सूरजपुर। जिले में प्रधान आरक्षक तालिब शेख की पत्नी और बेटी की बेरहमी से हत्या कर (ष्ठशह्वड्ढद्यद्ग रूह्वह्म्स्रद्गह्म्) दी गई. मां और बेटी की लाश घर से करीब 5 किलोमीटर दूर पीढ़ा गांव में नहर के पास खेत में संदिग्ध हालात में मिली. इस दोहरे हत्याकांड ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है. इस जघन्य हत्याकांड के पीछे आदतन बदमाश कुलदीप साहू के शामिल होने की आशंका है, क्योंकि उसने रविवार को एक पुलिसकर्मी पर गर्म तेल डालकर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया था. वहीं जब उसे पकडऩे पुलिस टीम पहुंची तो उसने उनपर गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया. इस मामले में आईजी ने विशेष जांच टीम का गठन किया है।
आरोपी की गिरफ्तारी और कार्रवाई को लेकर भीड़ लगातार उग्र है. इस बीच सरगुजा आईजी अंकित गर्ग ने मोर्चा संभाल लिया है. आईजी ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर विशेष जांच टीम का गठन किया गया है. उन्होंने कहा कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हत्याकांड से इलाके की गुस्साई भीड़ ने आरोपी आदतन बदमाश कुलदीप साहू के घर को आग हवाले कर दिया है. उसके बाद कुलदीप के रिश्तेदार के गोदाम में आग लगाने के साथ ही ट्रक और पिकअप वाहन को भी भीड़ ने फूंक डाला. वहीं भीड़ को नियंत्रित करने पहुंचे एसडीएम जगन्नाथ वर्मा पर भी भीड़ ने हमला कर दिया और एसडीएम ने भागकर अपनी जान बचाई. वहीं मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है।
एसपी एमआर अहिरे ने बताया कि रविवार को पुलिसकर्मी पर निगरानी बदमाश कुलदीप साहू ने खौलता हुआ तेल उड़ेल दिया. आरोपी की पता तलाश करने के लिए प्रधान आरक्षक तालिब शेख रुके हुए थे. इसी बीच जब पुलिस की टीम आरोपी की पता तलाश करने गई तो आरोपी ने पुलिस पर गाड़ी चढ़ाने का भी प्रयास किया. आरोपी की खोजबीन में पुलिस लगी हुई थी. सब कार्यक्रम होने के बाद प्रधान रक्षक अपने किराए के मकान में जब गया तो देखा की घर का दरवाजा टूटा हुआ था और अंदर देखा कि कमरा खून से लथपथ था. घर से पत्नी और बच्ची दोनों गायब थी. इसके बाद से एक बड़ी अनहोनी की आशंका हो गई थी. रात से ही दोनों की काफी खोजबीन की गई और आज सुबह पीढ़ा गांव में बच्ची और मां की लाश मिली. आरोपी सडक़ किनारे शव को फेंक कर फरार हो गया है. घटना के बाद से पुलिस अलग-अलग जिलों में टीम बनाई है और टीम आरोपी की तलाश में जुटी हुई है।
एसपी अहिरे ने बताया कि जब प्रधान आरक्षक की पत्नी और बेटी को सरगर्मी से तलाश की जा रही थी. इस दौरान पुलिस को देखकर संदेही स्विफ्ट डिजायर कार में फरार हो रहा था. इस दौरान पुलिस टीम ने उसके गाड़ी के टायर पर फायरिंग की. तभी आरोपी की ओर से भी पुलिस टीम पर फायरिंग की गई. उसके बाद जब कार रुकी तो आरोपी गाड़ी छोडक़र फरार हो गया था. इसपर भी एफआईआर की कार्रवाई की गई है। मिली जानकारी के अनुसार आरोपी कुलदीप साहू आदतन अपराधी है और वह सूरजपुर जिले का सबसे बड़ा कबाड़ी व्यापारी है. उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट चोरी, मारपीट जैसे दो दर्जन एफआईआर दर्ज हैं। कुलदीप साहू नगर पालिका द्वारा फिल्टर प्लांट सहित अन्य संपत्ति की बार-बार चोरी होने पर कुलदीप साहू के खिलाफ जिला बदर का प्रस्ताव पारित किया था. इसके बाद उसे सूरजपुर, सरगुजा, कोरबा, कोरिया, बलरामपुर-रामानुजगंज, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर और सिंगरौली (एमपी) में साल भर के लिए प्रवेश निषेध किया गया. जिला बदर किए जाने के बाद समय पूरा होने से पहले ही कुलदीप वापस लौट आया. जिस पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया. इसके बाद वह जमानत पर था. इस बीच उसने बड़ी वारदात को अंजाम दिया।
बता दें कि रविवार को सूरजपुर के चौपाटी में एक पुलिसकर्मी से कुलदीप साहू ने बहस किया. यह कहकर कि ‘तुम्हारी पुलिस मेरे जीना हराम कर रखी है’. जिसपर आरक्षक ने कहा ‘मैं तो एक आरक्षक हूं, वरिष्ठ अधिकारी जो कर रहे होंगे, मुझे क्या पता’ तो उसने होटल में कढ़ाई में रखा खौलते हुआ तेल फेंक दिया। उसने होटल से खौलते हुए कड़ाई भरी तेल फेंक दिया. इसमें आरक्षक पूरी तरह से जल गया. इसके बाद उसे इलाज के लिए अंबिकापुर रेफर किया गया. मामले की जानकारी के बाद कुलदीप के खिलाफ अपराध दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की गई. इस दौरान अंधेरे में वह एक कर में बैठा हुआ था इस दौरान उसने पैदल खोजबीन कर रहे पुलिस वालों पर गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया।
इसी बीच शहर से बाहर महगंवा स्थित प्रधान आरक्षक तालिब शेख के किराए के मकान का दरवाजा तोडक़र अंदर घुसा तभी तालिब शेख की पत्नी ने अपने पति को कॉल किया. लेकिन बात नहीं हो पाई. उसके बाद तालिब शेख ने भी अपनी पत्नी से कांटेक्ट करने की कोशिश की लेकिन बात नहीं हो पाई. जिसके बाद प्रधान आरक्षक को अंदेशा हुआ और घर पहुंचा. जहां प्रधान आरक्षक शेख ने देखा कि घर में खून फैला हुआ था, बीवी और बच्ची घर पर नहीं थे. वहीं घर के बाहर चाकू मिला और काफी सरगर्मी से तलाश शुरू की गई तो पत्नी और बेटी की लाश शहर से करीब 5 किलोमीटर दूर मिली।
हत्या की वारदात के बाद खबर यह भी सामने आई है कि कुलदीप कोतवाली पुलिस की लगातार कार्रवाई से नाराज था. ऐसे में कुलदीप के भाई संदीप ने एक व्यक्ति को छत से धक्का दे दिया था. मामले की शिकायत पर जब पुलिस ने संदीप को गिरफ्तार किया तो उसके भाई कुलदीप ने बहुत हुज्जत की थी. विवाद तब और गहराया जब जिला बदर हो चुके कुलदीप के चाचा के खिलाफ जिला बदर की अवहेलना के मामले में कार्रवाई की गई. बताया जा रहा है कि पुलिस की लगातार कार्रवाई से कुलदीप बौखलाया हुआ था.
मां और बेटी के हत्यारे ने भागने के दौरान पुलिस पर भी की फायरिंग
आर्म्स एक्ट के तहत कार्रवाई की तैयारी, आईजी ने गठित की विशेष जांच टीम
