रायगढ़। शहर में डेंगु और स्वाईन फ्लु से हुई मौतों के बाद भी निगम के आला अधिकारी आपदा में अवसर की ताक में हैं। शहर के हर गली मोहललो में कचरे का अंबार लगा है, और नालियां बजबजा रही हैं. वहीं आयुक्त को बीमारी लग गई है, कुछ भी हो फोन नहीं उठाने की कसम खा रखी है, निगम के जन प्रतिनिधियों की तो कोई सुनता ही नहीं है। उक्ताशय के आरोप वरिष्ठ इंका नेता मुरारी गुप्ता ने लगाते हुए कहा है कि निगम के अधिकारी नगर को गंभीर बीमारियों को सौंपने की तैयारी कर रहे हैं। श्री गुप्ता ने आरोप लगाते हुए कहा है कि शहर में कचरा उठाने वाले ऑटो बंद कर दिये गये हैं, जिसके कारण कालोनियों में आठ-आठ दिन तक कचरा नहीं उठाया जाता है, जबकि यूजर चार्ज दबाव पूर्वक वसूला जा रहा हैं। वार्ड पार्षद, एम.आई.सी. के सफाई प्रभारी. सफाई दरोगा, महापौर को कई-कई बार कचरा उठवाने के लिए निवेदन करने पर जनका टका सा जवाब रहता है कि आयुक्त ने आटो बंद कर दिए है. कालोनी और विभिन्न मोहल्लों से कचरा उठाने के लिए 8 से 10 दिन में ट्रैक्टर भेजा जाता है, जिसके कारण। रहवासी पुरी तरह परेशान हैं। श्री गुप्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री के चक्रधर समारोह में रायगढ़ आगमन पर उन्हें इस समस्या से अवगत कराया जावेगा।



