बरमकेला। अग्रसेन भवन बरमकेला में अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन शाखा बरमकेला की महिलाओं ने तीज पर्व बहुत ही सुंदर अंदाज में मनाया। इस अवसर पर सभी के मनोरंजन के लिए झूला उत्सव, गेम, फन सेल्फी प्वाइंट और सरप्राइस क्विज का आयोजन किया गया था।
साल में पडऩे वाले 12 माह में सावन एक ऐसा महीना कि जिसमें न केवल प्रकृति बल्कि आसमान से घने काले बादलों द्वारा वर्षा के रूप में जल उड़ेलने, रिमझिम होने से पृथ्वी, दिन-रात, सब कुछ शिवमय होने से एक विशेष तरह की आध्यात्मिक आनंद की अनुभूति होती है। अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन शाखा की अध्यक्ष मोना अग्रवाल ने बताया की इसी सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया के दिन देवी पार्वती को 108वीं बार जन्म लेने के बाद अन्तत: शिव पति के रूप में प्राप्त हुए थे और इस उपलक्ष्य में तीज का पर्व मनाया जाता है. इस साल यह तृतीया तिथि यानी तीज शनिवार 19 अगस्त को मनाया गया। इस दिन को मुख्यत: नवविवाहिताओं और सुहागिन महिलाओं के लिए उत्सव के रूप में ‘तीज’ के नाम से जाना जाता है.आगे अध्यक्ष मोना अग्रवाल के कहा की नवविवाहिता लड़कियों के लिए विवाह के बाद पडऩे वाले पहले सावन के त्योहार का विशेष महत्व है. दूसरा इसका महत्व यह भी है कि, इसी तिथि के दिन माता पार्वती के अनुरोध पर शिव ने प्रसन्न होते कहा कि, जो अविवाहिता कन्या इस दिन व्रत रखेंगी और हमारी पूजा करेगी उसे योग्य वर की प्राप्ति होगी और साथ ही उसके विवाह में आने वाली बाधाएं भी दूर होंगी।नवविवाहितों को तीज पर ससुराल से पीहर बुलाया जाता है और विवाह के बाद पहला सावन लडक़ी अपने पीहर में रहती है. साथ ही पीहर में ही तीज का व्रत भी करती है. नवविवाहिता लकड़ी के ससुराल से तीज के पहले सिंजारा आता है।
इस अवसर पर सुधा अग्रवाल, मनीषा अग्रवाल, कविता अग्रवाल, सीमा अग्रवाल, रीना अग्रवाल, मंजू अग्रवाल, सरिता अग्रवाल, पुष्पा अग्रवाल, नीलम अग्रवाल, आशा अग्रवाल, किरण अग्रवाल, बिंदिया अग्रवाल, रेखा अग्रवाल, मेघा अग्रवाल, ममता अग्रवाल, मोनू अग्रवाल, इंदु अग्रवाल, आरती अग्रवाल, प्रीति अग्रवाल, कमला अग्रवाल, बिमला अग्रवाल, नीलू अग्रवाल, शीतल शर्मा, विनती अग्रवाल, कोमल अग्रवाल, सुशीला अग्रवाल, स्वीटी अग्रवाल, राखी अग्रवाल, चंदा अग्रवाल, मिनी अग्रवाल, शिखा अग्रवाल, पूजा अग्रवाल, भूमि अग्रवाल, सुनीता अग्रवाल, अंजू अग्रवाल, एवम समाज की अन्य महिलाओं ने हिस्सा लिया।