धरमजयगढ़। शासकीय महाविद्यालय धरमजयगढ़ में पदस्थ श्रीमती माग्रेट कुजूर सहायक प्राध्यापक हिंदी को अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय बिलासपुर द्वारा 27 जुलाई 2024 को पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई। माग्रेट के शोध के विषय स्वतंत्रता पश्चात राष्ट्र निर्माण में छत्तीसगढ़ी साहित्य का अवदान है। जिसे प्रोफेसर मार्ग्रेट कुजूर ने शोध निर्देशक डॉ. श्रीमती हरिणी रानी आगर सहायक प्राध्यापक हिन्दी शासकीय बिलासा कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय बिलासपुर के कुशल मार्गदर्शन एवं सहयोग से पूरा किया। माग्रेट को पी. एचडी. करने की प्रेरणा माता स्व. कांति कुजूर व पिता स्व. मनुएल कुजूर से मिली। मास्टर अभिनव पति श्री निरंजन कुजूर के साथ -साथ भाई जॉर्ज बहन विक्टोरिया मैरी उर्सुला का सहयोग रहा एवम सास श्रीमती शोसन कुजूर ने अपनी प्रसन्नता व्यक्त की। शोधार्थी माग्रेट कुजूर ने अनुभव साझा करते हुए बताया को उनके शोध कार्य में डॉ. मार्शल आगर, डॉ. शशि भूषण लकड़ा डॉ. विजय कुमार नायडू डॉ. चैतन्य नंद, डॉ. संगीता रंगारी, डॉ. अंजू महिलांग डॉ. धर्मेंद्र महिलांग, श्री सुधाकर लोनारे,डॉ. ज्योति सोनी का आशीर्वाद एवं सहयोग रहा। साथ ही नोवेल कुजूर, नेहा कुजूर, आलोक कुजूर एवम मुद्रण कार्य मे आकाश रौतिया एवं अंशु माला खेस ने अपना महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया। इसके लिए माग्रेट कुजूर ने सभी के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया है।



