक वनभोज का आनंद उठाया। साथ ही स्कूलों में अवकाश होने के कारण महिला-पुरुष व बच्चे पूरे उत्साह के साथ गार्डन व पार्क में जमे रहे। साथ ही पूरे दिन का समय मिलने के कारण लोग तहर-तरह के व्यंजन भी तैयार किए थे, जिसका जमकर आनंद उठाया।
ब्रम्हमुहुर्त में हुई पूजा-अर्चना
कार्तिक पूर्णिमा महापर्व की खुशी शहर के श्रद्धालुओं में देखते ही बनी वे ब्रम्हमुहुर्त में उठकर अपने परिजन के साथ पूजा की सामग्री लेकर शहर के अपने निर्धारित घाट में पहुंचे जहां कार्तिक स्नान कर अपने इष्ट देव – देवी की आराधना पूजा अर्चना कर महाआरती कर तालाब व नदी के घाट में अपनी श्रद्धा का दीप दान कर अत्यंत प्रसन्नचित नजर आए।
घाट में उमड़ा जनसैलाब
शहर के कयाघाट, जूटमिल घाट, खर्राघाट, बेलादुला घाट, निकले महादेव मंदिर घाट बूढ़ी माई घाट सहित सभी घाट में हजारों सनातनी श्रद्धालुगण बड़ी श्रद्धा से अपने हाथ में दीप लेकर घाट पहुंचे और विधिवत पूजन – अर्चन कर दीपदान किए। इसके पश्चात मान्यता अनुसार लोगों ने जरुरतमंद लोगों को अपनी श्रद्धानुसार फल, कपड़े, पैसे व जरुरतमंद चीजें देकर पुण्य के भागी बनें।
मन को भाया आकाशदीप व आतिशबाजी
आज कार्तिक पूर्णिमा महापर्व की खुशी में शहर के हजारों श्रद्धालुओं ने घाट में अनगिनत खूबसूरत आकाशदीप जलाकर आसमान को समर्पित किए। जिसकी खूबसूरती ने हर किसी के मन को प्रसन्नचित किया। इसी तरह बड़ों व छोटों ने विभिन्न प्रकार के रंग बिरंगे पटाखे छुड़ाकर व जमकर आतिशबाजी के साथ कार्तिक पूर्णिमा महापर्व को श्रद्धा व उत्साह के साथ अपनों के संग सेल्फी लेते हुए यादगार ढंग से मनाया।
पहले से चल रही थी तैयारी
उल्लेखनीय है कि कार्तिक पूर्णिमा को लेकर हर साल शहर से लगे इंदिरा बिहार में सैकड़ों की संख्या में लोग पिकनिक मनाने पहुंचे है, लेकिन इस बार इंदिरा बिहार के अलावा रोज गार्डन, पंचधारी, बिंजकोट, रामझरना सहित अन्य डेम के पास भी बड़ी संख्या में लेाग पहुचे हुए थे। जिससे इस बार अन्य सालों की अपेक्षा काफी भीड़ देखी गई। साथ ही युवा वर्ग का कहना था कि पिकनिक को लेकर दो दिन पहले से ही तैयारी में जुट गए थे। जो शुक्रवार को अलग-अलग जगह पहुंच कर भोजन पकाने में जुटे हुए थे। साथ ही बच्चे गार्डन में लगे झूला का भरपूर आनंद उठाया।
श्रद्धा के बेशुमार दीपों से जगमगाया नदी-तालाबों का घाट
देव दिवाली कार्तिक पूर्णिमा महापर्व की रही धूम, दोपहर बाद शहर के पिकनिक स्पाट हुआ गुलजार, देर शाम तक लोगों ने उठाया वनभोज का लुत्फ
