जशपुरनगर। कांसाबेल तहसील के ग्राम शब्दमुंडा निवासी 75 वर्षीय महादेव यादव को सीएम कैंप कार्यालय से श्रवण यंत्र दिया गया। जिससे अब वह बहुत खुश है। उसने खुश होकर कहा कि अब वह भी हर रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात सुन सकेगा।
जशपुर जिले के बगिया में स्थापित सीएम कैंप कार्यालय का लाभ निरंतर हर वर्ग के लोगों को प्राप्त हो रहा है। गंभीर से गंभीर बीमारियों का इलाज करा कर थक चुके परिजन अब आस लेकर मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय बगिया पहुंच कर मदद की गुहार लगा रहे हैं, और कार्यालय द्वारा उनका त्वरित निराकरण भी किया जा रहा है। इसी कड़ी में कांसाबेल ब्लॉक के शबदमुंडा गांव के रहने वाले 75 वर्षीय बुजुर्ग महादेव यादव के कानों में समस्या थी, वह ठीक से सुन नहीं पाता था। बुधवार को वह अपनी समस्या लेकर सीएम कैंप कार्यालय बगिया पहुंचा। जहंां उसने आवेदन देकर श्रवण यंत्र दिलवाने की गुहार लगाई। सीएम कैंप कार्यालय ने पूरी संवेदनशीलता दिखाई और पहल करते हुए तत्काल महादेव यादव को श्रवण यंत्र प्रदान किया। महादेव अब बहुत खुश है कि अब उसे भी आसानी से सुनाई देगा और वह बिना परेशानी के लोगों से बात कर सकेगा। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार जताया है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल से जिले में हाथी से जनहानि रोकने सक्रिय हुआ एनिमल ट्रेकर डीवाईस
जिला पंचायत में सम्पन्न हुआ एक दिवसीय विशेष प्रशिक्षण सह कार्यशाला
जशपुरनगर। जिले में हाथियो कि हलचल से होने वाले जनहानि को रोकने के लिए वन विभाग ने एक नया प्रयोग शुरू किया है। डीएफओ जितेंद्र उपाध्याय ने बताया कि छत्तीसगढ़ के सबसे अधिक हाथी प्रभावित जिले में शामिल जशपुर में जनहानि को रोकने के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर जिले को एनीमल ट्रेकर डीवाईस उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में हाथी के आने की सूचना मिलने पर एनिमल ट्रेकर ऐप पर बीट गार्ड ऑनलाइन सूचना एंट्री करेगा। इसमें हाथियों कि संख्या और उसके जाने की संभावना का विवरण दर्ज होगा। सूचना ऐप में दर्ज होते ही जिस बीट में हाथी विचरण कर रहे है। उस क्षेत्र के 10 हजार लोगों को एसएमएस और वॉइस मेसेज के माध्यम से सूचना पहुंच जाएगा। डीएफओ जितेंद्र उपाध्याय ने बताया कि टेक्स्ट मैसेज के साथ ही वॉइस मेसेज भी,ऐप में पंजीबद्ध मोबाइल पर पहुंचेगा। डीएफओ ने बताया कि विभाग का लक्ष्य अधिक से अधिक लोगों तक हाथियो के हलचल की सूचना पहुंचा कर, उन्हें विचरण वाले क्षेत्र से दूर रखना है, ताकि जनहानि ना हो। प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षु आईपीएस एसडीओपी निखिल अग्रवाल के साथ वन विभाग के एसडीओ,वन परिक्षेत्र अधिकारी,बीट गॉर्ड के साथ स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग के कर्मचारी उपस्थित थे।