NavinKadamNavinKadamNavinKadam
  • HOME
  • छत्तीसगढ़
    • रायगढ़
      • खरसिया
      • पुसौर
      • धरमजयगढ़
    • सारंगढ़
      • बरमकेला
      • बिलाईगढ़
      • भटगांव
    • शक्ति
    • जांजगीर चांपा
    • बिलासपुर
  • क्राइम
  • आम मुद्दे
  • टेक्नोलॉजी
  • देश-विदेश
  • राजनीति
  • व्यवसाय
  • Uncategorized
Reading: देवी मां को प्रसन्न करने बकरे की बलि देकर बैगा ने किया रक्तपान
Share
Font ResizerAa
NavinKadamNavinKadam
Font ResizerAa
  • HOME
  • छत्तीसगढ़
  • क्राइम
  • आम मुद्दे
  • टेक्नोलॉजी
  • देश-विदेश
  • राजनीति
  • व्यवसाय
  • Uncategorized
  • HOME
  • छत्तीसगढ़
    • रायगढ़
    • सारंगढ़
    • शक्ति
    • जांजगीर चांपा
    • बिलासपुर
  • क्राइम
  • आम मुद्दे
  • टेक्नोलॉजी
  • देश-विदेश
  • राजनीति
  • व्यवसाय
  • Uncategorized
Follow US
  • Advertise
© 2022 Navin Kadam News Network. . All Rights Reserved.
NavinKadam > रायगढ़ > देवी मां को प्रसन्न करने बकरे की बलि देकर बैगा ने किया रक्तपान
रायगढ़

देवी मां को प्रसन्न करने बकरे की बलि देकर बैगा ने किया रक्तपान

मनोकामना पूरी होनें पर करमागढ़ में दी जाती है बकरों की बलि, शरद पूर्णिमा में होता है मेले का आयोजन, उमड़ती है भक्तों की भीड़

lochan Gupta
Last updated: October 18, 2024 12:25 am
By lochan Gupta October 18, 2024
Share
5 Min Read

रायगढ़। जिला मुख्यालय से महज 27 किलोमीटर की दूरी पर पहाड़ो और जंगलों से घिरे करमागढ़ गांव में बीते कई सालों से शरद पूर्णिमा के अवसर पर बलि पूजा की परंपरा चली आ रही है। मनोकामना पूर्ण होनें के पश्चात यहां बकरे की बली दी जाती है। इस अवसर पर यहां कई गांव के हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ जुटी। इसी क्रम में आज भी करमागढ़ में देवी मां को प्रसन्न करने बकरों की बलि चढ़ाई गई।
मिली जानकारी के मुताबिक आदिवासी बाहुल्य तहसील तमनार के पहाड़ो से घिरे करमागढ़ गांव में बीते कई सालों से शरद पूर्णिमा पर माँ मानकेश्वरी देवी मंदिर में बलि पूजा की परंपरा है। लोगों की मनोकामना पूर्ण होने पर यहां दर्जनों बकरे की बलि दी जाती है। वहीं हजारो की संख्या में महिला, पुरूष नारियल पुष्प माँ व बैगा के चरणों मे अर्पित कर मनोकामना मांगी जाती है।

कोरोना के बाद बलि प्रथा में आई कमी
बताया जाता है कि शरद पूर्णिमा के अवसर पर मां मानकेश्वरी देवी मंदिर में पहले सौ से अधिक बकरों की बलि दी जाती थी परंतु कोरोनाकाल के बाद से बकरो की बलि में यहां कुछ कमी आई है। बुधवार की सुबह से ही यहां मेले का माहौल निर्मित हो गया था और रायगढ़ जिले के कई गांव के अलावा पड़ोसी राज्य ओडिसा से भी हजारों की संख्या में लोग यहां पहुंचे थे।
बैगा को छू लेने से ही मनोकामना होती है पूरी
मान्यता है कि शरद पूर्णिमा के दिन मंदिर के बैगा के शरीर में देवी का आगमन होता है यहां आने वाले श्रद्धालु उनकी आशीर्वाद के लिए आष्टांग प्रणाम करते है। कई लोग उनको छूने के लिए उनके पीछे भागते है जो उसे छू लेता है वह अपने आपको धन्य मानता है। कहा जाता है कि जो बैगा को इस दौरान छू लेगा उसकी मनोकामना पूर्ण होती है। बुधवार को भी हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंच कर माता व बैगा के चरणो में मत्था टेका और आर्शीवाद लिया।
नजारा देख कर चकित हो गए श्रद्धालु
बुधवार की शाम पूजा अर्चना पश्चात बाद बैगा के शरीर के भीतर जब माता का प्रभाव हुआ, तब भक्तों ने बकरों की बली देना शुरू कर दिया जिसके बाद बैगा बकरों का रक्तपान करने लगे। इस दौरान मौके पर उपस्थित हजारों श्रद्धालु इस नजारे को देख चकित रह गए। ऐसी मान्यता है कि मंदिर में रायगढ़ राजपरिवार की कुलदेवी मां मानकेश्वरी देवी आज भी अपने चैतन्य रूप में विराजित हैं और माता समय-समय पर अपने भक्तों को अपनी शक्ति से अवगत कराती है। शरद पूर्णिमा के अवसर पर हर साल रायगढ़ परिवार के सदस्य यहां पहुंचकर परंपरा अनुसार पूजा अर्चना करते हैं।
क्या है यहां की कहानी
बताया जाता है कि लगभग 600 वर्ष पूर्व जब एक पराजित राजा जो हिमगीर ओडिशा रियासत का था उसे देश निकाला देकर बेडियो से बांधकर जंगल में छोड़ दिया गया। राजा जंगल जंगल भटकता और वह कर्मागढ़ में पहुंच गया तब उन्हें देवी ने दर्शन देकर बंधन मुक्त किया इस तरह एक घटना सन 1780 में तब हुई थी जब ईस्ट इंडिया कंपनी अंग्रेज ने एक तरह से कठोर (लगान) कर के लिए रायगढ़ और हिमगिर पर वसूली के लिए आक्रमण कर दिया। तब यह युद्ध कर्मागढ के जंगली मैदान पर हुआ था इसी दौरान जंगल से मधुमक्खियों जंगली कीटों का मंदिर की ओर से अंग्रेज पर हुआ। इस दौरान अंग्रेज पराजित होकर उन्होंने भविष्य में रायगढ़ स्टेट को स्वतंत्र घोषित कर दिया इस कारण श्रद्धालु यहां दुर दुर से अपनी इच्छा पूर्ति के लिए आते हैं और माता से मनचाहा वरदान अपनी झोली मे आशीर्वाद के रुप में पाकर खुशी खुशी लौट जाते हैं।

You Might Also Like

गोपी नाथ मिश्रा के निधन पर ओपी ने जताया शोक

सायकल स्टैंड का दायरा बढ़ाने शुरू हुआ तोडफ़ोड़

युवती की बंद कमरे में फांसी पर लटकते मिली लाश

भाई की हत्या करने वाले आरोपी को आजीवन कारावास की सजा

मवेशियों की तस्करी करते ओडि़शा के दो तस्कर गिरफ्तार

Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Telegram Email
Previous Article रेलवे ने अंडर ब्रिज को आवागमन के लिए किया प्रतिबंधित
Next Article करमागढ़ मेला देखकर लौट रहे बाईक सवार को टे्रलर ने कुचला

खबरें और भी है....

बारिश में भी चलेगा नक्सल विरोधी अभियान- अमित शाह
सर्पदंश से युवक की मौत
गिट्टी से भरी ट्रैक्टर बेकाबू होकर खेत में पलटी
बोर्ड परीक्षा में कम अंक मिला तो छात्रा ने लगाई फांसी
सडक पर मंडरा रहा 18 हाथियों का दल

Popular Posts

बारिश में भी चलेगा नक्सल विरोधी अभियान- अमित शाह
मेगा हेल्थ कैंप का मिला फायदा, गंभीर एनीमिया से पीड़ित निर्मला को तुरंत मिला इलाज
स्कूल व आंगनबाड़ी के बच्चों का शत-प्रतिशत जारी करें जाति प्रमाण पत्र,कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने बैठक लेकर राजस्व विभाग की कामकाज की समीक्षा
दृष्टिहीन मिथिला का मौके पर बना राशन कार्ड, शारीरिक रूप से असमर्थ लोगों को मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सहायता योजना से लाभान्वित करने के दिए निर्देश
डेंगू से निपटने निगम और स्वास्थ्य की टीम फील्ड पर,पिछले 5 साल के मुकाबले इस साल केसेस कम, फिर भी सतर्कता जरूरी

OWNER/PUBLISHER-NAVIN SHARMA

OFFICE ADDRESS
Navin Kadam Office Mini Stadium Complex Shop No.42 Chakradhar Nagar Raigarh Chhattisgarh
CALL INFORMATION
+91 8770613603
+919399276827
Navin_kadam@yahoo.com
©NavinKadam@2022 All Rights Reserved. WEBSITE DESIGN BY ASHWANI SAHU 9770597735
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?